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सोमवार, 31 अगस्त 2015

Hindi Literature syllabus for upsc in hindi

हिंदी साहित्य – पहला पेपर – खंड क

टॉपिक १  अपभ्रंश , अवहट्ट और प्रारंभिक हिंदी का व्याकरणिक और अनुप्रयुक्त स्वरूप

टॉपिक २  मध्यकाल में ब्रज और अवधी का साहित्यिक भाषा के रूप में विकास 

टॉपिक ३  सिद्ध नाथ सहित्य , खुसरो , संत साहित्य , रहीम आदि कवियों और दखनी हिंदी में 
           खड़ी बोली का प्रारंभिक स्वरूप

टॉपिक ४  १९ शताब्दी में खड़ी बोली और नागरी लिपि का विकास

टॉपिक ५  हिंदी भाषा और  नागरी लिपि का मानकीकरण

टॉपिक ६ स्वत्रंता आन्दोलन का दौरान राष्टभाषा के रूप में हिंदी का विकास

टॉपिक ७ भारतीय संघ की राजभाषा के रूप में हिंदी का विकास

टॉपिक ८. हिंदी भाषा का वैज्ञानिक और तकनीकी विकास

टॉपिक ९  हिंदी की प्रमुख बोलियाँ और उनका परस्पर संबध

टॉपिक १० . नागरी लिपि की प्रमुख विशेषताएँ  और इसके सुधार के प्रयास तथा मानक हिंदी का                 स्वरूप 

टॉपिक ११  मानक हिंदी  की व्याकरणिक संरचना

हिंदी साहित्य पहला पेपर खंड ख

टॉपिक १. हिंदी साहित्य की प्रासंगिकता और महत्व तथा हिंदी साहित्य के इतिहास लेखन की              परम्परा

टॉपिक २ . आदिकाल सिद्ध , नाथ और रासो साहित्य , चंदबरदाई , खुसरो , हेमचंद , विद्यापति

टॉपिक ३  भक्ति काल- संत काव्य धारा , सूफी काव्य धारा , कृष्ण भक्ति धारा , राम भक्ति धारा,             कबीर , जायसी , सुर और तुलसी

टॉपिक ४ . रीतिकाल : रीति काव्य , रीतिबद्ध काव्य , रितियुक्त काव्य , केशव , बिहारी , पद्माकर           और घनानंद

टॉपिक ५ . नवजागरण , गद्य का विकास , भारतेंदु मंडल

५ ब : भारतेंदु , बालकृष्ण भट्ट और प्रताप नारायण मिश्र

५ स : आधुनिक हिंदी कविता की मुख्य प्रवत्तियां , छायावाद , प्रगतिवाद , प्रयोगवाद , नई कविता , नवगीत , समकालीन कविता , और जनवादी कविता

५ ड : मैथलीशरण गुप्त , जयशंकर प्रसाद , सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला , महादेवी वर्मा , दिनकर , अज्ञेय , मुक्तिबोध , नागार्जुन

टॉपिक ६ : कथा साहित्य

क – उपन्यास और यथार्थवाद

ख – हिंदी उपन्यासों का उदभव और विकास

ग – प्रमुख उपन्यासकार – प्रेमचंद , जैनेद्र , यशपाल , रेणु और भीष्म साहनी

घ – हिंदी कहानी का उदभव और विकास

च – प्रमुख कहानीकार – प्रेमचंद , प्रसाद , अज्ञेय , मोहन राकेश और कृष्णा सोबती

टॉपिक ७ : नाटक और रंगमच

क – हिंदी नाटक का उदभव और विकास

ख – प्रमुख नाटककार – भारतेंदु , प्रसाद , जगदीश चन्द्र माथुर , राम कुमार वर्मा , मोहन राकेश

ग – हिदी रंगमच का विकास

टॉपिक ८ : आलोचना – उदभव और विकास

          सिधान्तिक , व्यवहारिक , प्रगतिवादी , मनोविश्लेष्णवादी , आलोचना और नई समीक्षा

टॉपिक ८ ख : प्रमुख आलोचक ; रामचंद शुक्ल , हजारी प्रसाद दिवेदी , राम विलास शर्मा , नागेद्र

टॉपिक : ९ हिंदी गद्य की अन्य विधाए – ललित निबंध , रेखाचित्र , संस्मरण , यात्रा व्रतांत

