रविवार, 8 मार्च 2015
शनिवार, 7 मार्च 2015
Topics for upsc interview 2015 in hindi
जन धन योजना
कोल ब्लॉक आबंटन
14 वित्त आयोग की सिफारिशें
मेक इन इंडिया
डिजिटल इंडिया
स्मार्ट पोलिसिंग
सहकारी संघवाद
बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ
राष्टीय कृषि विकास योजना
डी बी टी एल ( डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर टू एलपीजी कस्टमर)
स्वच्छ भारत अभियान
बजट २०१४ -१५ की सिफारिशें
नीति आयोग
गुड्स एंड सर्विस टैक्स
आतंकवाद के नए रूप
गुरुवार, 5 मार्च 2015
HOW TO IMPROVE YOUR SELF CONFIDENCE
TOPIC:61 अपना आत्मविश्वास कैसे बढ़ाये ?
हिंदी में एक बहुत अच्छी कहावत है " मन के हारे हार है और मन के जीते जीत " इसका मतलब है कि अगर आपके मन में जीतने का ख्याल आता है और आप अपने डर को दूर करने में सक्षम होते है तो आप की जीत तय है।
हिंदी में एक बहुत अच्छी कहावत है " मन के हारे हार है और मन के जीते जीत " इसका मतलब है कि अगर आपके मन में जीतने का ख्याल आता है और आप अपने डर को दूर करने में सक्षम होते है तो आप की जीत तय है।
- आत्मविश्वास का मतलब है आप को खुद पर कितना यकीन है। जितना ज्यादा आप को खुद पर भरोसा होगा आपका मनोबल उतना ही प्रबल होगा। आज कुछ सीधी और सरल तरीके से आत्मविश्वास बढ़ाने की बात करते है।
- आपको यथार्थवादी बनना होगा। मतलब यह कि आपको सिर्फ कोरी कल्पना और आदर्शवादी बाते छोड़नी होगी।
- सपने देखना अच्छी बात है पर उनको एक हद तक ही देखे। अगर ज्यादा बड़े और कल्पना आधारित सपने होंगे और अगर वो पूरे न हो तो आप दुखी होंगे और आपका मनोबल भी टूटेगा।
- छोटी छोटी चीजो से शुरुआत करे।
- अगर आपके अंदर कोई बुरी आदत हो तो उसे खत्म करने से पहल करे।
- आपका दिमाग सबसे बड़ा हथियार है। इस कुंद होने से बचाये।
- दिमाग को फालतू चीजो से बचाये।
- अपने पर तनाव हावी मत होने मत दे।
- कभी कभी अपने लिए भी वक़्त निकाले।
- अच्छी किताबे पढ़े।
- सफल लोगो से मिले।
- हताश , परेशान , मायूस लोगों से बचे।
- हमेशा खुश रहे।
- अपने दिमाग में हमेशा यह ख्याल लाये कि आप सफल होने के लिए ही बने है।
बुधवार, 4 मार्च 2015
A letter from our reader
टॉपिक : 60 एक पाठक का आत्मीय पत्र
"सर प्रणाम। 'प्रणाम' इसलिए किआप ज्ञान अनुभव और उम्र तीनो में ही मुझसे बड़े व श्रेष्ठ हैं। मै आपके ब्लॉग का नियमित पाठक हूँ और बेसब्ररी से नई पोस्ट का इंतजार करता हूँ ताकि मुझे आत्मसात और स्वंय में ऊर्जा का संचार का मौका मिल सके। आपकी आज की टॉपिक न. 60 व 61 दोनोबहुत पसंद आई(वैसे तो आपकी सभी पोस्ट का कायल हूँ) और पुन: स्वंय के बारे में सोचने को मजबूर कर दिया। विशेष 61वी टॉपिक के लिए हर्दयके अन्त:स्थल से कोटिश धन्यवाद।
