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गुरुवार, 21 अप्रैल 2016

HOW TO SCORE GOOD IN YOUR OPTINAL SUBJECT



दोस्तों , आज एक मित्र ने सुबह मुझे message किया कि कुछ वैकल्पिक विषय के लिए टिप्स दू . वो uppcs का मैन्स लिखा था . मुझे जहाँ तक सुनने में आया है कि uppcs में इस बार बहुत कम नंबर मिले है . इस पोस्ट को लिखने से पहले ही बता दू uppcs या और कोई स्टेट का एग्जाम हो उसकी मार्किंग पैटर्न का कोई भरोसा नही है . 

  1.  optional subject में अच्छा स्कोर आये इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि आप उस विषय में पूरी दक्षता रखते हो . 
  2. आपके पास कुछ न कुछ नया होना चाहिए . आप यह भी कह सकते है कि कुछ सब्जेक्ट का कोर्स तो हमेशा एक रहता है तो नया क्या लिखा जाय. मेरा कहने का मतलब है आपकी प्रस्तुति , अन्य लोगो से अलग होनी चाहिए . 
  3. इसके लिए आपको  BASIC BOOKS  पर ध्यान देना चाहिए . अक्सर लोग इस जगह मात खा जाते है .  HOW TO SCORE GOOD  IN YOUR  OPTIONAL  SUBJECT  BY  IAS KI PREPARATION HINDI ME
  4.  COACHING  के  NOTES भले कितने ही अच्छे और शार्ट क्यू न हो उनको पढ़ कर आप ज्यादा उम्मीद न करे क्यू कि सभी वही पढ़ते है और एक जैसा ही लिखते है . 
  5. विषय में मास्टर बनने की कोशिस करे . हर पहलू पर विचार करे . 
  6. हर रोज उस पर लिखने का अभ्यास करे . 
  7. सभी टॉपिक कवर करे . सिलेक्टेड पढने से भी आप कमजोर रह जाते है . 
  8.  मेरे विचार में विषय कोई भी आपको उसको टॉपिक वाइज  कम से कम ५ दफे पढना ही चाहिए . 
  9.  मैंने यह भी सुना है uppcs में कुछ सब्जेक्ट काफी अच्छा स्कोर देते है . यह एक फालतू की बकवास सी है . आप देखा देखी अगर अपने सब्जेक्ट बदल देते है तो समझ लीजिये आप गर्त में गये . 
  10. जो भी चुने उसको हमेशा के लिए चुने . तभी आप मास्टर बन पायेगे . कुछ वक्त भले लगे पर जब आपकी सब्जेक्ट पर कमांड होगी आपका स्कोर भी लाजबाब होगा . 
  11.  Try to write answer everyday based on old year papers. 
  12.  Be a master in language . No matter you are from Hindi medium or English medium , just become expert. 
  13. If you have opportunity , try to check you answer by your seniors , mentor , teacher. ( you can send me on my email- ashunao@gmail.com or your can post your answer in comment. ) 
  14. Try to get IGNOU material on your subject. In my view , those are best notes. 
  15. When you write your answer in exam hall , be specific , to the point. 
  16. Do not write waste things , due to this sometimes examiner become irritated.  

सोमवार, 28 दिसंबर 2015

Tashkent agreement

यह प्रश्न एक बार आईएएस में पूछा जा चूका है . 

ताशकंद समझौता 1966: भारत और पाक के बीच 1965 के युद्ध के बाद 10 जनवरी 1966 को रूस, अमेरिका तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के पयासो से हुआ था । इस में निम्न बिन्दुओं पर सहमति बनी 

 *  दोनों देश युद्ध के दौरान पकड़े गए बंदियो के वापस कर देंगे 
*  सीमा रेखा भी पूर्व की मानी गई
*  आर्थिक एवं कूटनीतिक सबंधो को नये सिरे से पारम्भ किया जायेगा ।
*  दोनों देशों के नेता सामरिक मसले बात चीत से सुलझायेगे।

