BOOKS

रविवार, 6 सितंबर 2015

Act East Policy

उत्तरपूर्वी भारत में बढ़ता स्थायित्व या
भारत की एक्ट ईस्ट पालिसी

पूर्वी क्षेत्र में बॉर्डर समस्याओं का हल करने में पिछले कुछ दिनों में भारतीय सरकार काफी हद तक सफल हुई है ,ये भारत की  ACT EAST POLICY के तहद भी देखा जा सकता है की पूर्वी क्षेत्र अब स्थायित्व की और बढ़ रहा है।

सरकार द्वारा किये गए अहम प्रयास

1. बांग्लादेश- 

वास्तव में सदियों पहले कूचबिहारके राजा और रंगपुर के महाराजा जब शतरंज की बिसातें चलते थे तो दांव पर लगते थे - गांव। दोनों रियासतों के सैकड़ों गांव एक दूसरे की रियासत में मौजूद थे। फिर मुगलकाल में इन गांवों की सीमा को लेकर विवाद बना रहा। ऐसे 1713 विवादित क्षेत्र बने रहे। भारत (और पाकिस्तान) की स्वतंत्रता के बाद बंटवारा तो हुआ पर पूर्वी पाकिस्तान के कई इलाके भारत में और भारत के कई इलाके पूर्वी पाकिस्तान में बने रहे। यहीं से 'छिटमहल' या ENCLAVE  की समस्या शुरू हुई

बांग्लादेश के साथ हुए LAND BOUNDARY AGREEMENT  के प्रभाव-
1. अवैध आवाजाही तथा अवैध व्यापार पर रोक लगेगी
2. इससे शरणार्थियों का मुद्दा हल होगा तथा दोनों देशों के लोगो में आत्मविश्वास बढेगा।
साथ ही भारत का भी अन्य देशो के साथ सीमा संबधित मुद्दों को हल करने में CONFIDENCE  बढेगा तथा ये उदाहरण के रूप में प्रस्तुत होगा।
3. ये परिवहन की समस्या का भी हल करने में  HELPFUL होगा। इससे उत्तर पूर्वी भारत में RAIL ,समुद्री तथा सड़क यात्रा कम खर्चीली तथा कम समय की होगी
उदाहरण के लिए हल्दिया से चिटगॉन्ग पोर्ट तक की यात्रा चिकन नैक से सड़क यात्रा के बजाए काफी किफायती होगी।
WILL POWER
2. भूटान-बांग्लादेश-भारत-नेपाल कनेक्टिविटी एग्रीमेंट
         जून में हुए बैठक के अनुसार इस क्षेत्र में यात्रियों तथा माल की सुरक्षित आवाजाही के लिए सड़क मार्ग को दुरुस्त किया जायेगा जिससे सम्पूर्ण क्षेत्र के आर्थिक विकास में मदद मिलेगी तथा सद् भावना का विकास होगा।

3. नागालैंड शांति समझौता

नागालैंड का शांति समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के साथ भारत अपने रिश्तों को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है। उधर का रास्ता पूर्वोत्तर से होकर गुजरता है, जो देश का सबसे संवेदनशील इलाका है।
नेशनल सोशल काऊंसिल ऑफ नागालैंड(NSCN- IM) और सरकार के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. माना जाता है कि इस अहम शांति समझौते के बाद नार्थ ईस्ट में हालात को काबू करने में सरकार को काफी हद तक सफलता मिलेगी. एनएससीएन (आईएम) नेता टी. मुइवा ने समझौते पर हस्ताक्षर के बाद कहा कि हम एक दूसरे को समझने, नये संबंध बनाने के लिए नजदीक आये हैं।

4. त्रिपुरा से AFSPA का हटाना

काफी लंबे समय से चले सिविल सोसाइटी तथा सरकार के मध्य इस संघर्ष में सिविल सोसाइटी की विजय हुई तथा इस ACT को हटाने में सफल रहे।

5 भारत से थाईलैंड तक सड़क मार्ग-
ये भी भारत सरकार की एक्ट ईस्ट पालिसी का ही एक हिस्सा है जिसमे सड़क मार्ग द्वारा भारत-म्यांमार-थाईलैंड को जोड़ा जायेगा। जो तीनो ही देशों की ECONOMY के लिए महत्वपूर्ण होगा तथा आपसे सौहार्द भी बढेगा ।

SAVE MONEY EARLIER, ENJOY LIFE IN FUTURE

बुधवार, 2 सितंबर 2015

Interesting story of IRA SINGHAL , IAS TOPPER 2015



पिछले दिनों ERA मैडम अहमदाबाद में एक स्टूडेंट सेमिनार में भाग लेने के लिए आई थी। वहाँ पर बहुत सारे COMPETITIVE STUDENT  के प्रश्नों के जबाब देते हुए एक बहुत ही रोचक बात का पता चला।  वैसे भी मैडम के अपने जितने भी इंटरव्यू सुने , पढ़े या देखे होंगे उससे आपको अंदाजा हो गया होगा। मैडम हमेशा इस बात पर जोर देती रही है कि वह भी एक आम स्टूडेंट की तरह ही तैयारी करती थी। बस इस बार उन्होंने अपनी STRATEGY  में कुछ बदलाव किया और TOPPER बन गयी।  

मैडम ने अपने पिछले एटेम्पट ( २०१४ ) के मुख्य परीक्षा में एक सवाल पर बड़ी रोचक बात बताई। एक पेपर में एक क्वेश्चन IT ACT के बारे में पूछा गया था।  दरअसल IT  का मतलब INFORMATION  TECHNOLOGY  से था।  मैडम ने इस INCOME TAX समझ लिया था और खूब बना बना कर उत्तर लिखती गयी।
HOW TO START PREPARATION, SOME USEFUL TIPS

ऐसा हम लोगो के साथ भी होता है , जब हमे उत्तर पता नही होते हम यूं ही लिखते जाते है अनाप शनाप। और आशा करते है कि हमें कुछ न कुछ अंक तो EXAMINER दे ही देगा। जबकि इस बात का हमेशा ध्यान रखे , आप भारत की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा में भाग ले रहे है।  आप इस तरह से सफल होने की उम्मीद न रखें।  वस्तुतः इस तरह के तुक्के पर आधारित उत्तर , परीक्षक के मन में NEGATIVE IMPACT डालते है।  

अपने सुना या देखा होगा , बहुत बार किसी किसी को किसी किसी पेपर में १० अंक , २० अंक भी मिलते है। उसकी वजह भी ऊपर वाली ही  होती है। आपको कभी भी कोई यह बात स्वीकार करते नही मिलेगा जबकि गलतियाँ सबसे होती है।  

एक और घटना आपको बताता हूँ आप सब ने MRUNAL का नाम जरुर सुना होगा . उनकी वेबसाइट बहुत प्रसिद्ध है . उन्होंने भी अपनी के बड़ी कमी का उल्लेख अपनी एक पोस्ट में किया है . २००९ के मैन्स में उनको  निबंध में २० /२०० अंक मिले . अपनी पोस्ट में उन्होंने इतने कम मार्क्स आने की  वजह भी उन्होंने साफ की . 


