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BOOKS
शुक्रवार, 12 मई 2017
Genetically modified mustard
गुरुवार, 11 मई 2017
Sri Lanka and India relation
बुधवार, 10 मई 2017
The integrated case management information system
South korea president election
विश्व शांति की ओर एक कदम
-आशीष कुमार, उन्नाव , उत्तर प्रदेश
(This article has been published in jansatta editorial as letter on dated 11.05.2017)
सोमवार, 8 मई 2017
Essay
अगर ऐसा होता तो भारत जैसे विकाशसील देशों के लिए काफी मुश्किल भरा होता क्यूकि इन देशों में एक बड़ा बाजार बन्द हो जाता ।
आशा की जा सकती है कि अब विश्व में बदलाव आएगा यह देखना रोचक होगा कि जर्मनी में मर्केल की जीत होती है या नही ।
शुक्रवार, 5 मई 2017
गोंडा
गोंडा
कल से यह नाम काफी चर्चा में है । स्वच्छता रैंकिंग में नीचे से टॉप किया है । मुझे प्रसंगवश राग दरबारी का रिक्शा वाला याद आ गया । श्री लाल शुक्ल जी के काल जयी उपन्यास राग दरबारी में शुरूआती पन्नों में ही इसका जिक्र है जिसमें एक रिक्शा चलाने वाले गोंडा वाले रिक्शे चालक को हिकारत भरी बातों से अपमानित करता है ।
सच कहु काफी साल पहले जब पहली राग दरबारी पढ़ी थी तो गोंडा के लिए वही छबि बनी रही ।
हमेशा सोचता रहा कि शुक्ल जी की गोंडा से क्या अदावत थी ? कल की रैंकिंग से यही समझ कि शुक्ल जी कितने ज्यादा दूरदर्शी थे । वैसे एक और बड़ी रोचक बात बताता हु पिछले कुछ वर्षो से नए लेखक , व्यंगकार एक हिंदी शब्द का प्रयोग बहुत करने लगे है "लौंडे" । काफी दमदार शब्द है पर यह भी शुक्ल जी ही देन मानी जा सकती है । राग दरबारी में इस शब्द के भरपूर, सार्थक प्रयोग किया गया है ।
गुरुवार, 4 मई 2017
Knowledge economy vs. Remittances economy
For essay
भारत एक नॉलेज पॉवर होने के साथ ही रेमिटेंस इकॉनमी है । भारत की अर्थव्यवस्था में विदेश से आने वाले धन की मात्रा विश्व में सर्वाधिक है । पश्चिम एशिया में तनाव, खनिज तेल के गिरते दाम के चलते , रिमिटेन्स में काफी गिरावट आई है । भारत को अमेरिका में H 1 visa isuue
के साथ साथ पश्चिम एशिया के देश में रहने वाले मजदूरों की प्रॉब्लम पर विशेष ध्यान देना होगा । इस विषय में यह उल्लेखनीय होगा कि मध्य एशिया के प्रवाशी भारतीय , अमेरिका में काम करने वाले लोगों से ज्ञान व् धन में कमजोर है , इसलिए भारत सरकार को inko prathmikta deni hogi.