वो अब टॉपर है भाई।

गुरुवार, 12 नवंबर 2015

Emotional Intelligence in Hindi

भावनात्मक समझ ( Emotional Intelligence ) 
  1. अपनी भावनाओं , संवेगों को समझना उनका उचित तरह से प्रबंधन ( manage )  करना ही भावनात्मक समझ है।  
  2. इसमें व्यक्ति अपनी ' भावनात्मक समझ ' का उपयोग कर सामने वाले व्यक्ति से ज्यादा अच्छी तरह से संवाद कर सकता है , ज्यादा बेहतर परिणाम पा सकता है।  
  3. डेनियल गोलमैन ( Daniel Goleman)  की पुस्तक भवनात्मक समझ को सारे  विश्व में प्रचलित कर दिया।  
  4. इससे पहले बुद्धि लब्धि को ही सब कुछ माना जाता था।  
  5. एक अच्छी बुद्धि लब्धि वाला व्यक्ति अच्छी सफलता पा सकता है पर TOP पहुचने के लिए भावनात्मक समझ का होना भी जरूरी है।  
  6. अच्छी भावनात्मक समझ रखने वाला व्यक्ति कभी भी क्रोध और खुशी  के अतिरेक में आ कर अनुचित कदम नही उठाता है।  
  7. एक अच्छा ADMINISTRATOR  होने के लिए सिर्फ अच्छी बुद्धि होना ही काफी नही , भावनात्मक समझ के आभाव में प्रशासक लकीर का फकीर बन रह जायेगा।  
  8. PUBLIC SERVICE में भावनात्मक समझ का बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है , इसके चलते सिविल सेवक सकारात्मक सोच के साथ , टीम भावना के साथ नीतियों का लागु कर पाता  है।  
  9. इसके चलते सिविल सेवक आम जनता से ज्यादा बेहतर संवाद कर पाता है।  
  10. सिविल सेवक अपने मतों , पूर्वाग्रहों से ऊपर  उठ कर लोक हित में कार्य कर पाता है।  
  11. इसके चलते व्यक्ति में अहं भाव का विकास न होकर सदैव विनम्रता  , दयालुता  , परोपकार , सत्यनिष्टा  , ईमानदारी  जैसे गुणों का विकास होता है।  


मंगलवार, 1 सितंबर 2015

ONE RANK ONE PENSION ( POINT WISE NOTES )

एक रैंक एक पेंशन

# अर्थ-
      *   एक रैंक एक पेंशन का मतलब अलग-अलग समय पर रिटायर हुए एक ही रैंक के  दो सैनिको को समान पेंशन देना

*  बिना रिटायरमेंट की तिथि पर विचार किये।
फ़िलहाल रिटायर होने वाले को रिटायरमेंट के समय जो नियम है उसी के अनुसार पेंशन मिलती है।
*  मतलब ये हुआ की अगर कोई सैनिक 20-25 साल पहले समान रैंक से रिटायर हुआ है और जो आज रिटायर हुआ है उससे पहले  रिटायर होने वाले की पेंशन काफी कम होगी।

# 1973 के समय तक एक रैंक एक पेंशन के आधार पर ही पेंशन दी जाती थी, जिससे ARMY में पेंशन अन्य सेवाओं से कही अधिक थी।

* इसीलिए आर्मी में कार्यरत लोगो और अन्यसेवाओं में लगे लोगो को  समानता प्रदान करने के लिए 1973 में  इंदिरा गांधी की अध्यक्षता में तीसरे वेतन आयोग ने एक रैंक एक पेंशन की अवधारणा को समाप्त कर दिया।

*1973 के बाद जब भी कोई रिटायर होगा उसे रिटायरमेंट की तिथि को जो नियम कानून होंगे उसके अनुसार ही पेंशन मिलेगी।

* 2009 में फिर से एक रैंक एक पेंशन की अवधारणा को बल मिलने लगा।
* 2010 में 10 सदस्यों वाली संसदीय पैनल का गठन हुआ जिसे कोशियारी समिति ( koshiyari committee )के नाम से भी जानते है। 
* इस समिति ने  19 दिसंबर 2011 को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमे एक रैंक एक पेंशन का समर्थन किया।

सैनिको का इसके समर्थन में तर्क है की जहाँ उनको 33 वर्ष की अवधि के बाद रिटायर कर दिया जाता है वही अन्य सेवा में लगे कर्मचारी जैसे सिविल सेवक आदि 55 से 60 साल तक वेतन प्राप्त करते है ।
सैनिको की रिटायरमेंट के बाद की ज़िन्दगी पेंशन के सहारे ही चलानी है।