मै पिछले कई समय से तैयारी कर रहा हूँ, पर ना तो पूरी एकाग्रचित (focus) हो पा रहा हूँ जिसके कारण विगत कई महीनो से किसी विशेष परीक्षा में सफलता का स्वाद नहीं हुआ। और ऊपर से इस सरकारी नौकरी के माहोल ने बेहद निराशा ऊर्जा विहीन तथा लक्ष्य से भटका दिया। (शायद इसीलिए पोस्ट को सार्वजनिक करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हूँ।)
अत: आपसे विनम्र निवेदन हैं कि मेरा मार्गदर्शन करे तथा कैसे focus करे(उपरोत परिस्थिति को मध्य नजर रखते हुय) तथा साथ ही साथ टॉपिक न 61 की कमियों को दूर करने का मार्गदर्शन करे। आपके हमेशा की तरह सकारात्मक जवाब और सहयोग का इंतजार।"
आपका
बस यही चीजे है मुझे सकून देती है। यह एक पत्र है जो मुझे मेरे ब्लॉग के एक पाठक ने मुझे मेल किया था। कितना अच्छा लगता है कि लोग आप पर विश्वास करते है उन्हें पर भरोसा होता है। इस पत्र में जिस चीज का जिक्र है उससे लगभग हर प्रतियोगी जूझता है। काफी दिनों से इस बारे लिखने को सोच रहा था। शायद अब जल्द ही लिखना संभव हो। लिखने से पहले आप सभी से मै जानना चाहूंगा कि आप अगर इस तरह की चीजो से गुजरते तो कैसे निपटते और बेसिक प्रॉब्लम कौन कौन सी होती है ? आप की सहभागिता काफी महत्वपूर्ण रहेगी एक जीवंत लेख लिखने हेतु ?
"सर प्रणाम। 'प्रणाम' इसलिए किआप ज्ञान अनुभव और उम्र तीनो में ही मुझसे बड़े व श्रेष्ठ हैं। मै आपके ब्लॉग का नियमित पाठक हूँ और बेसब्ररी से नई पोस्ट का इंतजार करता हूँ ताकि मुझे आत्मसात और स्वंय में ऊर्जा का संचार का मौका मिल सके। आपकी आज की टॉपिक न. 60 व 61 दोनोबहुत पसंद आई(वैसे तो आपकी सभी पोस्ट का कायल हूँ) और पुन: स्वंय के बारे में सोचने को मजबूर कर दिया। विशेष 61वी टॉपिक के लिए हर्दयके अन्त:स्थल से कोटिश धन्यवाद।
मै पिछले कई समय से तैयारी कर रहा हूँ, पर ना तो पूरी एकाग्रचित (focus) हो पा रहा हूँ जिसके कारण विगत कई महीनो से किसी विशेष परीक्षा में सफलता का स्वाद नहीं हुआ। और ऊपर से इस सरकारी नौकरी के माहोल ने बेहद निराशा ऊर्जा विहीन तथा लक्ष्य से भटका दिया। (शायद इसीलिए पोस्ट को सार्वजनिक करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हूँ।)
अत: आपसे विनम्र निवेदन हैं कि मेरा मार्गदर्शन करे तथा कैसे focus करे(उपरोत परिस्थिति को मध्य नजर रखते हुय) तथा साथ ही साथ टॉपिक न 61 की कमियों को दूर करने का मार्गदर्शन करे। आपके हमेशा की तरह सकारात्मक जवाब और सहयोग का इंतजार।"
आपका
बस यही चीजे है मुझे सकून देती है। यह एक पत्र है जो मुझे मेरे ब्लॉग के एक पाठक ने मुझे मेल किया था। कितना अच्छा लगता है कि लोग आप पर विश्वास करते है उन्हें पर भरोसा होता है। इस पत्र में जिस चीज का जिक्र है उससे लगभग हर प्रतियोगी जूझता है। काफी दिनों से इस बारे लिखने को सोच रहा था। शायद अब जल्द ही लिखना संभव हो। लिखने से पहले आप सभी से मै जानना चाहूंगा कि आप अगर इस तरह की चीजो से गुजरते तो कैसे निपटते और बेसिक प्रॉब्लम कौन कौन सी होती है ? आप की सहभागिता काफी महत्वपूर्ण रहेगी एक जीवंत लेख लिखने हेतु ?