हिंदी साहित्य – दूसरा पेपर – खंड क


टॉपिक ०१ . कबीर – गुरुदेव को अंग , सुमिरन को अंग , विरह को अंग

टॉपिक ०२ : सूरदास – भ्रमर गीत सार सम्पादक रामचंद्र शुक्ल

टॉपिक ०३ : तुलसीदास : रामचरित मानस ( सुन्दर कांड ) , कवितावली ( उत्तरकांड )

टॉपिक ०४:  जायसी : पद्मावत ( सिंघल द्वीप खंड ) नागमती वियोग खंड

टॉपिक ०५ : बिहारी रत्नाकर

टॉपिक ०६ : मैथली शरण गुप्त : भारत भारती ( १९१२ )

टॉपिक ०७ : जयशंकर प्रसाद – कामायनी ( चिंता और श्रधा सर्ग )

टॉपिक ०८ : सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला : राग विराग ( राम की शक्ति पूजा और कुकुरमुत्ता )

टॉपिक ०९ : दिनकर : कुरुक्षेत्र

टॉपिक १० : अज्ञेय – आंगन के पार द्वार ( असाध्य वीणा)

टॉपिक ११ : मुक्तिबोध – ब्रम्ह राक्षस ( चाँद का मुख टेढ़ा है )

टॉपिक १२ : नागार्जुन : बादल को घिरते देखा है , अकाल और इसके बाद , हरिजन गाथा


हिंदी साहित्य – दूसरा पेपरखंड ख


1.       भारतेंदु हरिश्चंद – भारत दुर्दशा

2.       मोहन राकेश – अषाढ़ का एक दिन

3.       रामचंद शुक्ल : चिंतामणि ( भाग १ ) , कविता क्या है , श्रधा भक्ति

4.       निबंध निलय – बालकृष्ण भट्ट, प्रेमचंद , गुलाब राय , हजारी प्रसाद दिवेदी , राम 
      विलास शर्मा , अज्ञेय , कुबेर नाथ राय

5.       प्रेमचंद : गोदान , प्रेमचंद की सर्वश्रेद्थ कहानियाँ सम्पादक अम्रत राय

6.       स्कन्दगुप्त – प्रसाद

7.       दिव्या – यशपाल

8.       मैला आंचल – रेणु

9.       एक दुनिया  समानांतर – राजेद्र यादव

10.    महाभोज : मन्नू भंडारी




एक प्रेरणादायक पोस्ट



रविवार, 30 अगस्त 2015

famous stories of premchand in hindi ( FOR UPSC )

मंजूषा : प्रेमचंद की सर्वश्रेस्ठ कहानियाँ ( अम्रतराय द्वारा सम्पादित ) 



  1. कफन 
  2. पूस की रात 
  3. बूढी काकी 
  4. ईदगाह 
  5. गुल्ली डंडा 
  6. बड़े घर की बेटी 
  7. सदगति 
  8. निमंत्रण 
  9. सभ्यता का रहस्य 
  10. अल्गोझ्या 
  11. नया विवाह 
  12. रानी सारंधा 
  13. शतरंज के खिलाडी 
  14. मुफ्त का यश 
  15. दूध का दाम 
  16. गिला  

' कहानी में नाम और सन के सिवा और सब कुछ सत्य है , और इतिहास में नाम और सन   सिवा  कुछ भी सत्य नही  ' 
' हर एक काल्पनिक रचना में मौलिक सत्य मौजूद रहता है। " 

प्रेमचंद ने अपनी कहानीयों  में किसी न किसी मनोवैज्ञानिक रहष्य को खोलने का प्रयास किया।  वह कहानी के माध्यम से सत्य , निस्वार्थ सेवा , न्याय आदि देवत्त्व के जो अंश है वो जगाना चाहते थे।  वह मानते थे कि  सांस्कृतिक विकास  के लिए सरल साहित्य उत्तम कोई साधन नही है। इस लिए उनकी कहानियों में भाषागत सरलता है। सरल शब्द , सरल वाक्य -विन्यास , इसके चलते वह अपने पाठको से सहजता से संवाद कर पाते है। भाषा सरल , सजीव और व्यवहारिक। अंग्रेजी , फ़ारसी तथा उर्दू के प्रचलित शब्दों का प्रयोग। भाषा का सटीक , सार्थक और व्यंजनपूर्ण प्रयोग।