Space diplomacy
स्पेस डिप्लोमेसी
भारत ने पड़ोसी देसो को आधुनिक अंतरिक्ष सेवाओं हेतु दक्षिण एशिया उपग्रह लांच किया है । इसके माध्यम से भारत के पड़ोसी देशों के साथ सम्बन्ध बेहतर होंगे । इसे चीन की स्ट्रिंग ऑफ़ पर्ल नीति से निपटने में मदद मिलेगी । यह भारत की विदेश नीति के अहम सिद्धान्त गुजराल डॉक्ट्रिन के अनुरूप है जिसमें भारत से आशा की जाती है कि वह अपने पड़ोसी देशों से बगैर अपेक्षा के सहयोग करे ।
विश्व में संरक्षणवाद पर जोर दिया जा रहा है । ट्रम्प ने कई नीतियों यथा tpp से हटना , पेरिस संधि से हटना के माध्यम से इस दिशा में अहम संकेत दिया है । ब्रिटेन का eu से अलग होना, इटली के चुनाव आदि के माध्य्म से भी यही देखा जा रहा है । ऐसे में भारत जैसे उभरने वाले देश जिसको अपने मॉल की विक्री के लिए बाजार की जरूरत है , पड़ोसी देश अच्छा विकल्प साबित हो सकते है क्योंकि यह अभी कम विकसित है ।
सोमवार, 1 मई 2017
History repeats
इतिहास स्वयं को दोहराता है
इतिहास में शुरू से गहन रूचि रही है । कुछ नामचीन पुस्तकें ही पढ़ी है पर बहुतायत बार ।
आज फिर पढ़ा कि प्लिनी इस बात पर रोता है कि रोम से हर साल बड़ी मात्र में सोना भारत आ रहा है वो भी गोल मिर्च, हाथी दांत , मोती व् मलमल के लिए । यह ईशा पूर्व की बात है ।
इसके बाद कुषाण काल में रेशम मार्ग पर अधिकार से भारत ने विश्व व्यापार में खूब धन कमाया ।
आगे गुप्त काल को स्वर्ण काल भी कहा जाने लगा । फिर पतन का दौर शुरू हुआ 10 वी सदी तक भारत से सोने की वापसी होने लगी । गजनवी ने भारत से खूब सोना लूटा यानि सोना फिर पश्चिम गया ।
12 सदी से भारत में 3 नगरीकरण शुरू हुआ । सल्तनत काल और मुग़ल काल में फिर भारत में सोना जमा हुआ । इसमें भी गोल मिर्च का बड़ा हाथ माना जाता है बाकि सूती कपड़े तो भारत के थे ही उत्तम ।
इसके बाद अंग्रेज आये और फिर भारत से सोना ब्रिटेन गया । जब भारत आजाद हुआ तो पूरी तरह से बदहाल करके गए थे अंग्रेज । जाते जाते विभाजन के रूप में रोग दे गए । रोग की चर्चा फिर कभी ।
पिछले कुछ सालों से भारत सबसे ज्यादा सोना आयात करने वाला देश है । यानी फिर सोना भारत में जमा हो रहा है बाकी आप पर छोड़ता हूँ सोचिये और बताईये कि इतिहास से सबक ले तो क्या लगता है इस बार इस सोने की वापसी कैसे होगा ?
शनिवार, 22 अप्रैल 2017
Prayag station : A story
शुक्रवार, 7 अप्रैल 2017
चाँदनी चंदन सदृश
" चांदनी चन्दन सदृश हम क्यों कहे,
हाथ हमें कमल सरीखे क्यों दिखे ,
हम तो कहेंगे कि चांदनी उस सिक्के सी है
जिसमें चमक है पर खनक गायब है ।"
जगदीश कुमार
नई कविता में नए उपमानों पर जोर देते हुए ।
रविवार, 2 अप्रैल 2017
बहुत सयानी है वो मुझे use करती है
( do not forget to give your feedback . your comments are very valuable for me )
Copy right - Asheesh Kumar
मैंने कब कहा
मैं नया कवि हूँ
इसी से जानता हूँ
सत्य की चोट बहुत गहरी होती है ;
मैं नया कवि हूँ
इसी से मानता हूँ
चश्में के तले ही दृष्टि बहरी होती है,
इसी से सच्ची चोटे बाँटता हूँ
झूठी मुस्काने नहीं बेचता
सर्वेसवर
शनिवार, 1 अप्रैल 2017
फर्क नही पड़ता है
पर सच तो यह है
कि यहाँ या कहीं भी फर्क नही पड़ता ।
तुमने जहां लिखा है ' प्यार '
वहाँ लिख दो ' सड़क '
फर्क नही पड़ता ।
मेरे युग का मुहावरा है :
' फर्क नही पड़ता '।
केदारनाथ सिंह ( नई कविता)
बुधवार, 29 मार्च 2017
