मेरी उस पर नजर पड़ी ही थी कि वो पास आ गया,
"भाई, ले लो। market में 1900 का बिकता है, मैं 500 में दे दूंगा।
"नहीं "मैंने power bank पर हल्की सी नजर डाल कर नजर फेर ली।
" साहब Samsung का है , सस्ते में दे रहा हूँ। चोरी करके लाया हूँ। नशा करने जाना है.. ले लो आप।"
"नहीं "
उसके हाथ में दो पेन ड्राइव सी दिख रही थी।
" भाई, सब ले लो 500 में "
"नहीं"
"अच्छा 400..300..200 में भी नहीं "
" नहीं " इस बार भी बस इतना ही बोला। उस नकली सी दिखने वाली समान न मुझे जरूरत थी, न ही उसके इस विचार में सहयोग करने की इच्छा कि चोरी का सामान है, नशा करने जाना है .
लालकिला के ठीक सामने बेशुमार भीड़ में मेरी नजरें से फिर कुछ तलाशने लगी।
© आशीष कुमार, उन्नाव ।
29 अक्टूबर 2020।
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