  • अधिकतर कहानियों में निम्न व माध्यम वर्ग का चित्रण
  • विषय और शिल्प की विविधता 
  • किसान , मजदूर , दलित  आदि की समस्याओ का मार्मिक चित्रण 
  • युग प्रवर्तक रचनाकार 
  • पात्र  अक्सर वर्ग के प्रतिनिधि के तौर पर आते है 
  • हिंदी कथा साहित्य को मनोरंजन के स्तर से उठाकर जीवन की अनुभूितियों से जोड़ते है








शनिवार, 29 अगस्त 2015

Most Imporatant books for Hindi Literature ( Optional Subject for ias)

हिंदी साहित्य के जरूरी किताबे
1.       खड़ी बोली का प्रारंभिक स्वरुप – निलेश जैन
2.       आधुनिक साहित्य की pravatiiyn – नामवर सिंह
3.       कबीर –परमानंद श्रीवास्तव
4.       जायसी आकलन के आयाम- सदानंद शाही
5.       निराला रचित राम की शक्तिपूजा भाष्य –डा. सूर्य प्रसाद दीक्षित
6.       जयशंकर प्रसाद – विस्वनाथ प्रसाद तिवारी
7.       हिंदी आलोचना : बीसवी शताब्दी – डा. रेवतीरमण
8.       प्रसाद और श्कंद्गुप्त – डा. रेवतीरमण
9.       त्रिवेणी – आचार्य रामचंद शुक्ल
10.   मोहन राकेश और अषाढ़ का एक दिन – गिरीश रस्तोगी
11.   कबीर के सबद – डा, शुकदेव सिंह
12.   महाभोज मुल्यांकन के परिपेक्ष्य - सदानंद शाही
13.   भ्रमर गीत –सार- आचार्य रामचंद शुक्ल द्वरा सम्पादित
14.    इग्नू के नोट्स
15.    ११ और १२ की NCERT हिंदी साहित्य की किताबे
16.    दृष्टि कोचिंग के नोट्स
17.    क्रोनिकल के साल्व्ड पेपर
18.    आजकल ( मासिक पत्रिका ) 

चार उपन्यास
1.       गोदान – प्रेमचंद
2.       दिव्या – यशपाल
3.       मैला आंचल- रेणु
4.       महाभोज- मन्नू भंडारी

तीन नाटक
1.        भारत दुर्दशा – भारतेंदु हरिश्चंद
2.       स्कंदगुप्त  - जयशंकर प्रसाद
3.       अषाढ़ का एक दिन- मोहन राकेश


  • निबंध निलय- डा. सत्येन्द्र
  • कुरुक्षेत्र – दिनकर
  • भारत भारती – मैथलीशरण गुप्त






गुरुवार, 27 अगस्त 2015

HOW TO PREPARE IAS MAINS

आईएएस मुख्य परीक्षा की तैयारी  कैसे करे ? 









1.       सबसे पहले माथा पच्ची / दिमाग खपाना  बंद करे . होगा कि नही होगा इस बारे में मत सोचे . अगर मेरी माने तो अगर आपके पहले PAPER में ७० अंक भी आ रहे है तो भी आप तैयारी शुरू करे दे . वैसे लोग १२० अंक तक की मेरिट जाने को कह रहे है . उनकी मत सुनो . आप के जितने भी अंक आ रहे हो बस अब आप MAINS की तैयारी शुरु कर दे .
2.       सभी पेपर का , अपने OPTIONAL SUBJECT का कोर्स देख ले . अच्छा होगा सारे टॉपिक आप नोट कर ले .
3.       इसके बाद आप TOPIC WISE , सामग्री जुटाना शुरू करे .
4.       जब आपको उचित सामगी मिल जाये तब आप उसे गंभीरता से पढ़े , मनन करे .
5.       एक बार जब आप की समझ विकसित हो जाये तब आप लेखन का PRACTICE करे .
6.       आपको अपने OPTINAL PAPER पर बहुत ज्यादा जोर देना चाहिए .
7.     निबंध का काफी बड़ा रोल रहता है अंतिम चयन और अच्छी RANK में . इसलिये इसको IGNORE न करे .
8.       अभी से NOTES बनाना शुरू करे .
9.       अगर सम्भव हो तो अपने SENIOR को अपने ANSWER चेक करवाए .
10.   ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करे .
11.   जब आपकी तैयारी अच्छी लगने लगे तब आप पिछले साल के पेपर के QUESTIONS हल करे .
12.    आप मुझे भी अपने ANSWER मेल या मेसेज कर सकते है .