*ये मुद्दा अभी इसलिए भी अभी बढ़ गया है क्योकि 2014 के लोकसभा चुनावो में इसे लगभग सभी बड़ी पार्टियो ने चुनावी मुद्दे के रूप में प्रयोग किया तक।

* पेंशन का भुगतान की वास्तविक कीमत का पता करना थोडा कठिन है।
सरकार ने जहाँ बजट 2015-16 में पेंशन के लिए 1000 करोड़ का अनुमान रखा है वहीँ इसका वास्तविक अनुमान 9000 करोड़ लगया जा रहा है। इस तरह से ये कहीं न कहीं राजकोषीय प्रबंधन पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा ।

* एक अन्य नकारात्मक प्रभाव यह भी हो सकता है की इस मांग के पूरा होने से अन्य सेवाओं में लगे कर्मचारी भी ऐसी ही मांगे उठाना शुरू कर सकते है।

* सैनिको पर इसका सकारात्मक प्रभाव होगा जो किसी भी देश के सैनिको के लिए बहुत आवश्यक है।

* इससे सैनिको का मनोबल बढेगा ।

 चाणक्य जी ने कहा है-“ जिस देश के सैनिको को अपने अधिकारो के लिए स्वयं लड़ना पड़े इससे बड़ा उस देश का कोई दुर्भाग्य नही हो सकता ।"



UPSC INTERVIEW

ESSAY WRITING TIPS IN HINDI BY IRA SINGHAL , IAS TOPPER 2015

    इरा सिंघल  मैडम ने अपने IRA SINGHL BLOG पर जो टिप्स दिए है उनके आधार पर आपके लिए कुछ पॉइंट मैंने  हिंदी में तैयार किये है।  जैसा कि आप जानते है मैडम ने  ESSAY  में अंक बहुत ही अच्छे (160) रहे है।  उनके टिप्स को आधार बनाकर आपको तैयारी करने पर आपको भी निबंध में  अच्छे अंक मिल सकते है।  


  • टॉपिक के चयन बहुत समझदारी से करे . 
  • टॉपिक वही चुने जिस पर आप कई आयामों में लिख सकते है . 
  • दार्शनिक टाइप के टॉपिक में आपको ज्यादा लिखने के लिए कुछ नही होता है . 
  • इसलिए इस तरह के टॉपिक चुनने से बचे . 
  • निबंध में भाषा का काफी महत्व होता है। 
  • इसलिए किसी तरह के GRAMMER की गलती से बचे।  
  • सरल , सहज , जीवंत , प्रवाहमयी शब्दों के प्रयोग करे।  
  • SUBHEADING का पयोग कर सकते है , जैसा की उन्होंने  GAURAV AGRAWAL BLOG ( २०१४ के टॉपर ) से सीखा था 
  • महत्वपूर्ण बिंदु को अंडरलाइन करे।   
  • जहाँ जरूरत हो चित्र , आरेख बनाये।  

ANSWER WRITING TIPS BY IRA SINGHAL , IAS TOPPER 2015



      इरा सिंघल  मैडम ने अपने IRA SINGHL BLOG पर जो टिप्स दिए है उनके आधार पर आपके लिए कुछ पॉइंट मैंने  हिंदी में तैयार किये है।  जैसा कि आप जानते है मैडम ने मैन्स में अंक बहुत ही अच्छे रहे है।  उनके टिप्स को आधार बनाकर आपको तैयारी करने पर अच्छे अंक मिल सकते है।  



  • अपने उत्तर पॉइंट वाइज लिखे। 
  • अपने वैकल्पिक विषय में भी पॉइंट वाइज लिख सकते है।  
  • महत्वपूर्ण बिंदु को अंडरलाइन करे।  
  • भूमिका और उपसंहार लिखने की जरूरत नही। 
  • रंगीन पेन का उपयोग न करे। 
  • जहाँ जरूरत हो चित्र , आरेख बनाये।  
  • जो उत्तर आप जानते हो वही लिखे।  किसी भी प्रकार के तुक्के से बचे। 
  • गलत उत्तर लिखने से परीक्षक पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।  
  • शब्द सीमा की चिंता न करे। अगर आप मतलब की बात १०० शब्दों में लिख देते है तो  भी आपको अच्छे अंक मिल सकते है।  