आज के लिए इतना ही . आशा है आप सभी की  मैन्स के लिए पढाई अच्छी चल रही होगी . अपनी राय और टिप्पणी से अवगत जरुर करियेगा . 




मंगलवार, 1 सितंबर 2015

ONE RANK ONE PENSION ( POINT WISE NOTES )

एक रैंक एक पेंशन

# अर्थ-
      *   एक रैंक एक पेंशन का मतलब अलग-अलग समय पर रिटायर हुए एक ही रैंक के  दो सैनिको को समान पेंशन देना

*  बिना रिटायरमेंट की तिथि पर विचार किये।
फ़िलहाल रिटायर होने वाले को रिटायरमेंट के समय जो नियम है उसी के अनुसार पेंशन मिलती है।
*  मतलब ये हुआ की अगर कोई सैनिक 20-25 साल पहले समान रैंक से रिटायर हुआ है और जो आज रिटायर हुआ है उससे पहले  रिटायर होने वाले की पेंशन काफी कम होगी।

# 1973 के समय तक एक रैंक एक पेंशन के आधार पर ही पेंशन दी जाती थी, जिससे ARMY में पेंशन अन्य सेवाओं से कही अधिक थी।

* इसीलिए आर्मी में कार्यरत लोगो और अन्यसेवाओं में लगे लोगो को  समानता प्रदान करने के लिए 1973 में  इंदिरा गांधी की अध्यक्षता में तीसरे वेतन आयोग ने एक रैंक एक पेंशन की अवधारणा को समाप्त कर दिया।

*1973 के बाद जब भी कोई रिटायर होगा उसे रिटायरमेंट की तिथि को जो नियम कानून होंगे उसके अनुसार ही पेंशन मिलेगी।

* 2009 में फिर से एक रैंक एक पेंशन की अवधारणा को बल मिलने लगा।
* 2010 में 10 सदस्यों वाली संसदीय पैनल का गठन हुआ जिसे कोशियारी समिति ( koshiyari committee )के नाम से भी जानते है। 
* इस समिति ने  19 दिसंबर 2011 को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमे एक रैंक एक पेंशन का समर्थन किया।

सैनिको का इसके समर्थन में तर्क है की जहाँ उनको 33 वर्ष की अवधि के बाद रिटायर कर दिया जाता है वही अन्य सेवा में लगे कर्मचारी जैसे सिविल सेवक आदि 55 से 60 साल तक वेतन प्राप्त करते है ।
सैनिको की रिटायरमेंट के बाद की ज़िन्दगी पेंशन के सहारे ही चलानी है।

*ये मुद्दा अभी इसलिए भी अभी बढ़ गया है क्योकि 2014 के लोकसभा चुनावो में इसे लगभग सभी बड़ी पार्टियो ने चुनावी मुद्दे के रूप में प्रयोग किया तक।

* पेंशन का भुगतान की वास्तविक कीमत का पता करना थोडा कठिन है।
सरकार ने जहाँ बजट 2015-16 में पेंशन के लिए 1000 करोड़ का अनुमान रखा है वहीँ इसका वास्तविक अनुमान 9000 करोड़ लगया जा रहा है। इस तरह से ये कहीं न कहीं राजकोषीय प्रबंधन पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा ।

* एक अन्य नकारात्मक प्रभाव यह भी हो सकता है की इस मांग के पूरा होने से अन्य सेवाओं में लगे कर्मचारी भी ऐसी ही मांगे उठाना शुरू कर सकते है।

* सैनिको पर इसका सकारात्मक प्रभाव होगा जो किसी भी देश के सैनिको के लिए बहुत आवश्यक है।

* इससे सैनिको का मनोबल बढेगा ।

 चाणक्य जी ने कहा है-“ जिस देश के सैनिको को अपने अधिकारो के लिए स्वयं लड़ना पड़े इससे बड़ा उस देश का कोई दुर्भाग्य नही हो सकता ।"



UPSC INTERVIEW

ESSAY WRITING TIPS IN HINDI BY IRA SINGHAL , IAS TOPPER 2015

    इरा सिंघल  मैडम ने अपने IRA SINGHL BLOG पर जो टिप्स दिए है उनके आधार पर आपके लिए कुछ पॉइंट मैंने  हिंदी में तैयार किये है।  जैसा कि आप जानते है मैडम ने  ESSAY  में अंक बहुत ही अच्छे (160) रहे है।  उनके टिप्स को आधार बनाकर आपको तैयारी करने पर आपको भी निबंध में  अच्छे अंक मिल सकते है।  


  • टॉपिक के चयन बहुत समझदारी से करे . 
  • टॉपिक वही चुने जिस पर आप कई आयामों में लिख सकते है . 
  • दार्शनिक टाइप के टॉपिक में आपको ज्यादा लिखने के लिए कुछ नही होता है . 
  • इसलिए इस तरह के टॉपिक चुनने से बचे . 
  • निबंध में भाषा का काफी महत्व होता है। 
  • इसलिए किसी तरह के GRAMMER की गलती से बचे।  
  • सरल , सहज , जीवंत , प्रवाहमयी शब्दों के प्रयोग करे।  
  • SUBHEADING का पयोग कर सकते है , जैसा की उन्होंने  GAURAV AGRAWAL BLOG ( २०१४ के टॉपर ) से सीखा था 
  • महत्वपूर्ण बिंदु को अंडरलाइन करे।   
  • जहाँ जरूरत हो चित्र , आरेख बनाये।  

ANSWER WRITING TIPS BY IRA SINGHAL , IAS TOPPER 2015



      इरा सिंघल  मैडम ने अपने IRA SINGHL BLOG पर जो टिप्स दिए है उनके आधार पर आपके लिए कुछ पॉइंट मैंने  हिंदी में तैयार किये है।  जैसा कि आप जानते है मैडम ने मैन्स में अंक बहुत ही अच्छे रहे है।  उनके टिप्स को आधार बनाकर आपको तैयारी करने पर अच्छे अंक मिल सकते है।  



  • अपने उत्तर पॉइंट वाइज लिखे। 
  • अपने वैकल्पिक विषय में भी पॉइंट वाइज लिख सकते है।  
  • महत्वपूर्ण बिंदु को अंडरलाइन करे।  
  • भूमिका और उपसंहार लिखने की जरूरत नही। 
  • रंगीन पेन का उपयोग न करे। 
  • जहाँ जरूरत हो चित्र , आरेख बनाये।  
  • जो उत्तर आप जानते हो वही लिखे।  किसी भी प्रकार के तुक्के से बचे। 
  • गलत उत्तर लिखने से परीक्षक पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।  
  • शब्द सीमा की चिंता न करे। अगर आप मतलब की बात १०० शब्दों में लिख देते है तो  भी आपको अच्छे अंक मिल सकते है।  