© आशीष कुमार 

( मै काफी मेहनत कर , अपना कीमती समय निकल कर आप लोगो के लिए , हिंदी माध्यम के लिए पोस्ट लिखता हूँ . कृपया इसे कॉपी पेस्ट कर मेरी मेहनत पर पानी मत फेरे . मुझे काफी लोगो ने बताया है कि मेरी पोस्ट कुछ फेसबुक के ग्रुप , पेज पर अक्सर दुसरे नाम से पोस्ट करते रहते है .  कॉपी पेस्ट करके आप कुछ लोगो को , अपनी झूटी बुधिमत्ता से प्रभावित भले कर ले पर ऐसा करके आप बड़ी संख्या में लोगो को नुकसान कर रहे है . अपने उन सभी सच्चे मित्रो को आभार जो इस पेज पर लगातार लाइक, कमेंट , शेयर के माध्यम से  अपने सुझाव देते रहते है .)

आईएएस मैन्स के लिए कुछ उत्तर

सोमवार, 24 अगस्त 2015

upsc general study paper-2 2015 : some observation

सर्वाधिक तार्किक और युक्तिसंगत
सबसे तर्कसंगत उपनिगमन
सर्वाधिक तार्किक तर्कसंगत  और महत्वपूर्ण सन्देश
सर्वाधिक तार्किक अनुमान
न्यूनतम आवश्यक
सर्वाधिक वैध पूर्वधारणा
निर्णायक अनुमान
सबसे विश्वासप्रद स्पष्टीकरण
सर्वाधिक तार्किक धारणा


आशा है ऊपर के वाक्य पढ़कर आपको याद आ गया होगा। कौन कहता है पेपर २ अब आसान हो गया है। जैसा लग ही रहा था पेपर २ अब भी बहुत से लोगो के लिए चुनौती ही है। सीधी और सरल शब्दों में अगर आपका दिमाग तेज नही है आप सिर्फ मेहनती है तो आपके लिए अब भी pre  बहुत कठिन पड़ेगा। कल के पेपर को देख कर मुझे लगता है अभी भी पेपर २ , बहुत से लोगो के लिए काफी मुश्किल है।










एक दुनिया समानांतर -राजेन्द्र यादव


संपादक - राजेंद्र यादव 

                          एक दुनिया समानांतर,  राजेद्र यादव द्वारा सम्पादित नयी कहनियों का सबसे चर्चित संग्रह है . इसमें एक लम्बी भूमिका लिख कर राजेदं जी ने नयी कहानी के लिए के वैचारिक धरातल दिया .  इसमें आजादी के बाद के नये कलेवर वाले लेखको की कहानियाँ है . हमे सबसे पहले यह जानना होगा कि नयी कहानी से क्या मतलब था . यह कहानिया किन मायने में नयी थी . विषय , भाषा, लेखन शैली , संवाद, संवेदना , यथार्थ, परिवेश , वस्तु शिल्प  के स्तर पर यह कहानी अपने से पूर्व की कहानी से बहुत भिन्न थी . 

आजादी से पूर्व की कहानी विशेष कर प्रेमचंद , प्रसाद , आदि की कहानी में आदर्श वाद , नायक/ नायिका की उपस्थिति होती थी . नयी कहानी में आदर्श को एक तरह रख कर यथार्थवाद को क्रेंद में रख कर कहानी लिखी गयी . आजादी के बाद किस तरह से मध्य वर्ग के सपने टूटते है , रिश्ते मतलब पर आधारित हो जाते है , नयी कहानी के विषय है . 