गुरुवार, 18 जून 2015

हड़प्पा संस्कृति का उद्भव और विकास

# हड़प्पा संस्कृति का उद्भव और विकास

* इसका नाम हड़प्पा इस लिए पड़ा क्योंकि इसका पता 1921 में पाकिस्तान के हड़प्पा नामक आधुनिक स्थल में चला।

* उत्तर में जम्मू कश्मीर से लेकर दक्षिण में नर्मदा नदी के मुहाने तक।
पश्चिम में बलूचिस्तान में मकरान समुद्र से मेरठ तक था।

* हड़प्पा संस्कृति का क्षेत्रीय विस्तार - पंजाब , सिंध , बलूचिस्तान,गुजरात हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक था।

* परिपक्व या उत्तर हड़प्पा कालीन नगर
1. पंजाब (पाकिस्तान) -हड़प्पा
2. सिंध (पाकिस्तान )-मोहनजोदड़ो , चन्हुदडो
3. गुजरात (खंभात की खाड़ी)- लोथल ,धोलावीरा
काठियावाड़ के प्रायद्वीप -रंगपुर,रोजदी
4. राजस्थान-कालीबंगा
5.हरियाणा- बनवली ,राखीगढ़ी
6. सुत्कागेडोर और सुरकोटदा भी दो तटीय नगर थे।

* हड़प्पा कल की तीनो अवस्थाएं धौलावीरा,राखीगढ़ी में मिलती है।

               नगर योजना 

* शासक वर्ग दुर्ग में रहता था तथा सामान्य लोग ईंटो से बने मकानों में रहते थे।
* सड़के एक दूसरे को समकोण पर कटती थी।
* हर छोटे बड़े मकान के प्रांगण में स्नानागार होते थे।
*जल निकासी- घरो का पानी बहकर  सड़को तक आता था जहा सड़को के निचे मोरियां बनी होती थी तथा ये ईंटो या सिल्लियों से ढकी होती थी
इसके अवशेष मुखयतः मोहनजोदड़ो तथा बनावली में मिले है।

                 कृषि

* सिंधु नदी काफी जलोढ़ और उपजाऊ क्षेत्र का निर्माण करती थी।
* कुंड (हल रेखा) कालीबंगा में देख गए ।
* फसल काटने क लिए शायद पत्थर के हँसिये करते थे।
* प्रमुख फसले-गेंहूँ ,जौ,राई, मटर , तिल चावल ,सरसों आदि।
*कपास का उत्पादन सबसे पहले सिंधु क्षेत्र में ही हुआ।

               पशुपालन

* गाय,बैल,भैंस,बकरी,भेड,सूअर,कुत्ता,बिल्ली गधे,ऊंट,हाथी आदि।
*सुरकोटदा से घोड़ो के अवशेष मिले है।
*हड़प्पाई लोगो द्वारा चावल उपजाना तथा हाथी पलना उन्हे उनकी समकालीन सभ्यता मेसोपोटामिया से भिन्न बनाता है।

Accredited Social Health Activist) - ASHA

मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता 
( Accredited Social Health Activist)

          ASHA

#  भारत में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रायोजित जननी सुरक्षा योजना से संबद्ध एक ग्रामीण स्तर की कार्यकर्त्री है। 

#  आशा का कार्य स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से गरीब महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी सेवाएँ प्रदान करना है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) योजना आशा के माध्यम से क्रियान्वित हो रही है। 

# 2005 में आरंभ की गयी इस योजना का लक्ष्य 2012 तक पूरी तरह क्रियान्वित किया जाना था।

# इस मिशन के अंतर्गत 8.94 लाख मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता कार्य कर रही है।

# ये कार्यकर्ता समुदाय तथा सार्वजानिक स्वास्थ्य प्रणाली के बीच संपर्क का काम करती है।

# ये ग्रामीण क्षेत्रो के कमजोर वर्गों  विशेषकर महिलाओं और बच्चों  तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करती है।