सोमवार, 31 अगस्त 2015

Hindi Literature syllabus for upsc in hindi

हिंदी साहित्य – पहला पेपर – खंड क

टॉपिक १  अपभ्रंश , अवहट्ट और प्रारंभिक हिंदी का व्याकरणिक और अनुप्रयुक्त स्वरूप

टॉपिक २  मध्यकाल में ब्रज और अवधी का साहित्यिक भाषा के रूप में विकास 

टॉपिक ३  सिद्ध नाथ सहित्य , खुसरो , संत साहित्य , रहीम आदि कवियों और दखनी हिंदी में 
           खड़ी बोली का प्रारंभिक स्वरूप

टॉपिक ४  १९ शताब्दी में खड़ी बोली और नागरी लिपि का विकास

टॉपिक ५  हिंदी भाषा और  नागरी लिपि का मानकीकरण

टॉपिक ६ स्वत्रंता आन्दोलन का दौरान राष्टभाषा के रूप में हिंदी का विकास

टॉपिक ७ भारतीय संघ की राजभाषा के रूप में हिंदी का विकास

टॉपिक ८. हिंदी भाषा का वैज्ञानिक और तकनीकी विकास

टॉपिक ९  हिंदी की प्रमुख बोलियाँ और उनका परस्पर संबध

टॉपिक १० . नागरी लिपि की प्रमुख विशेषताएँ  और इसके सुधार के प्रयास तथा मानक हिंदी का                 स्वरूप 

टॉपिक ११  मानक हिंदी  की व्याकरणिक संरचना

हिंदी साहित्य पहला पेपर खंड ख

टॉपिक १. हिंदी साहित्य की प्रासंगिकता और महत्व तथा हिंदी साहित्य के इतिहास लेखन की              परम्परा

टॉपिक २ . आदिकाल सिद्ध , नाथ और रासो साहित्य , चंदबरदाई , खुसरो , हेमचंद , विद्यापति

टॉपिक ३  भक्ति काल- संत काव्य धारा , सूफी काव्य धारा , कृष्ण भक्ति धारा , राम भक्ति धारा,             कबीर , जायसी , सुर और तुलसी

टॉपिक ४ . रीतिकाल : रीति काव्य , रीतिबद्ध काव्य , रितियुक्त काव्य , केशव , बिहारी , पद्माकर           और घनानंद

टॉपिक ५ . नवजागरण , गद्य का विकास , भारतेंदु मंडल

५ ब : भारतेंदु , बालकृष्ण भट्ट और प्रताप नारायण मिश्र

५ स : आधुनिक हिंदी कविता की मुख्य प्रवत्तियां , छायावाद , प्रगतिवाद , प्रयोगवाद , नई कविता , नवगीत , समकालीन कविता , और जनवादी कविता

५ ड : मैथलीशरण गुप्त , जयशंकर प्रसाद , सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला , महादेवी वर्मा , दिनकर , अज्ञेय , मुक्तिबोध , नागार्जुन

टॉपिक ६ : कथा साहित्य

क – उपन्यास और यथार्थवाद

ख – हिंदी उपन्यासों का उदभव और विकास

ग – प्रमुख उपन्यासकार – प्रेमचंद , जैनेद्र , यशपाल , रेणु और भीष्म साहनी

घ – हिंदी कहानी का उदभव और विकास

च – प्रमुख कहानीकार – प्रेमचंद , प्रसाद , अज्ञेय , मोहन राकेश और कृष्णा सोबती

टॉपिक ७ : नाटक और रंगमच

क – हिंदी नाटक का उदभव और विकास

ख – प्रमुख नाटककार – भारतेंदु , प्रसाद , जगदीश चन्द्र माथुर , राम कुमार वर्मा , मोहन राकेश

ग – हिदी रंगमच का विकास

टॉपिक ८ : आलोचना – उदभव और विकास

          सिधान्तिक , व्यवहारिक , प्रगतिवादी , मनोविश्लेष्णवादी , आलोचना और नई समीक्षा

टॉपिक ८ ख : प्रमुख आलोचक ; रामचंद शुक्ल , हजारी प्रसाद दिवेदी , राम विलास शर्मा , नागेद्र

टॉपिक : ९ हिंदी गद्य की अन्य विधाए – ललित निबंध , रेखाचित्र , संस्मरण , यात्रा व्रतांत

हिंदी साहित्य – दूसरा पेपर – खंड क


टॉपिक ०१ . कबीर – गुरुदेव को अंग , सुमिरन को अंग , विरह को अंग

टॉपिक ०२ : सूरदास – भ्रमर गीत सार सम्पादक रामचंद्र शुक्ल

टॉपिक ०३ : तुलसीदास : रामचरित मानस ( सुन्दर कांड ) , कवितावली ( उत्तरकांड )

टॉपिक ०४:  जायसी : पद्मावत ( सिंघल द्वीप खंड ) नागमती वियोग खंड

टॉपिक ०५ : बिहारी रत्नाकर

टॉपिक ०६ : मैथली शरण गुप्त : भारत भारती ( १९१२ )

टॉपिक ०७ : जयशंकर प्रसाद – कामायनी ( चिंता और श्रधा सर्ग )

टॉपिक ०८ : सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला : राग विराग ( राम की शक्ति पूजा और कुकुरमुत्ता )

टॉपिक ०९ : दिनकर : कुरुक्षेत्र

टॉपिक १० : अज्ञेय – आंगन के पार द्वार ( असाध्य वीणा)

टॉपिक ११ : मुक्तिबोध – ब्रम्ह राक्षस ( चाँद का मुख टेढ़ा है )

टॉपिक १२ : नागार्जुन : बादल को घिरते देखा है , अकाल और इसके बाद , हरिजन गाथा


हिंदी साहित्य – दूसरा पेपरखंड ख


1.       भारतेंदु हरिश्चंद – भारत दुर्दशा

2.       मोहन राकेश – अषाढ़ का एक दिन

3.       रामचंद शुक्ल : चिंतामणि ( भाग १ ) , कविता क्या है , श्रधा भक्ति

4.       निबंध निलय – बालकृष्ण भट्ट, प्रेमचंद , गुलाब राय , हजारी प्रसाद दिवेदी , राम 
      विलास शर्मा , अज्ञेय , कुबेर नाथ राय

5.       प्रेमचंद : गोदान , प्रेमचंद की सर्वश्रेद्थ कहानियाँ सम्पादक अम्रत राय

6.       स्कन्दगुप्त – प्रसाद

7.       दिव्या – यशपाल

8.       मैला आंचल – रेणु

9.       एक दुनिया  समानांतर – राजेद्र यादव

10.    महाभोज : मन्नू भंडारी




एक प्रेरणादायक पोस्ट



रविवार, 30 अगस्त 2015

famous stories of premchand in hindi ( FOR UPSC )

मंजूषा : प्रेमचंद की सर्वश्रेस्ठ कहानियाँ ( अम्रतराय द्वारा सम्पादित ) 