  1. इस संग्रह की पहली कहानी " जिन्दगी और जोक " अमरकांत के प्रसिद्ध कहानी है . यह कहानी समाज के खोखलेपन का जीवंत दस्तावेज मानी जाती है . समाज के हाशिये पर रहने वाले का किस तरह से शोषण होता है . इस सब के बावजूद रजुवा अपनी  जिन्दगी में जीने के मायने तलाशता रहता है . 
  2. मछलियाँ -उषा प्रियंवदा , कहानी में प्रेम की प्रतिस्पर्धा  दिखाई गयी है . 
  3. मेरा दुश्मन - कृष्ण बलदेव वैद 
  4. बादलों के घेरे -कृष्ण सोबती 
  5. खोई हुई दिशाएं -कमलेश्वर 
  6. गुल की बन्नो - धर्मवीर भारती गुलकी बन्नो में धर्मवीर भारती ने नारी के मन की व्यथा खोलते नजर आते है . पति कितना ही सताये , फिर भी पत्नी के नजर में वो म्ह्त्वपूर्ण बना रहता है .   
  7. परिंदे - निर्मल वर्मा - कई आलोचकों ने इस कहानी से नई कहानी की शुरूआत मानी  है। इस कहानी में नायिका लतिका , अपने अतीत के प्रेम को विस्मृत नही कर पाती है। अतीत की यादों में , अपने वर्तमान को सार्थक समझती है।  
  8. सामान- प्रयाग शुक्ल 
  9. तीसरी कसम उर्फ़ मारे गए गुलफाम -फणीस्वर नाथ रेणु 
  10. चीफ की दावत - भीष्म साहनी 
  11.  यही सच है -  मुन्नू भंडारी यही सच है -( मन्नू भंडारी ) में नायिका अंत तक अपने वास्तविक प्यार को लेकर उलझी रहती है . उसे अपने प्रेमी और अपने मित्र के बीच का भेद समझने में मुश्किल होती है . 
  12. दूध और दवा - मार्कण्डेय 
  13. एक और जिंदगी - मोहन राकेश एक और जिन्दगी -मोहन राकेश  की सबसे महत्वपूर्ण कहानी मानी गयी है . इसका नायक अपनी पहली शादी फिर तलाक , दूसरी शादी में उलज कर रह जाता है . 
  14. विजेता -रघुवीर सहाय 
  15. शबरी - रमेश बक्शी 
  16. टूटना - राजेंद्र यादव टूटना -राजेद्र यादव ने एक पुरुष और स्त्री के अहं के टकराव को दिखाया है . कहानी के अंत में नायक जीत कर भी अपनी हार महसूस करता है . 
  17. सेलर - रामकुमार 
  18. एक नाव  के यात्री - शानी 
  19. नन्हों - शिव प्रसाद सिंह 
  20. बदबू - शेखर जोशी 
  21. प्रेत मुक्ति - शैलेश मटियानी 
  22. भोलाराम का  जीव - हरिशंकर परसाई  
  • स्वत्रंत भारत का मोहभंग तथा निराशा इन कहानी का केद्रीय तत्व है . 
  • भोगा हुआ यथार्थ 
  • कहानी के माध्यम से जीवन , जीवन के माध्यम से कहानी . 


अगर आप हिंदी साहित्य विषय को लेकर upsc की तैयारी कर रहे हैं , तो आप अपने प्रश्न कमेंट में पोस्ट कर सकते हैं , मै उनका जबाब देने की कोशिस करूँगा। 


शुक्रवार, 14 अगस्त 2015

Part of Indian Constitution in Hindi


भारतीय संविधान के प्रमुख भाग

भाग  1 : संघ और उसका राज्य क्षेत्र
भाग  2 :  नागरिकता
भाग 3: मौलिक अधिकार
भाग 4: नीति निर्देशक तत्व
भाग 5: संघ
भाग 6: राज्य
भाग 7 :  लोप कर दिया गया
भाग 8: संघ राज्य क्षेत्र
भाग 9: पंचायतें
भाग 10: अनुसूचित और जनजाति  क्षेत्र
भाग 11: संघ और राज्य के बीच सम्बन्ध
भाग 12: वित्त , संपत्ति , संविदाएं और वाद
भाग 13: भारत के राज्य के भीतर व्यापार , वाणिज्य और समागम
भाग 14: संघ और राज्य के अधीन सेवाएं
भाग 15: निर्वाचन
भाग 16:  अनु. जाति , जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग एवं आंग्ल भारतीय के सम्बन्ध में विशेष उपबंध
भाग 17: राजभाषा
भाग  18: आपात उपबंध
भाग 19:  प्रकीर्ण
भाग 20: संविधान संशोधन
भाग 21: अस्थायी , सक्रमणशील और विशेष उपबंध
भाग 22: संक्षिप्त नाम , प्रारम्भ , हिंदी में प्राधिकृत पाठ और निरसन