Love Story in Hindi
वो कहानी वाली लड़की
" क्या सच में मै तुम्हारे लिए एक चरित्र मात्र ही थी ? " उसकी आवाज में न जाने कैसा दर्द था।
" हाँ , बस केवल एक चरित्र मात्र , इससे परे कुछ भी नही " मै बोला
" पर मैंने तो तुम्हे अपना सबकुछ मान लिया "
" कैसी बात कर रही हो , मुझसे कभी मिली तक नही और मुझे सबकुछ मान लिया। "
"भले ही आप से कभी रूबरू मुलाकात न हुई पर आप से कितनी बाते हुई है , हर विषय पर , हर पहलू पर और आप ने ही तो एक रोज कहा था कि तुम्हारे लिए तुम्हारे चरित्र सबसे करीबी होते है। आप से अपना अतीत शेयर करते हुए न जाने अपने दिल में आपको लेकर ख्वाब पाल बैठी। मुझे लगा आप के दिल में भी मेरे लिए कुछ है। इतनी रात गए आप मुझ से बात करते थे ……… उसके कोई मायने नही थे " उसकी आवाज भारी हो गयी थी।
" प्लीज, बात को समझिए , मै तो बस आपकी कहानी जानने के लिए उत्सुक था। उन सब बातों के सिर्फ यही मायने थे , मै एक सजीव चरित्र को खोज रहा था, कुछ ऐसी चीज की तलाश थी जिसे लिख कर.............. " मैंने अपनी बात अधूरी छोड़ दी।
© Asheesh Kumar
( मेरी कहानी का एक अंश , अपने नियमित पाठकों के लिए विशेष प्रस्तुति। )
सोमवार, 2 मार्च 2015
Some bad habits which stop you being ias officer
टॉपिक :61 ये चीजे आपको आईएएस बनने से दूर कर सकती है।
- अहम
- अपने आप से झूठ बोलना
- laziness
- बड़बोलापन
- Over Confidence
- लिखने कर पढ़ने की आदत न होना
- सपनोें में जीना
- कल्पनाऑ में खोये रहना
- महत्वहीन , झूठे , स्वार्थ पर टिके रिश्ते में अपना कीमती समय गवाना
- अपनी तैयारी से ज्यादा , दूसरे को तैयारी कराने लग जाना
- एक साथ बहुत सी चीजों की तैयारी में लग जाना
- अपने निर्णय में स्थिर न रहना
रविवार, 1 मार्च 2015
SOME GOOD TIPS FOR IAS ASPIRANT
टॉपिक :60 आईएएस बनने के लिए जरूरी गुण
- सक्रियता , सजगता
- कम बोलने की आदत
- हमेशा खुश रहने की आदत
- Regularity
- सरल और सीधा जीवन जीना
- दिखावा न करना
- बोलने से ज्यादा करने पर यकीन
- आलस्य का आभाव
- तनाव रहित जीवन
- Patience
- हमेशा सीखने के लिए तैयार रहना
- Politeness
- जिनसे भी आप कुछ सीखे उनके प्रति आभारी रहना
- जो कुछ आप ने सीखा उसे सब के साथ शेयर करने की आदत
- अहम से हमेशा बचना
- अपनी खराब आदतों को धीरे धीरे खत्म करना
- कुछ भी ऐसा न करना जिसे लेकर शर्मिंदा होना पड़े।
- अपने माता पिता , सच्चे मित्रो के प्रति दया भाव रखे।
- समय के पाबंद रहे।
- प्राथमिकता तय करना सीखे।
- तय करे कि पहले जीवन जीना है बाद में स्ट्रगल या फिर पहले स्ट्रगल बाद में जीवन का लुफ्त लेना है
- गलत गुरु की सलाह से बचे
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SUCCESS TIPS BY NISHANT JAIN IAS 2015 ( RANK 13 )
मुझे किसी भी सफल व्यक्ति की सबसे महतवपूर्ण बात उसके STRUGGLE में दिखती है . इस साल के हिंदी माध्यम के टॉपर निशांत जैन की कहानी बहुत प्रेर...
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एक दुनिया समानांतर संपादक - राजेंद्र यादव एक दुनिया समानांतर , राजेद्र यादव द्वारा सम्पादित नयी कहनियों का ...
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निबंध में अच्छे अंक लाने के लिए जरूरी है कि उसमे रोचकता और सरसता का मिश्रण हो.........आज से कुछ लाइन्स या दोहे देने की कोशिश करता हूँ......
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नीला चाँद कल रात में अंततः इस उपन्यास का पठन पूरा हो गया। शिव प्रसाद सिंह द्वारा लिखे गए इस बहुचर्चित उपन्यास की विषय वस्तु 11 वी सदी के स...