ऐतिहासिक व अभूतपूर्व बजट
योजना का बजट अंक हमेशा से अपने सारगर्भित , विश्लेषणात्मक व रोचक लेखों के लिए हमेशा से लोकप्रिय रहा है। पहले ही लेख में वस्तु एवं सेवाकर प्रणाली के आधार स्तम्भ माने जाने वाले हसमुख अढ़िया जी ने सम्पूर्ण बजट को साररुप में प्रस्तुत कर दिया गया है। उनका ठीक ही कहना है कि क्रेन्द्रिय बजट २०१८-19 का आधारभूत दर्शन "गरीबी हटाओ , किसान बचाओ " है। भारत देश कृषि प्रधान देश है जहां की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। तमाम उपायों के बावजूद किसानों की हालत जस की तस बनी हुयी है , इसके चलते ही इस वर्ष के बजट में किसानों के लिए बने स्वामीनाथन आयोग (2007 ) की सिफारिशों के अनुरूप उनकी लागत मूल्य का डेढ़ गुना दाम दिए जाने का प्रावधान किया गया है। किसानों की फसल का बीमा , सिंचाई के प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना , ई नाम , परम्परागत कृषि विकास योजना आदि पर फोकस किया गया है। आलू , प्याज और टमाटर के लिए 'ऑपरेशन ग्रीन'( 500 करोड़ रूपये ) की शुरुआत की जाएगी। खाद्य प्रसंस्करण के लिए 'सम्पदा योजना' की लागू की गयी है। इससे किसान अपनी फसल का मूल्य संवर्धन कर ज्यादा लाभ प्राप्त कर सकेगें। देश की सभी मंडी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जोड़ा गया है। 22000 कृषि हाटो को कृषि बाजार में अपग्रेड किया जायेगा। इससे बिचौलियों का खत्मा होगा और किसान अपनी फसल सीधे बेच सकेंगे। इन कदमों से निश्चित ही माननीय प्रधानमंत्री जी का किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य पूरा किया जा सकेगा।
बजट के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण बिंदु स्वास्थ्य पर के रेड्डी जी ने अपने लेख में बखूबी विश्लेषित किया है। आयुष्मान भारत , विश्व के सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है जिससे भारत के 50 करोड़ आबादी लाभ पायेगी। समन्वित परिवहन पर अरविन्द जी का लेख परिवहन पर कुछ नवाचारी कदमों पर जोर देता है। निश्चित ही भारत में जलीय परिवहन के क्षेत्र में असीम सम्भावनाये छुपी हैं। ऋतु सारस्वत जी ने अपने लेख में महिलाओं के लिए इस बजट में महत्वपूर्ण बिंदुओं को रेखांकित किया है। पिछले कुछ सालों में हमने महिलाओं पर क्रेन्द्रित योजनाओं यथा बेटी पढ़ाओ -बेटी बचाओ , सुकन्या समृद्धि योजना , मुद्रा योजना , स्टैंड अप योजना में बहुत अच्छी प्रगति की है। समग्रतः यह बजट ऐतिहासिक व अभूतपूर्व है और इस पर क्रेन्द्रित योजना का विशेषांक एक संग्रहणीय अंक बन पड़ा है।
आशीष कुमार
उन्नाव , उत्तर प्रदेश।