रोजगार बढ़ाने के क्या हो कारगर उपाय ?
भारत में पिछले कुछ दशक से रोजगार विहीन विकास के बारे सवाल उठते रहे है। एक ओर हमारा देश विश्व के सबसे तेज गति से बढ़ने वाला देश माना जा रहा है। हमने तमाम सूचकांकों में काफी अच्छी प्रगति की है। इसके बावजूद देश का युवा रोजगार के लिए सड़को पर उतर रहा है। हम अपने युवाओ को उनकी आशा के अनुरूप रोजगार नहीं दे पा रहे है। आज देश के तमाम इंजीनिरिंग कॉलेज से निकलने वाले ग्रेजुएट , गुणवत्ता पूर्ण जॉब के लिए तरस रहे है और अपनी आजीवका के लिए कम वेतन पर काम करने को मजबूर है। दूसरी ओर देश के लिए कुशल , दक्ष लोगों की भी कमी है। आखिर समस्या कहाँ और क्यों है ?
दरअसल हमने अपने कॉलेज , स्कूलों में वर्षो से चले आ रहे पाठ्यक्रम को ही जारी रखा है जबकि उनमें आज की जरूरत के अनुरूप विषयो पर जोर दिया जाना चाहिए। आज बिग डाटा एनालिसिस , ऑटोमेशन , इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स जैसी चीजों की बात हो रही है और हम अपने युवाओं को 1990 के दशक के अनुरूप विषय पढ़ा रहे है। 1992 के बाद से हमारी शिक्षा नीति नहीं बदली गयी है। पूर्व कैबिनेट सचिव टी यस आर की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति के लिए हमने एक समिति का गठन जरूर किया पर उसकी सिफारिशों पर अब तक कोई कदम नहीं उठाये गए है। इस दिशा में हमें जल्दी से विचार कर जरूर कदम उठाने होंगे।
रोजगार बढ़ाने के लिए भारत को सनराइज उद्योगों यथा खाद्य प्रसंस्करण , जैविक खेती , विनिर्माण आदि श्रम बहुल क्षेत्रो पर ध्यान देना होगा। जरूरत के अनुरूप स्किल का विकास करना होगा। भारत में आधारभूत ढांचे के लिए तमाम सड़क, पोर्ट , एयरपोर्ट , एक्सप्रेस वे , औधोगिक गलियारे आदि से जुडी योजनाओं में रोजगार के लिए असीम संभावनाएं है। मेक इन इंडिया , स्किल इंडिया , भारत माला , सागरमाला , उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में डिफेन्स कॉरिडोर का विकास आदि कार्यक्रमों के जरिये सरकार इस दिशा में काफी महत्वपूर्ण कदम उठाये है। एक बात ध्यान में रखनी होगी कि रोजगार के हमेशा सरकार की ओर हमेशा मुँह ताकने के बजाय जहां तक संभव हो , खुद रोजगार पैदा करने वाले बने तो देश में रोजगार की समस्या का काफी हद तक निदान हो सकता है। इसीलिए सरकार मुद्रा योजना , स्टैंड अप इंडिया , स्टार्ट अप इंडिया जैसी योजनाओं के जरिये देश में निवेश व स्वरोजगार के लिए माहौल बनाया है। आशा की जा सकती है कि आने वाले समय में बेरोजगारी की समस्या काफी हद तक दूर हो सकेगी।
आशीष कुमार
उन्नाव , उत्तर प्रदेश।