  1. कफन 
  2. पूस की रात 
  3. बूढी काकी 
  4. ईदगाह 
  5. गुल्ली डंडा 
  6. बड़े घर की बेटी 
  7. सदगति 
  8. निमंत्रण 
  9. सभ्यता का रहस्य 
  10. अल्गोझ्या 
  11. नया विवाह 
  12. रानी सारंधा 
  13. शतरंज के खिलाडी 
  14. मुफ्त का यश 
  15. दूध का दाम 
  16. गिला  

' कहानी में नाम और सन के सिवा और सब कुछ सत्य है , और इतिहास में नाम और सन   सिवा  कुछ भी सत्य नही  ' 
' हर एक काल्पनिक रचना में मौलिक सत्य मौजूद रहता है। " 

प्रेमचंद ने अपनी कहानीयों  में किसी न किसी मनोवैज्ञानिक रहष्य को खोलने का प्रयास किया।  वह कहानी के माध्यम से सत्य , निस्वार्थ सेवा , न्याय आदि देवत्त्व के जो अंश है वो जगाना चाहते थे।  वह मानते थे कि  सांस्कृतिक विकास  के लिए सरल साहित्य उत्तम कोई साधन नही है। इस लिए उनकी कहानियों में भाषागत सरलता है। सरल शब्द , सरल वाक्य -विन्यास , इसके चलते वह अपने पाठको से सहजता से संवाद कर पाते है। भाषा सरल , सजीव और व्यवहारिक। अंग्रेजी , फ़ारसी तथा उर्दू के प्रचलित शब्दों का प्रयोग। भाषा का सटीक , सार्थक और व्यंजनपूर्ण प्रयोग।

  • अधिकतर कहानियों में निम्न व माध्यम वर्ग का चित्रण
  • विषय और शिल्प की विविधता 
  • किसान , मजदूर , दलित  आदि की समस्याओ का मार्मिक चित्रण 
  • युग प्रवर्तक रचनाकार 
  • पात्र  अक्सर वर्ग के प्रतिनिधि के तौर पर आते है 
  • हिंदी कथा साहित्य को मनोरंजन के स्तर से उठाकर जीवन की अनुभूितियों से जोड़ते है








शनिवार, 29 अगस्त 2015

Most Imporatant books for Hindi Literature ( Optional Subject for ias)

हिंदी साहित्य के जरूरी किताबे
1.       खड़ी बोली का प्रारंभिक स्वरुप – निलेश जैन
2.       आधुनिक साहित्य की pravatiiyn – नामवर सिंह
3.       कबीर –परमानंद श्रीवास्तव
4.       जायसी आकलन के आयाम- सदानंद शाही
5.       निराला रचित राम की शक्तिपूजा भाष्य –डा. सूर्य प्रसाद दीक्षित
6.       जयशंकर प्रसाद – विस्वनाथ प्रसाद तिवारी
7.       हिंदी आलोचना : बीसवी शताब्दी – डा. रेवतीरमण
8.       प्रसाद और श्कंद्गुप्त – डा. रेवतीरमण
9.       त्रिवेणी – आचार्य रामचंद शुक्ल
10.   मोहन राकेश और अषाढ़ का एक दिन – गिरीश रस्तोगी
11.   कबीर के सबद – डा, शुकदेव सिंह
12.   महाभोज मुल्यांकन के परिपेक्ष्य - सदानंद शाही
13.   भ्रमर गीत –सार- आचार्य रामचंद शुक्ल द्वरा सम्पादित
14.    इग्नू के नोट्स
15.    ११ और १२ की NCERT हिंदी साहित्य की किताबे
16.    दृष्टि कोचिंग के नोट्स
17.    क्रोनिकल के साल्व्ड पेपर
18.    आजकल ( मासिक पत्रिका ) 

चार उपन्यास
1.       गोदान – प्रेमचंद
2.       दिव्या – यशपाल
3.       मैला आंचल- रेणु
4.       महाभोज- मन्नू भंडारी

तीन नाटक
1.        भारत दुर्दशा – भारतेंदु हरिश्चंद
2.       स्कंदगुप्त  - जयशंकर प्रसाद
3.       अषाढ़ का एक दिन- मोहन राकेश


  • निबंध निलय- डा. सत्येन्द्र
  • कुरुक्षेत्र – दिनकर
  • भारत भारती – मैथलीशरण गुप्त






गुरुवार, 27 अगस्त 2015

HOW TO PREPARE IAS MAINS

आईएएस मुख्य परीक्षा की तैयारी  कैसे करे ? 









1.       सबसे पहले माथा पच्ची / दिमाग खपाना  बंद करे . होगा कि नही होगा इस बारे में मत सोचे . अगर मेरी माने तो अगर आपके पहले PAPER में ७० अंक भी आ रहे है तो भी आप तैयारी शुरू करे दे . वैसे लोग १२० अंक तक की मेरिट जाने को कह रहे है . उनकी मत सुनो . आप के जितने भी अंक आ रहे हो बस अब आप MAINS की तैयारी शुरु कर दे .
2.       सभी पेपर का , अपने OPTIONAL SUBJECT का कोर्स देख ले . अच्छा होगा सारे टॉपिक आप नोट कर ले .
3.       इसके बाद आप TOPIC WISE , सामग्री जुटाना शुरू करे .
4.       जब आपको उचित सामगी मिल जाये तब आप उसे गंभीरता से पढ़े , मनन करे .
5.       एक बार जब आप की समझ विकसित हो जाये तब आप लेखन का PRACTICE करे .
6.       आपको अपने OPTINAL PAPER पर बहुत ज्यादा जोर देना चाहिए .
7.     निबंध का काफी बड़ा रोल रहता है अंतिम चयन और अच्छी RANK में . इसलिये इसको IGNORE न करे .
8.       अभी से NOTES बनाना शुरू करे .
9.       अगर सम्भव हो तो अपने SENIOR को अपने ANSWER चेक करवाए .
10.   ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करे .
11.   जब आपकी तैयारी अच्छी लगने लगे तब आप पिछले साल के पेपर के QUESTIONS हल करे .
12.    आप मुझे भी अपने ANSWER मेल या मेसेज कर सकते है .

© आशीष कुमार 

( मै काफी मेहनत कर , अपना कीमती समय निकल कर आप लोगो के लिए , हिंदी माध्यम के लिए पोस्ट लिखता हूँ . कृपया इसे कॉपी पेस्ट कर मेरी मेहनत पर पानी मत फेरे . मुझे काफी लोगो ने बताया है कि मेरी पोस्ट कुछ फेसबुक के ग्रुप , पेज पर अक्सर दुसरे नाम से पोस्ट करते रहते है .  कॉपी पेस्ट करके आप कुछ लोगो को , अपनी झूटी बुधिमत्ता से प्रभावित भले कर ले पर ऐसा करके आप बड़ी संख्या में लोगो को नुकसान कर रहे है . अपने उन सभी सच्चे मित्रो को आभार जो इस पेज पर लगातार लाइक, कमेंट , शेयर के माध्यम से  अपने सुझाव देते रहते है .)