एक कहानी
















सोमवार, 10 अगस्त 2015

Directive principles of state policy in hindi


                 राज्य के नीति निर्देशक तत्व , किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाने के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है।  यह संविधान के भाग -४ में ( आर्टिकल ३६-५१ )वर्णित है। आयरलैंड से लिए गए है।


३६ : राज्य की परिभाषा
३७ : इन तत्वों का न्यायालय द्वारा लागू  न होना।
३८  : राज्य लोक कल्याण के लिए नियम बनायेगा जिससे नागरिको को सामाजिक , आर्थिक और राजनीतिक न्याय मिल सकेगा।
३९ : समान न्याय और निशुल्क विधिक सहायता , समान कार्य के लिए समान वेतन
३९ ख : सार्वजानिक धन के स्वामित्व  और नियंत्रण
३९ ग : धन का समान वितरण
४० : ग्राम पंचायतो का गठन
४१ : कुछ दशाओं में काम , शिक्षा और लोक सहायता पाने का अधिकार
४२ : काम की न्यायसंगत और मानवोचित दशाओं का तथा प्रसूति सहायता का उपबंध
४३ : कर्मकारों के मजदूरी तथा कुटीर उद्योग को प्रोत्साहन
४४ : नागरिकों के लिए एक समान सिविल सहिता
४५ : बालकों  के लिए निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का उपबंध
४६ : अनुसूचित जाति , जनजाति और अन्य दुर्बल वर्गों के शिक्षा और अर्थ संबंधी  हितों को बढ़ाना
४७ : पोषाहार स्तर , जीवन स्तर को उठाना तथा लोक स्वास्थ का सुधार करने का राज्य का कर्तव्य।
४८ : कृषि तथा पशुपालन का संगठन
४८ क :  पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन और वन , वन्य जीवों  की रक्षा।
४९ : राष्टीय महत्व के स्मारकों , स्थानों और वस्तुओं  का संरक्षण।
५० : कार्यपालिका और न्यायपालिका का पृथक्करण।
५१ : अंतर्राष्टीय शांति और सुरक्षा को बढ़ाना।    


सी सैट के लिए महत्वपूर्ण पोस्ट


बुधवार, 5 अगस्त 2015

civil service (P) 2015 : what to DO in last 15 days


मित्रो अब जब परीक्षा की घड़ी बहुत ही करीब आ गयी है और आप को लग रहा है कि आप को कुछ भी तैयार नही है।  ऐसा लग रहा होगा कि जो कुछ अपने पढ़ा भूलते जा रहे है। यहाँ पर कुछ आपके लिए टिप्स है जो बहुत ही उपयोगी होंगे।

  1. अब नया कुछ भी न पढ़े। जो कुछ अपने ने अब तक पढ़ा वही Revise  करे।  
  2. पिछले सालो को देखते हुए , आपको करंट ( समसामयिक ) पर ही जोर नही देना चाहिए। 
  3. अब आपको ज्यादातर  पारम्परिक चीजो पर जोर देना चाहिए जैसे  NCERT
  4. अगर आप बहुत देर तक जग कर पढ़ने की आदत डाल  ली है तो उसे बंद करिये वरना अंतिम दिन आपको चाह  कर समय से नींद नही आएगी। 
  5. असफलता के बारे में मत सोचे 
  6. दोहराने के लिए तथा परीक्षा हाल में भरम से बचने के लिए लिख कर याद करना शुरु करिये विशेष कर भूगोल और पॉलिटी में 
  7. अपने खान पान का विशेष ध्यान रखिये वरना बीमार पड़ सकते है।  
  8. अधिक तनाव न ले। Exam में शांत रह कर आप ज्यादा प्रश्न हल कर सकते है। हड़बड़ी से बचे।  
  9. रटने वाली चीजे खासकर Polity  को बार बार पढ़े। 
  10. परीक्षा हाल  में प्रश्न को बहुत ही ध्यान से पढ़े , एक शब्द से प्रश्न के मायने बदल जाते है इसलिए बहुत एकाग्र रहे।  
  11. पेपर २ को भी पढ़े वरना उसमे अटक सकते है।  



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SUCCESS TIPS BY NISHANT JAIN IAS 2015 ( RANK 13 )

मुझे किसी भी  सफल व्यक्ति की सबसे महतवपूर्ण बात उसके STRUGGLE  में दिखती है . इस साल के हिंदी माध्यम के टॉपर निशांत जैन की कहानी बहुत प्रेर...