प्रिय दोस्तों , 23 फरवरी 2018 को मेरे छोटे भाई विकास ( आयु -25 वर्ष ) जोकि लेखपाल के तौर पर जॉब कर रहा था एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी है। 2010 में पिता जी मौत के बाद धीरे धीरे परिवार में चीजे काफी हद तक व्यस्थित हो गयी थी पर इस दुखद घटना की क्षति कभी न हो सकेगी। मन में बहुत दुःख है , धीरे धीरे उबर रहा हूँ। अब जब कि सब कुछ बहुत अच्छा और सही चल रहा था , इस तरह भाई का जाना मुझे अंदर से तोड़ दिया है। अभी भी पूरी तरह से यकीन नहीं हो रहा है कि वह अब नहीं रहा। उस पर विस्तार से लिखना है पर अभी मै इस स्थिति में नहीं हूँ कि उस पर ज्यादा बात कर सकूं।
दो और भी बातें है जो निश्चित ही बेहद प्रसन्नता का विषय होती अगर वो होता पर अब मुझे विशेष खुशी नहीं हो रही है हालांकि यह मेरी हॉबी से जुडी चीजे है-
प्रकाशन विभाग से छपने वाली दो पत्रिकाओं में मेरी रचनाएँ प्रकाशित हुयी है -
१. बाल भारती ( मार्च 2018 अंक )- कहानी - एंजेल और उसकी सफाई सेना
२. कुरुक्षेत्र ( मार्च 2018 बजट अंक ) - लेख - समावेशी शिक्षा की ओर बढ़ते कदम
अगर संभव हो तो पढ़ कर बताना कैसी लगी ?
-आशीष
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