उससे मिलने के पहले ब्लॉकिंग क्या होती है उस लड़के को पता न था। कभी ऐसी नौबत न आई थी। लोग आते और ठहर जाते, यह अलग बात थी कि नए नए परिचय की गर्मजोशी धीरे उदासीन सामान्य जान पहचान में बदल जाती।
उससे जितनी तेजी से बात हुई, उतनी ही बातें बिगड़ गई। तमाम लोग कहा करते थे कि उससे बात करना जैसे रूह को रूमानी अहसास दिलाना सा है। उसे क्या पता था वो तो बस एक बंद दुनिया से निकल कर एक आभासी दुनिया में आई थी।
बात की शुरुआत, पद से हुई थी, उस लड़की को लड़के के पद ने आकर्षित किया था पर जब बात शुरू हुई तो हर चीज पसंद आने लगी। जल्द ही वो इतने करीब आ गई कि उसे हर वक्त उसका ही ख्याल आने लगा।
उसका कभी मन न लगता, लड़का अति व्यस्त था, उसके सपने असीम थे, उनको उसे पूरा करना था। लड़की , लड़के की व्यस्तता, उसे अपनी बेरुखी करना लगती थी। इसे में वो परेशान होकर उसे ब्लॉक करती थी। इसके बाद उसकी बेचैनी और बढ़ जाती फिर वो अनब्लॉक करके उसे, उसकी तस्वीरें, उसकी पोस्ट देखा करती थी।
तो बात का अंत समय न देने से हुआ और एक रोज वो हमेशा से खुद को ब्लॉक करके हमेशा के लिए चली गई, लड़का अपने असीम सपनों को पूरा करने की जद्दोजहद में खो गया।
© आशीष कुमार, उन्नाव।
20.12.2025