जन धन योजना
इंडियन एक्सप्रेस कमाल का और मेरा पसन्दीदा अख़बार है । आज एक शानदार खुलासा किया है इसमें । जन धन योजना से जुड़ा ।
यह सबको पता है कि इस योजना में जितनी तेजी से बैंक में खाते खोले गए उससे गिनीज बुक में रिकॉर्ड बन गया पर उससे जुडी हकीकत बहुत ही शर्मनाक है ।
आज के इंडियन एक्सप्रेस के खुलासे से पता चला कि बहुतायत बैंक खातों में 1 रुपए , 10 पैसे , जितना रुपया खुद बैंक से जुड़े कर्मचारियों ने जमा करा दिए । इससे जीरो बैलेंस खातों की संख्या में तेजी से कमी आई। जुगाड़ निकाल कर बेवकूफ बनाना , भारत में बड़ी आम बात है ।
आज यह सब पढ़ा तो मुझे कुछ याद आ गया । जब यह योजना की शुरुआत जोरों से हुयी थी उन्ही दिनों मेरा अपने शहर उन्नाव जाना हुआ । मैंने अपने मकान मालिक का जिक्र शायद पहले भी किया है उनकी ज्यादा खूबियों का जिक्र न कर बस इतना ही कहूँगा कि डेढ़ सयाना इंसान है । उसने मुझसे पूछा कि इस खाते (जन धन)से क्या फायदा होगा ? मैंने उसे बैंक खाते के सामान्य लाभ बताने शुरू कर दिए । उसने बात काटते हुए कहा कि सरकार कुछ रूपये देगी क्या ? मैं उसकी बात फिर समझ नही पाया । काफी देर बात मुझे समझ आया कि वो काले धन 15 लाख की बात कर रहा है । उसके पास पहले से ही 4 , 5 खाते रहे होंगे । मुझे मन में बहुत हंसी आई उसकी चतुराई या भोलेपन पर यह कह पाना मुश्किल है ।
Copyright -asheesh kumar
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