ये जन स्वास्थ्य प्रणाली तक लोगो की पहुच बनाने की अहम कड़ी है।

# ये स्वास्थ्य सेवाओं में बाह्य रोगी सेवाओं ,नैदानिक सुविधाओं , संस्थागत डिलीवरी और रोगी देखभाल की दृष्टि से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में अभियान सफल  रहा है।

सोमवार, 20 अप्रैल 2015

Some more answers

भारत में भूमिहीनता बढने के कारक : 
१. बढती आबादी
२. विविध कारणों के चलते भूमि अधिग्रहण
रोजगार अवसरों की उपलब्धता : 
१. भारत के अधिकांश आबादी कार्य कुशल नही है , ऐसे भूमिहीन लोग के लिए मजदूरी ही रोजगार के रूप में उपलब्ध है . 
२. सरकार ऐसे लोगो के लिए विविध कार्यक्रम चला रही है , हाल में ऐसे लोगो के लिए आसानी से वित्त उपलब्ध कराने के लिए 'मुद्रा ' योजना चलाई गयी है . 
३. अच्छी अच्छी योजना होने के बावजूद , उनका ठीक से क्रियान्वयन न होने से , हाशिये पर खड़े लोगो को इसका लाभ नही मिल पाता है . 
४. नियमो की सही जानकारी का आभाव , दलालों तथा लालफीताशाही के चलते , भूमिहीन लोगो के रोजगार के अवसर बहुत सिमित है .

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कनाडा और भारत के बीच यूरेनियम समजौता 
संदर्भ एवम अभिप्राय
१. ३५० मिलियन डालर का सौदा , ५ सालो तक भारतीय रिएक्टर के लिए यूरेनियम की पूर्ति 
२. २०१३ में हुए सिविल नुक्लेअर डील के अनुपालन के तहत समजौता हुआ है 
३. कनाडा , संसार के सबसे प्रमुख यूरेनियम उत्पादक देशो में एक है , भारत की उर्जा जरुरते काफी हद तक इस समजौते पर निर्भर करती है . 
४. २०३२ में भारत नुक्लेअर उर्जा क्षमता ४५००० मेगावाट होगी . इसके लिए यूरेनियम के अबाध पूर्ति होना जरूरी है . 
५. भारत ने अन्य देशो से भी इस दिशा में समजौता कर चूका है पर भारत के लिए जितने अधिक विकल्प होंगे उतना ही अच्छा होगा .
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मिडिल वे , तिब्बत की सम्पूर्ण आजादी के बजाय आंशिक रूप से ऑटोनोमी की बात को बढ़ावा देता है . यह एक प्रकार से राज्य के भीतर राज्य की व्यवस्था लागु करने सरीखा है . 
भारत का नजरिया : चीन ने इसे यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि यह सम्पूर्ण आजादी के के लिए कदम है . अगर तिब्बत का मुद्दा आसानी से सुलझ जाता है तो यह भारत और चीन के बीच अच्छे संबंधो को बढायेगा .

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यातायात संकुलन को कम /खत्म करने के उपाय 
१. सार्वजानिक परिवहन को बढ़ावा देना 
२. जिन्हें वास्तव में जरूरत हो उन्हें ही व्यक्तिगत वाहन लेने का परमिट देना ( चीन में ऐसा लागु कर बहुत हद तक लगाम लगाई जा चुकी है ) 
३. कार जैसे व्यक्तिगत साधन पर बड़ी मात्रा में कर लगा कर उसे खरीदने से ह्तोसाहित करना .
४. भारत में चौराहे पर अक्सर जाम लगता है वजह केवल लोगो द्वारा जल्दबाजी में गलत तरीके से ओवरटेक करने से होता है ....यहाँ पर ट्रैफिक पुलिस को सक्रियता दिखानी चाहिए 
५. सही नियमो की जानकारी का आभाव , कम जुर्माना , ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत के चलते , नागरिक उदासीन है . जरूरी होगा कि इन खामियों को दूर किया जाय