75 important topics : Medieval India ( Histroy)
दोस्तों , मध्यकालीन भारत के इतिहास के लिए वैसे तो बहुत सी किताबे है पर मुझे सतीश चंद्र की दोनों बुक्स सबसे ज्यादा पसन्द है। काफी दिनों बाद पढ़ना हुआ तो कुछ इम्पोर्टेन्ट टॉपिक्स नोट किये जो आपके साथ शेयर कर रहा हूँ। पिछले कुछ सालों से upsc में इस तरह के वर्ड पूछे जाते रहे है। आप अपने स्तर पर इन्हें खोज कर पढ़ जरूर ले।मसलन इन शब्दों को किस लिए , किस रूप में प्रयोग किया जाता था। यह आपके लिए चैलेंज भी है देखते है आप इनमे से कितने के जबाब दे पाते है।
- तमगा
- तुलगमा
- गाजी
- सरोपा
- खलिसा
- किजिलबाश
- तुजुक
- वजह
- तबल - ए -अदल
- परगना
- मुक्ता
- नायब
- शिकदार
- इक्ता
- कोर्निश
- मुक्क्दम (ये पूछा जा चूका है )
- जरीबाना
- कनकूत
- जब्त प्रणाली
- आमिल
- फौटादार
- खित्ता
- दाग प्रणाली
- आरिज
- बक्काल
- अतालीक
- मदद ए माश
- जमा
- वकील
- मजहर
- शरीयत
- वतन जागीर
- राहदारी
- खिलअत
- फर्र ए ऐजदी
- सद्र
- मीर ए सामान
- मुस्तौफी
- दहसाला
- मुशरिफ
- वाकियानवीश
- ऐमा
- वली
- सरकार
- सूबा
- मीर ए अदल
- कारकुन
- दस्तूर
- पोलज
- चाचर
- बंजर
- परती
- भावली
- नस्क
- पट्टा
- कबूलियत
- अजलाफ
- अशराफ
- तकावी
- मनसबदार
- जात व् सवार
- जंगला
- याबू
- दाख़िली सिपाही
- कुला टोपी
- समा
- उलमा
- जजिया
- मसनवी
- मजहर
- मिल्क
- सयूरगल
- तक़लीद
- रिजा
- मुरीद
सोमवार, 27 मार्च 2017
50 Important topics for ias pre 2017
- Dark sky reserve
- NAM
- MTCR
- विद्यांजलि योजना
- सक्षम योजना
- स्वच्छ युग
- लोन वुल्फ
- GST
- जीका वायरस
- सोनड़िया बंदरगाह
- THAAD
- MDR
- FINANCE STABILITY REPORT
- WHANGAUNI RIVER
- NEW NATIONAL HEALTH POLICY
- TIES
- HUMANE GENOME PROJECT
- NISAR YOJNA
- WISH TECHNOLOGY
- MISSION ELEVEN MILLIAN
- WEF
- HARAKAH AL YAQIN
- INCLUSIVE DEVELOPMENT INDEX
- LUCKY GRAHAK YOJNA
- DIGI DHAN VYAPAR YOJNA
- KEN -BETWA PROJECT
- 1ST HAPPINESS PARK
- ONE CHINA POLICY
- 1ST MEDICAL PARK
- PROJECT INSIGHT
- KIGALI AGREEMENT
- GLOBAL COMPETITIVE INDEX
- TPP
- BLOCK CHAIN TECHNOLOGY
- GREEN BOND
- NGT
- GARV-2
- INSAT-3DR
- UNIVERSAL HEALTH COVERAGE
- BIG DATA
- FCRA
- RED PLUS
- MISSION PARIVAR VIKAS
- MADAD PORTAL
- NETWORK READINESS INDEX
- HIMAYAT YOJNA
- AIR QUALITY INDEX
- CCIT
- लोढा समिति
- अनुभव सॉफ्टवेयर
गुरुवार, 23 मार्च 2017
IMPACT OF SOCIAL MEDIA ON YOUTHS : HINDI ME
सोशल मीडिया का युवा पर प्रभाव
अगर आज के समय को गति का युग कहे तो गलत न होगा। हर चीज में गति है। सोशल मीडिया ने पुरे विश्व को बदल कर रख दिया है। कहते है आवाज में एक ताकत होती है। सोशल मीडिया के माध्यम से युवा तक हर चीज की पहुँच सुनिश्चित हुयी है ।
बुधवार, 22 मार्च 2017
FACEBOOK AND YOUR STUDY
टॉपिक : फेसबुक और आपकी तैयारी
- सबसे पहले यह तय करे आपको जीवन में करना क्या है।
- फेसबुक पर आप किस लिए आये है।
- बहुत से लोग के नाम और timeline को देखने से पता चलता है कि उनके जीवन का उद्देश्य आईएएस की तैयारी न हो कर कुछ और ही है।
- अपने नाम में ias aspirant लिखते है और साथ में दिन में दो चार फूहड़ता वाली , प्रेम मोहब्बत वाली कॉपी पेस्ट कर पोस्ट भी डालते है। समझ न आता उनका मकसद क्या है ?
