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शुक्रवार, 27 मई 2016

Difference between law and morality



विधि और नैतिकता में विभेद



विधि और नैतिकता समाज के लगभग सभी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। विधि और नैतिकता अक्सर एक साथ मिलकर नागरिकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और जनता के कल्याण की रक्षा करने के लिए किये गए प्रयासों में समन्वय सुनिश्चित करने का काम करते हैं। कई अलग-अलग संस्थाएँ नैतिकता के नियमों के उल्लंघनों के लिए उपचारात्मक कार्रवाइ करती है जैसे खाप पंचायत आदि। कुछ उदाहरणों में, विधि नैतिकता, सिद्धांतों या नैतिकता के आधार पर स्थापित की जाती है। विधि की स्थापना के लिए भी एक न्यूनतम स्तर का नैतिक व्यवहार अपेक्षित होता है।

1.नैतिकता आचरण के नियम हैं। 
विधि सरकारों द्वारा अपने नागरिकों को सुरक्षा और समाज में संतुलन प्रदान करने के लिए विकसित किये गए नियम हैं। 
2. नैतिकता लोगो में क्या सही और क्या गलत है की जागरूकता से आती है। विधि अपने लोगों के लिए सरकारों द्वारा लागू किया जाता हैं। 3.नैतिकता के उल्लंघन पर कोई सजा नहीं है।
विधि के उल्लंघन पर सजा हो सकती है। 
4.नैतिकता एक व्यक्ति की नैतिक मूल्यों से आती है।
विधि नैतिकता के साथ एक मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में लागू किया जाता हैं।

मंगलवार, 24 मई 2016

Tax to GDP ratio

टैक्स टू जीडीपी अनुपात
1. किसी भी सरकार द्वारा संगृहीत किये गए कर को उसी वर्ष के सकल घरेलू उत्पाद से विभाजित करने से प्राप्त अनुपात ।
2. भारत का टेक्स टू जीडीपी अनुपात बहुत ही असंतोजनक रहा है 1950-51 में 6% था और 2013-14 में ये बढ़कर केवल 16.6% रहा। भारत जी-20 देशों में सबसे कम टैक्स टू जीडीपी वाले देशों में शामिल है।
3. जिस तरह से आय बढ़ी है उस तरह से करदाताओं की संख्या में वृद्धि नही हुई है। भारत में मत देने वाले नागरिकों का लगभग केवल 4% ही करदाता है, जिस कारण सरकार को अप्रत्यक्ष कर पर ही निर्भर रहना पड़ता है जो की गरीबों पर भी असर डालता है।
4.सरकार द्वारा बड़ी कंपनियों को दी जाने वाली छूट तथा कंपनियों द्वारा कर तंत्र की कमियों के लाभ उठाने से , सरकार कॉरपोरेट टैक्स का एक बड़ा हिस्सा गवा देती है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों पर टैक्स दर निजी क्षेत्र से अधिक होती है। जिस कारण कंपनी प्रभावी टैक्स दर को भी कम या प्रभावित भी कर सकते है।
5. प्रभावी टैक्स दर - एक निगम के लिए प्रभावी कर दर वह औसत दर है जिस पर उसका पूर्व मुनाफा कर योग्य हो । किसी व्यक्ति की प्रभावी कर की दर की गणना कुल कर व्यय को कर योग्य आय द्वारा विभाजित करके की जाती है।

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