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संस्थागत सब्सिडी का प्रचलन पिछले दो दशक में बहुत ज्यादा बढ़ गया है . पूर्व की तुलना में यह कई गुना बढ़ा दी गयी है . इसके बावजूद न क्रषि और नही किसान के दशा में कोई इसका प्रभाव नही दिखलाई पड़ता है . इसकी वजह कुछ निम्न है .
१. भारत में कुछ वास्तविक किसान है और कुछ दिखावे के लिए ( यथा अमिताभ बच्चन ) . वास्तव में क्रषि के लिए सब्सिडी में बड़ा हिस्सा शहर में रहने वाले किसान और खेती के लिए दे दिया जाता है 
२. उक्त के लिए बैंको ने २००० में लाये गये एक प्रावधान ( डायरेक्ट तथा इन डायरेक्ट क्रषि सब्सिडी ) में लूपहोल खोज लिया और भारी मात्रा में क्रषि के नाम पर सब्सिडी जारी करते रहे . 
३. सरकार ने कहा है सक्षम लोग सब्सिडी न ले पर क्रषि के नाम पर कम्पनी और पूजीपति द्वारा इस लूट के लिए किसी भी तरह की बेचैनी किसी को भी नही दिखती है .
क्रषि के लिए , किसान के लिए तथा भारत की समस्त आबादी की खाद्य जरुरतो की लगातार पूर्ति होती रही इसके लिए जरूरी होगा कि क्रषि के नाम पर इस तरह सब्सिडी की लूट बंद हो . किसान वैसे भी कम बारिश और बे मौसम की बारिश के चलते बहुत ज्यादा परेशान और बदहाली में है . उन के लिए जारी धन उन तक पहुचना ही चाहिए .

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स्पोंसोरेड डाटा का आशय इन्टरनेट का शुल्क भुगतान उपभोक्ता द्वारा न करके सेवा प्रदाता द्वारा किये जाने से है . यह टोल फ्री नंबर के सरीखा है जिसमे नि शुल्क काल होती है .
अर्थव्यवस्था के नजरिये से कैसे लाभदायक 
१. भारत में महगा डाटा शुल्क लोगो को इन्टरनेट के उपयोग करने से रोकता है .
२. नि शुल्क होने से लोगो में इन्टरनेट प्रयोग करने हेतु प्रोत्साहन मिलेगा .
३. डिजिटल डिवाइड , कम होगा .
४. डिजिटल भारत के उद्देश्य की पूर्ति होगी .
५. सरकार की लोगो तक तथा लोगो की सरकार तक पहुच बढ़ेगी फलत विकास को गति मिलेगी .









गुरुवार, 26 मार्च 2015

ANSWER WRITING PRACTICE

प्रश्न : क्या भारत में VIP कल्चर को नैतिक माना जा सकता है ?

उत्तर : नैतिक नही माना जा सकता है .
भारत में अति महत्वपूर्ण व्यक्ति के लिए 
१. प्रोटोकाल के नाम में कई गाडी , गार्ड , के सेवा उपलब्ध करायी जाती है 
२. सर्किट हाउस होने के बावजूद ५ सितारा होटल में रहने के लिए प्रबंध किया जाता है 
३. प्लेन में मुफ्त सफर करने में ( आम जन पर हिकारत भरी टिप्पड़ी " कैटल क्लास " भी करना उनके स्वभाव में होता है . )
समाज पर प्रभाव 
१. आम जन की नजर में लोक सेवक का महत्व कम होता है .
२. समाज पर आर्थिक बोझ 
३. लोक सेवा के कर्तव्य और उत्तरदायित्व से विमुख होने से , सामाजिक समरसता पर प्रभाव 
४. आम जन में भी अनैतिक धन , पॉवर , vip बनने की आकाक्षा का जन्म
vip को ख्याल रखना होगा कि उन्हें जो अधिकार और शक्ति दी गयी , वह उनके समाज के प्रति जबाबदेही के लिए है न कि उसका व्यक्तिगत लाभ लेने हेतु
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प्रश्न २ कृषि-पारिस्थितिकी से आप क्या समझते है ? 
उत्तर 
कृषि-पारिस्थितिकी का आशय , क्रषि के प्रबंधन में पर्यावरण का हित सर्व प्रमुख रखने से है .
वकालत क्यू : 
१. मिट्टी का उपजाऊपन दिनों दिन कम होना 
२. फ़ूड प्रोडक्ट्स में रासायनिक उर्वरको , कीटनाशको का बढ़ता दुष्प्रभाव 
३. ग्रीन इकोनोमी हेतु 
४. सतत विकास के मद्देनजर 
५. आने वाली पीढ़ी को भी शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके .
६. " खाद उपजाऊ मिट्टी की जगह नही ले सकते " डोनाल्ड वोस्टर
सार रूप में - इंडस्ट्री के हित को , आम जन के हित के उपर महत्व देना उचित नही है .
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------प्रश्न : भ्रष्ट अधिकारी को कठोर सजा देने के गुण तथा अवगुणों पर प्रकाश डाले ? 