आईएएस मैन्स के लिए कुछ उत्तर

सोमवार, 24 अगस्त 2015

upsc general study paper-2 2015 : some observation

सर्वाधिक तार्किक और युक्तिसंगत
सबसे तर्कसंगत उपनिगमन
सर्वाधिक तार्किक तर्कसंगत  और महत्वपूर्ण सन्देश
सर्वाधिक तार्किक अनुमान
न्यूनतम आवश्यक
सर्वाधिक वैध पूर्वधारणा
निर्णायक अनुमान
सबसे विश्वासप्रद स्पष्टीकरण
सर्वाधिक तार्किक धारणा


आशा है ऊपर के वाक्य पढ़कर आपको याद आ गया होगा। कौन कहता है पेपर २ अब आसान हो गया है। जैसा लग ही रहा था पेपर २ अब भी बहुत से लोगो के लिए चुनौती ही है। सीधी और सरल शब्दों में अगर आपका दिमाग तेज नही है आप सिर्फ मेहनती है तो आपके लिए अब भी pre  बहुत कठिन पड़ेगा। कल के पेपर को देख कर मुझे लगता है अभी भी पेपर २ , बहुत से लोगो के लिए काफी मुश्किल है।










एक दुनिया समानांतर -राजेन्द्र यादव


संपादक - राजेंद्र यादव 

                          एक दुनिया समानांतर,  राजेद्र यादव द्वारा सम्पादित नयी कहनियों का सबसे चर्चित संग्रह है . इसमें एक लम्बी भूमिका लिख कर राजेदं जी ने नयी कहानी के लिए के वैचारिक धरातल दिया .  इसमें आजादी के बाद के नये कलेवर वाले लेखको की कहानियाँ है . हमे सबसे पहले यह जानना होगा कि नयी कहानी से क्या मतलब था . यह कहानिया किन मायने में नयी थी . विषय , भाषा, लेखन शैली , संवाद, संवेदना , यथार्थ, परिवेश , वस्तु शिल्प  के स्तर पर यह कहानी अपने से पूर्व की कहानी से बहुत भिन्न थी . 

आजादी से पूर्व की कहानी विशेष कर प्रेमचंद , प्रसाद , आदि की कहानी में आदर्श वाद , नायक/ नायिका की उपस्थिति होती थी . नयी कहानी में आदर्श को एक तरह रख कर यथार्थवाद को क्रेंद में रख कर कहानी लिखी गयी . आजादी के बाद किस तरह से मध्य वर्ग के सपने टूटते है , रिश्ते मतलब पर आधारित हो जाते है , नयी कहानी के विषय है . 



  1. इस संग्रह की पहली कहानी " जिन्दगी और जोक " अमरकांत के प्रसिद्ध कहानी है . यह कहानी समाज के खोखलेपन का जीवंत दस्तावेज मानी जाती है . समाज के हाशिये पर रहने वाले का किस तरह से शोषण होता है . इस सब के बावजूद रजुवा अपनी  जिन्दगी में जीने के मायने तलाशता रहता है . 
  2. मछलियाँ -उषा प्रियंवदा , कहानी में प्रेम की प्रतिस्पर्धा  दिखाई गयी है . 
  3. मेरा दुश्मन - कृष्ण बलदेव वैद 
  4. बादलों के घेरे -कृष्ण सोबती 
  5. खोई हुई दिशाएं -कमलेश्वर 
  6. गुल की बन्नो - धर्मवीर भारती गुलकी बन्नो में धर्मवीर भारती ने नारी के मन की व्यथा खोलते नजर आते है . पति कितना ही सताये , फिर भी पत्नी के नजर में वो म्ह्त्वपूर्ण बना रहता है .   
  7. परिंदे - निर्मल वर्मा - कई आलोचकों ने इस कहानी से नई कहानी की शुरूआत मानी  है। इस कहानी में नायिका लतिका , अपने अतीत के प्रेम को विस्मृत नही कर पाती है। अतीत की यादों में , अपने वर्तमान को सार्थक समझती है।  
  8. सामान- प्रयाग शुक्ल 
  9. तीसरी कसम उर्फ़ मारे गए गुलफाम -फणीस्वर नाथ रेणु 
  10. चीफ की दावत - भीष्म साहनी 
  11.  यही सच है -  मुन्नू भंडारी यही सच है -( मन्नू भंडारी ) में नायिका अंत तक अपने वास्तविक प्यार को लेकर उलझी रहती है . उसे अपने प्रेमी और अपने मित्र के बीच का भेद समझने में मुश्किल होती है . 
  12. दूध और दवा - मार्कण्डेय 
  13. एक और जिंदगी - मोहन राकेश एक और जिन्दगी -मोहन राकेश  की सबसे महत्वपूर्ण कहानी मानी गयी है . इसका नायक अपनी पहली शादी फिर तलाक , दूसरी शादी में उलज कर रह जाता है . 
  14. विजेता -रघुवीर सहाय 
  15. शबरी - रमेश बक्शी 
  16. टूटना - राजेंद्र यादव टूटना -राजेद्र यादव ने एक पुरुष और स्त्री के अहं के टकराव को दिखाया है . कहानी के अंत में नायक जीत कर भी अपनी हार महसूस करता है . 
  17. सेलर - रामकुमार 
  18. एक नाव  के यात्री - शानी 
  19. नन्हों - शिव प्रसाद सिंह 
  20. बदबू - शेखर जोशी 
  21. प्रेत मुक्ति - शैलेश मटियानी 
  22. भोलाराम का  जीव - हरिशंकर परसाई  
  • स्वत्रंत भारत का मोहभंग तथा निराशा इन कहानी का केद्रीय तत्व है . 
  • भोगा हुआ यथार्थ 
  • कहानी के माध्यम से जीवन , जीवन के माध्यम से कहानी . 


अगर आप हिंदी साहित्य विषय को लेकर upsc की तैयारी कर रहे हैं , तो आप अपने प्रश्न कमेंट में पोस्ट कर सकते हैं , मै उनका जबाब देने की कोशिस करूँगा। 


शुक्रवार, 14 अगस्त 2015

Part of Indian Constitution in Hindi


भारतीय संविधान के प्रमुख भाग

भाग  1 : संघ और उसका राज्य क्षेत्र
भाग  2 :  नागरिकता
भाग 3: मौलिक अधिकार
भाग 4: नीति निर्देशक तत्व
भाग 5: संघ
भाग 6: राज्य
भाग 7 :  लोप कर दिया गया
भाग 8: संघ राज्य क्षेत्र
भाग 9: पंचायतें
भाग 10: अनुसूचित और जनजाति  क्षेत्र
भाग 11: संघ और राज्य के बीच सम्बन्ध
भाग 12: वित्त , संपत्ति , संविदाएं और वाद
भाग 13: भारत के राज्य के भीतर व्यापार , वाणिज्य और समागम
भाग 14: संघ और राज्य के अधीन सेवाएं
भाग 15: निर्वाचन
भाग 16:  अनु. जाति , जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग एवं आंग्ल भारतीय के सम्बन्ध में विशेष उपबंध
भाग 17: राजभाषा
भाग  18: आपात उपबंध
भाग 19:  प्रकीर्ण
भाग 20: संविधान संशोधन
भाग 21: अस्थायी , सक्रमणशील और विशेष उपबंध
भाग 22: संक्षिप्त नाम , प्रारम्भ , हिंदी में प्राधिकृत पाठ और निरसन