- अरे भाई , आपकी टाइम लाइन आपका फेसबुक अकाउंट ही आपका व्यक्तिव है।
- मुझे विश्वाश है कि कम से कम मेरे पेज/ ब्लॉग से जुड़े लोग ऐसी मानसिकता के न होंगे।
- एक रोज मैंने आपको बताया भी था कि अगर आप में हुनर है तो एक दिन दुनिया खुद आपको सलाम करेगी।
- बाकि ये दुनिया , खास कर फेसबुक बहुत ही जालिम है , आप कितना ही अपने नाम में , अपने वर्क में आईएएस लिख लो , भाव देने वाली नही।
- कितना भी बता लो कि मैंने दो बार इंटरव्यू दिया या चार मैन्स लिखा है या मेरा खास दोस्त आईएएस है .... लोग फट से बोल देंगे कि तुम तो नही हो न
- इसलिए जहाँ तक हो सके आदर्शवादी बनिए।
- कमियाँ हर किसी में होती है , मुझ में भी है पर मै पेज पर हमेशा आदर्शवादी बाते करता हूँ तभी यहाँ कभी अपनी वास्तविक id से पोस्ट नही करता हूँ।
सोमवार, 20 मार्च 2017
जब सड़के अच्छी होती है !
किसी भी देश की विकास के लिए कई कारक महत्वपूर्ण होते है जैसे कि अच्छी सड़के ।
भारत में अधिकाश सड़क टूटी , पिट वाली है जिसके चलते यहां पर विकसित देशों की तुलना में परिवहन बहुत स्लो है । आप सोचिये जब सड़कों पर गड्ढे होते है तो बार बार ब्रेक लगानी पड़ती है । इससे प्रदूषण भी बढ़ता है साथ ही समय भी नष्ट होता है ।
शुक्रवार, 17 मार्च 2017
प्रयाग स्टेशन की एक कहानी
लिखने के लिए जरूरी है आपके पास बहुत अनुभव हो, बारीक़ नजर हो जिससे आप परिवेश को अपना विषय बना सके।
मेरे पास संचित अनुभव बहुत हो गया है जो कभी कभी शब्दों के रूप में उमड़ने लगता है पर हर बार रोक लेता हु मन को समझा लेता हूँ कि पहले प्राथमिकताओ पर ध्यान क्रेंद्रित करो ।
हर बार जब भी सफर करता हूँ दर्जनों चीजें नजर के सामने पड़ जाती है , कानों को सुनाई पड़ जाती है । लगता है कि अब बस करो दुनियादारी । लिखो क्योंकि लिखना असंतुष्ट मन को अपार संतुष्टि देता है । अहमदाबाद से इलहाबाद तक सफर हो गया और फिर उन्नाव लौट रहा हूँ ।
ट्रेन में सफर करते वक़्त जब करने को कुछ न बचे तब एक ही सगल याद आता है लिखना ☺
इलाहाबाद में प्रयाग स्टेशन पर एक रोचक आदमी मिला । मिला क्या बस उसे सुना वो कोई स्कीम समझा रहा था वही पोंजी स्कीम जिसमे कुछ रूपये जमा करो , सामान लो , लोगो की chain बनाओ और लाखों कमाओ । कुछ पल को मुझे अजीब लगा आज भी ये चीजे चल रही है । वो आदमी काफी ऊँची आवाज में समझा रहा था मजे की बात यह कि उसके श्रोता कौन थे ओडिशा से आये मजदूर और उनका ठेकेदार जो किसी ईट के भट्ठे में काम करने जा रहे थे । अब एक प्रश्न उभरता है कि कैसा होगा वो आदमी । मैंने चुपके से उसकी तस्वीर निकाल ली है पूरा वाकया फिर कभी ।
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SUCCESS TIPS BY NISHANT JAIN IAS 2015 ( RANK 13 )
मुझे किसी भी सफल व्यक्ति की सबसे महतवपूर्ण बात उसके STRUGGLE में दिखती है . इस साल के हिंदी माध्यम के टॉपर निशांत जैन की कहानी बहुत प्रेर...
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एक दुनिया समानांतर संपादक - राजेंद्र यादव एक दुनिया समानांतर , राजेद्र यादव द्वारा सम्पादित नयी कहनियों का ...
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निबंध में अच्छे अंक लाने के लिए जरूरी है कि उसमे रोचकता और सरसता का मिश्रण हो.........आज से कुछ लाइन्स या दोहे देने की कोशिश करता हूँ......
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पिछले दिनों किसी ने इस बारे में रिक्वेस्ट की थी। आज मैंने कुछ टॉपिक्स जुटाने की कोशिस की है। भूगोल बहुत बड़ा विषय है। इसमें बहुत से टॉपिक ...