गुण : 
१. भ्रष्टाचार पर रोक 
२. नीतियों का प्रभावी तरीके से लागू होना 
३. जनता में विश्वास 
५. लोकत्रंत की मजबूती 
६. समाजिक उन्नयन
अवगुण : 
१. अच्छे ईमानदार अधिकारी , किसी भी तरह की पहल से उदासीन हो सकते है .
२. कठोर और तेज सजा में कई बार झूठे आरोप के आधार पर किसी ईमानदार अधिकारी दण्डित किया जा सकता है .
३. जनता के लिए भले अच्छा हो पर उचित जाँच के बगैर सजा देने से शासन में , अधिकारी वर्ग में असंतोष जन्म सकता है , जिसके चलते नीतिगत ठहराव आ सकता है .

बुधवार, 25 मार्च 2015

how to improve higher education Quality in India

उच्च शिक्षा में सुधार  हेतु कुछ सुझाव



१. जरूरी नही है कि नियमित शिक्षक ही रखे जाये . कुछ नामचीन विद्वानों की सेवा , अंशकालिक आधार पर ले कर , उनसे उच्च स्तर की , गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलवाई जा सकती है .
२. आवश्यक संसाधन , जैसे लैब , उपकरणों के लिए csr की मदद ली जा सकती है .
३. किसी भी देश के लिए मानवीय पूंजी का स्तर जितना उच्च होगा , उस देश का भविष्य उतना ही अच्छा होगा . इसलिए भारतीय स्टूडेंट्स को समय की मांग के अनुरूप शिक्षा दिलवाई जाये .
४. नये नये विषयों के प्रोजेक्ट देकर , स्टूडेंट्स को बेहतर और उपयोगी शिक्षा दी जा सकती है .

AEROPONICS एरोपोनिक्स : मिट्टी के बजाय हवा में पौधों को उगाना

एरोपोनिक्स : मिट्टी के बजाय हवा में पौधों को उगाना
तकनीक : जल के माध्यम से पौधों को आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध करना
भारत के संदर्भ में :
१. विविध प्रकार के स्वस्थ, बीज तैयार करने हेतु उपयोगी ( आलू )
२. कही भी उगाया जा सकता है
३. जिस तरह से उपजाऊ मिट्टी की कमी होती जा रही है . यह तकनीक आने वाले कल के लिए एक उम्मीद जगाती है .
४. भारत जैसे विशाल देश की आबादी को भोजन उपलब्ध कराने के लिए , इस तरह की तकनीक अहम भूमिका निभा सकती है .
५. चुकि तकनीक महगी और आधुनिक है इसलिए आम जन की पहुच से दूर
६. इस तकनीक में दक्ष लोग की कमी है .

सोमवार, 23 मार्च 2015

नकल करवाने की आदत

पिछले दिनों , एक राज्य में बोर्ड एग्जाम में नकल करवाने को लेकर बहुत विवाद हुआ था . इससे जुड़े कुछ बिंदु .

कारण :
१. अब परसेंटेज का भी बहुत हद तक रोल बढ़ गया है .
२. ओछी मानसिकता
३. हाशिये खड़े लोगो में उपर उठने की प्रबल इच्छा
४. फेल होने से बचने के लिए
५. काम , धंधे में लगे लडके जो सिर्फ दिखाने के लिए डिग्री चाहते है .
दोषी :
१. विद्यार्थी
२. उसके पैरेंट्स और रिस्तेदार .
३. शिक्षा माफिया
प्रभाव :
१. टैलेंटेड बच्चे पर विपरीत प्रभाव
२. नकल से पास बच्चे को जीवन में मेहनत के मतलब न पता चलेगा
३. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के आभाव के चलते , देश पर बोझ बनेगे .
४. दूषित मानसिकता को प्रोत्साहन

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