एक कहानी
















सोमवार, 10 अगस्त 2015

Directive principles of state policy in hindi


                 राज्य के नीति निर्देशक तत्व , किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाने के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है।  यह संविधान के भाग -४ में ( आर्टिकल ३६-५१ )वर्णित है। आयरलैंड से लिए गए है।


३६ : राज्य की परिभाषा
३७ : इन तत्वों का न्यायालय द्वारा लागू  न होना।
३८  : राज्य लोक कल्याण के लिए नियम बनायेगा जिससे नागरिको को सामाजिक , आर्थिक और राजनीतिक न्याय मिल सकेगा।
३९ : समान न्याय और निशुल्क विधिक सहायता , समान कार्य के लिए समान वेतन
३९ ख : सार्वजानिक धन के स्वामित्व  और नियंत्रण
३९ ग : धन का समान वितरण
४० : ग्राम पंचायतो का गठन
४१ : कुछ दशाओं में काम , शिक्षा और लोक सहायता पाने का अधिकार
४२ : काम की न्यायसंगत और मानवोचित दशाओं का तथा प्रसूति सहायता का उपबंध
४३ : कर्मकारों के मजदूरी तथा कुटीर उद्योग को प्रोत्साहन
४४ : नागरिकों के लिए एक समान सिविल सहिता
४५ : बालकों  के लिए निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का उपबंध
४६ : अनुसूचित जाति , जनजाति और अन्य दुर्बल वर्गों के शिक्षा और अर्थ संबंधी  हितों को बढ़ाना
४७ : पोषाहार स्तर , जीवन स्तर को उठाना तथा लोक स्वास्थ का सुधार करने का राज्य का कर्तव्य।
४८ : कृषि तथा पशुपालन का संगठन
४८ क :  पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन और वन , वन्य जीवों  की रक्षा।
४९ : राष्टीय महत्व के स्मारकों , स्थानों और वस्तुओं  का संरक्षण।
५० : कार्यपालिका और न्यायपालिका का पृथक्करण।
५१ : अंतर्राष्टीय शांति और सुरक्षा को बढ़ाना।    


सी सैट के लिए महत्वपूर्ण पोस्ट


बुधवार, 5 अगस्त 2015

civil service (P) 2015 : what to DO in last 15 days


मित्रो अब जब परीक्षा की घड़ी बहुत ही करीब आ गयी है और आप को लग रहा है कि आप को कुछ भी तैयार नही है।  ऐसा लग रहा होगा कि जो कुछ अपने पढ़ा भूलते जा रहे है। यहाँ पर कुछ आपके लिए टिप्स है जो बहुत ही उपयोगी होंगे।

  1. अब नया कुछ भी न पढ़े। जो कुछ अपने ने अब तक पढ़ा वही Revise  करे।  
  2. पिछले सालो को देखते हुए , आपको करंट ( समसामयिक ) पर ही जोर नही देना चाहिए। 
  3. अब आपको ज्यादातर  पारम्परिक चीजो पर जोर देना चाहिए जैसे  NCERT
  4. अगर आप बहुत देर तक जग कर पढ़ने की आदत डाल  ली है तो उसे बंद करिये वरना अंतिम दिन आपको चाह  कर समय से नींद नही आएगी। 
  5. असफलता के बारे में मत सोचे 
  6. दोहराने के लिए तथा परीक्षा हाल में भरम से बचने के लिए लिख कर याद करना शुरु करिये विशेष कर भूगोल और पॉलिटी में 
  7. अपने खान पान का विशेष ध्यान रखिये वरना बीमार पड़ सकते है।  
  8. अधिक तनाव न ले। Exam में शांत रह कर आप ज्यादा प्रश्न हल कर सकते है। हड़बड़ी से बचे।  
  9. रटने वाली चीजे खासकर Polity  को बार बार पढ़े। 
  10. परीक्षा हाल  में प्रश्न को बहुत ही ध्यान से पढ़े , एक शब्द से प्रश्न के मायने बदल जाते है इसलिए बहुत एकाग्र रहे।  
  11. पेपर २ को भी पढ़े वरना उसमे अटक सकते है।  



बुधवार, 29 जुलाई 2015

Website List for IAS Preparation for Hindi Medium

मित्रो , हिंदी को संविधान में राजभाषा(official language )  का दर्जा दिया गया है। भारत में सबसे ज्यादा हिंदी भाषी लोग है। इसके बावजूद HINDI बहुत ही उपेक्षित है।  आईएएस की तैयारी के लिए आप अगर Internet पर हिंदी में खोजना चाहे तो आप को बहुत कम सामग्री मिलेगी। मै यहाँ पर कुछ चुनी हुई साईट की list  रहा हूँ जिनको अक्सर मै visit करता रहता हूँ। अगर आप की जानकारी में भी कोई और साईट हो तो कृपया कमेंट में पोस्ट करे , प्लीज।


  1.  पत्र सूचना कार्यालय
  2. जनसत्ता
  3. कला और संस्कृत्ति
  4. भारत
  5. इकोनोमी के लेख
  6. विकीपीडिया हिंदी में
  7. वित्त मंत्रालय
  8. विदेश मत्रालय
  9. एक आईएएस का ब्लॉग
  10. आईएएस की तैयारी हिंदी में 

आशा है आपको यह जानकारी पसंद आयेगी। अगर आपका तैयारी से जुड़ा question है तो कृपया उसे पोस्ट करिये। 











रविवार, 12 जुलाई 2015

How to revise your notes during ias prepration ?

TOPIC: 73 

आईएएस की तैयारी  के दौरान अपने नोट्स कैसे दोहराये ?

मित्रो , किसी exam की तैयारी  में revision करना सबसे अहम होता है। आप कितना ही पढ़ ले , कितनी ही तरह की बुक , Notes , पत्रिका जुटा ले। सफलता के लिए सबसे जरूरी है समय समय पर revision। अक्सर अपने लोगो से सुना होगा कि  यार पढ़ा सब था बस  रिवीजन नही कर पाया। आज के लेख में कुछ points इस बारे ...  
  1. जब भी पढ़े साथ में नोट्स बनाते चले। 
  2.  सबसे अच्छा होता है बुक में ही पेंसिल से अपने पॉइंट उपर के space में लिख देना।  
  3.  कोई भी बुक पढ़े उसमे date और time जरूर डालते रहे। मेरा मतलब जहां से पढ़े और जहां तक पढ़े वहाँ तक।  
  4.  इससे आपको पता चलता रहेगा कि आप की पढ़ने की speed कितनी है। आप चाहे तो १ घंटे में कितने पेज पढ़ते है इसका आकलन कर सकते है।  
  5.  कोई भी बुक , नोट्स , पत्रिका पहली बार बहुत धीरे धीरे पढ़े।  
  6.  पहली बार में जब तक उसका सार , भाव ग्रहण न करे ले आगे न बढ़े।  
  7. जब  भी कोई बुक पढ़ कर खत्म करे  उसको  २ या ३ दिनों में फिर से पढ़े।  माना  जाता है अगर हम कोई चीज २४ घंटे में दोहरा लेते है तो लम्बे समय तक वह हमारे  mind में बसी रहती है।  
  8. अपने mind की सक्रियता को बनाये रखे। 
  9. कई बार हम घंटो किताब खोले रहते है और दिमाग में कुछ दूसरी बाते चल रही होती है , इनसे बचे। 
  10. अगर आपको रिवीजन से ऊब , बोरियत होती है तो उसे अपने अनुसार कुछ रोचक बनाये। 

आपको यह लेख कैसा लगा , कृपया अपनी राय कमेंट के माध्यम से देना न भूले। कृपया  हिंदी भाषा के प्रसार के लिए इसे फेसबुक , गूगल प्लस , ट्विटर पर शेयर करिये।  



© IAS KI PREPRATION HINDI ME 





रविवार, 5 जुलाई 2015

Civil service exam 2014 result



सिविल सेवा में चुने गये सभी मित्रो को हार्दिक बधाई ..........

सिविल सेवा .....इस सेवा जैसा कोई नही नशा नही . इरा मैडम को पूरा भारत जान गया . जिस वक्त रिजल्ट आया उस वक्त उनकी फेसबुक id पर कुछ फोल्लोवेर दिख रहे थे . अभी उनको १०००० लोग फालो कर रहे है .

यह ऐसी परीक्षा है जिसमे आप सफल तो जय जय और अगर असफल तो आप अकेले ही सारा तनाव झेलते है . जितना आनंद आप को सफल होने पर मिलता है उससे कही ज्यादा दर्द झेलना पड़ता है असफलता में .

आप की किस्मत ( माफ़ करना यह शब्द पयोग करना पड़ रहा है पर इसकी व्याख्या बाद में करता हूँ ) अच्छी है तो पहली  बार में सफल हो जाते है वरना आप को भी असफलता का स्वाद चखना पड़ता है . यही ऐसी परीक्षा है जिसमे अगर आप असफल होते है तो आप किसी से भी बता नही सकते है कि आप ने भी एग्जाम / इंटरव्यू दिया था पर असफल हो गये .

किसी किसी की किस्मत ऐसी भी होती है . एक मित्र की कहानी काफी पहले लिखी थी जो पहले एक्साइज में irs होते है फिर अगले साल इनकम टैक्स में . इस बार उनको ips मिलेगा . अब ias बनने के लिए एक साल और शायद .. समझ नही आता उनको बधाई दू तो क्या कह कर दू ........हर किसी की चाह होती है आईएएस ही मिले उसे . पर कई बार रास्ते बहुत लम्बे , उब भरे ....हो जाते है .

एक बहुत करीबी मित्र ने इंटरव्यू दिया था . चौथा प्रयास था . नही हुआ .......... मुझे काफी दुःख हुआ वजह क्युकि मै जानता हूँ उसने किस situation  में यहाँ तक पहुचा था .सरकारी नौकरी में होते हुए तैयारी करना बेहद मुश्किल होता है . जो पिछली बार उससे कम अंक लाये थे इस बार टॉप ५० में है . उसके अनुसार वजह सिर्फ इतनी है कि वह सारा साल पढ़ते रहे और मै उन दिनों जॉब करता रहा . अब उसे दर्द क्यों  न होगा .

हर बार जब रिजल्ट आता है  बहुत से लोग जो सफल होते है मुझसे पहले से जुड़े होते है उनकी टाइम लाइन पर उनके रिजल्ट को देख कर बहुत अच्छा लगता है . कल के रिजल्ट में भी कुछ लोग ऐसे थे . जब रिजल्ट देखा कुछ नाम पहचाने से लगे . एक पर्सन के  सरनेम से मुझे लगा कि शायद ये मुझसे जुड़ा है ......फेसबुक पर चेक किया तो वाकई वो मुझसे जुड़ा था ..और उससे पहले चैटिंग भी हुई थी . कल नंबर ले कर बात की . उसकी भी वही कहानी थी .

पहले अच्छी जॉब करता था . तैयारी के लिए जॉब छोड़ थी तो सारे रिश्तेदार उसे ताने मारते थे कि दिल्ली में क्या टाइम पास कर रहे हो . उसको अपने गाव जाने में डर लगता था कि लोग कभी उससे पूछ न बैठे कि क्या कर रहे हो इन दिनों . .. कभी लम्बी बातचीत होगी तो उनकी पूरी कहानी बताऊंगा ......कल उनकी रिक्वेस्ट थी कि मेरा नाम मत लेना .......वो तो इस पेज की पहली शर्त ही है किसी के नाम को लिए बगैर कहानी बताना .........उनका के पुराना मैसेज पढ़ता हूँ
"bhai tumne meri profile dekhi hogi,tumri tarah mai bhi apne sapno ke liye koshish kr raha hun.pichhli bar intrvw diya tha ,eske pahle m p me bijali vibhag me sdo tha par man nahi lagta tha esliye ias ki tyri karne laga ;"

यह २०१२ के समय का है .

अब समय इजाजत नही देता कि और बाते की जाये ......फिर किसी रोज कुछ ऐसी बाते होंगी . ..मन में बहुत कुछ है लिखने के लिए पर ....समय नही मिल पाता है कि पुरे मन से कुछ लिखू .....तैयारी जारी रखिये .....असफलता अगर आपको तोडती है तो यह आपको कुछ जोश भी दिलाती है .......ias बनने के लिए , टॉप करने के लिए कुछ भी विशेष होने की जरूरत नही होती है .....मेरे विचार से बस सारी चीजे सही तरीके से , सही समय पर फिट होने से होती है .........इस बार के topper  से बहुत कुछ सीखा जा सकता है ......

नीचे वाली भी पोस्ट पढ़ कर देखिये .....यह आपके बहुत काम की है .........
एकांतवास का महत्व



























Most Important topic for ias ( Economy )

Indian Economy 

1. राष्ट्रिय आय
2. सकल घरेलू उत्पाद
3 निवल घरेलू उत्पाद
4  भारत में आर्थिक नियोजन
5  पंचवर्षीय योजनाएं
6  कौशल विकास कार्यक्रम
7  रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया
8  राजस्व नीति
9 बजटरी नीति
10 सतत् पोषणीय विकास
11 मौद्रिक नीति
12 मुद्रा तथा पूंजी बाजार
13 विदेशी व्यापार
14 मुद्रा स्फीति
15 भारत के अंतराष्ट्रीय व्यापारिक सम्बंध
16 आर्थिक रूप से सम्बद्ध अंतर्राष्ट्रीय संस्थायें
17 विदेशी व्यापार नीति
18 विदेशी विनिमय
19 SARFAESI एक्ट
20 बैसेल ll
21 बैसल lll
22 गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थायें
23 अखिल भारतीय वित्तीय संस्थायें
24 औधोगिक क्षेत्र का विकास
25 CSR
26 लीड बैंकिंग
27 न्यूनतम समर्थन मूल्य
28 विभिन्न सब्सिडी योजना
29 सहकारी समितियां
30 कृषि क्षेत्र के विकास कार्यक्रम
31 गरीबी निवारण सम्बंधित योजनाएँ
32 स्वास्थ्य सम्बंधित योजनाएँ
33 महिला सशक्तिकरण से संबंधित योजनाएँ
35 समावेशी विकास
36 बेरोजगारी की अवधारणा
37 भारतीय स्टॉक एक्सचेंज
38 SEBI
39 GST
40 प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष कर
41 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
42 नचिकेत मोर कमेटी
43 बैंक लाइसेंस के लिए बिमल जलान कमेटी
44 पी.जे नायक कमेटी
45 अल्पसंख्यको के लिये- उस्ताद, नई मंजिल,हमारी धरोहर आदि योजनाएँ
46  विभिन्न देशो के स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांकों के नाम
47 आधारभूत संरचना का विकास
48  मानव संसाधन से जुड़े मुद्दे
49 आर्थिक समीक्षा 2014
50 Budget 2015

अगर आपको सिविल सेवा के लिए किताबो की लिस्ट देखना हो तो नीचे दिए लिंक पर जा कर देख सकते है . एक सफल स्टूडेंट ने इसे तैयार किया था  

BOOK LIST BY A TOPPER

बुधवार, 1 जुलाई 2015

How to make a good time table for ias prepration

टॉपिक : 72   आईएएस की तैयारी  के लिए अच्छा टाइम टेबल कैसे बनाये ?


मित्रो , किसी भी लक्ष्य के लिए जरूरी होता है सही रणनीति का चुनाव। अगर बात आईएएस जैसे कठिन लक्ष्य की हो तो यह बेहद जरूरी हो जाता है। आप की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप इसके लिए कितने व्यवस्थित तरीके से तैयारी करते है।  आज एक सामान्य तरीके से , जोकि सब पर फिट बैठ सके एक टाइम टेबल की रूप रेखा देते है। इससे आप को कुछ idea मिल जायेगा। इसमें अपने अनुरूप संसोधन करके अपनाये।


  • सबसे पहले आप अपने लिए उपलब्ध समय का आकलन करे।  
  • अपने लिए समय का आकलन ईमानदारी से करे। ऐसा न हो कि  जोश में आकर 15  घंटे पढ़ाई करने लिए निकाल ले। एक दो दिन पढ़े भी फिर वही पुराने रूप में आ जाये।  
  • अगर मोटा मोटा आकलन करे तो आपको general Study और optinal पढ़ना है। मेरे ख़्याल से दोनों को ही बराबर समय देना होगा।  
  • अगर आपके पास ८ घंटे समय है तो आपको ३ घंटे सामान्य अध्ययन , ३ घंटे वैकल्पिक विषय , १ घंटे न्यूज़ पेपर तथा १ घंटे रिवीजन के लिए रखे।  
  • जितना जरूरी पढ़ाई है उतना ही जरूरी अपने mental Power बनाये रखने के लिए मनोरंजन के लिए समय निकलना 
  • आपको कम से कम १ घंटे Physical activity  करनी होगी। ज्यादा कुछ न करे तो टहलने की आदत डाले 
  •   टाइम टेबल ऐसा बनाये जिसमे आपको बोरियत न हो।  
  • अच्छा होगा अपने नोट्स खुद बनाते चले। इससे आपको लेखन का भी अभ्यास बना रहेगा।  
आशा है आपको ये पोस्ट पसंद आयी होगी . अगर आप पढ़ते समय ध्यान भटक जाता हो तो नीचे वाले टॉपिक के टिप्स आपके लिए बेहद उपयोगी होंगे . कृपया उनको पढना न भूले . 


सोमवार, 29 जून 2015

मध्यकालीन भारतीय इतिहास के 20 महत्वपूर्ण टॉपिक

मध्यकालीन भारत

1.प्रमुख वंश
*पाल
*राष्ट्रकूट
*प्रतिहार
* गजनवी 
*गुलामवंश
*ख़िलजी वंश
*तुगलक वंश
*सैयद वंश
*लोदी वंश
* मुग़ल वंश का उत्थान और पतन
2 भक्ति आंदोलन
3 विजय नगर का प्रशासन
4 धर्मत युद्ध
5 अहमदनगर का प्रशासन
6 सिख धर्म तथा उसके प्रमुख गुरु
7 प्रमुख साहित्यिक रचनाये
8  विभिन्न राजाओं के प्रमुख निर्माण कार्य
9 अकबर की मनसबदारी प्रणाली
10  प्रमुख कवि तथा  रचनाकार- आमिर खुसरो, रसखान,मल्लिक मोहम्मद जायसी, अबुल फजल, गुरु रामदास,रामानुज, वल्लभाचार्य, चैतन्य महाप्रभु, तुलसीदास, सूरदास, मीरा बाई, गुरुनानक, नामदेव, रविदास
11 हल्दी घाटी युद्ध
12 जहांगीर की दोअस्पा तथा सिंह अस्पा प्रणाली
13 खम्सा पांडुलिपी
14 सूफी आंदोलन
15 चिश्ती  सम्प्रदाय
16 फ़ारसी भाषा तथा भारतीय साहित्य
17 मुगल कालीन स्थापत्य तथा चित्रकला
18 संगम वंश
19 मध्यकालीन इतिहास की प्रमुख पुस्तके तथा लेखक
20 मुग़लकालीन शब्दावली- आइन, गंज, गाजी, इजारा,जरीब,खानकाह, मकतब, महल, मिरास,पटेल, आमिल, दाम, देसाई,अमलगुजार या किरोड़ी,अल्तमगा, फितना आदि।

मित्रो , सफलता पाने के लिए मैंने कुछ टिप्स वाली पोस्ट लिखी है जो इस ब्लॉग में सबसे ज्यादा पढ़ी और पसंद की जाती है , उनको पढना न भूले . 

सफलता के लिए टिप्स




Featured Post

SUCCESS TIPS BY NISHANT JAIN IAS 2015 ( RANK 13 )

मुझे किसी भी  सफल व्यक्ति की सबसे महतवपूर्ण बात उसके STRUGGLE  में दिखती है . इस साल के हिंदी माध्यम के टॉपर निशांत जैन की कहानी बहुत प्रेर...