रविवार, 15 मार्च 2015
How to make your personality perfect
Topic :64 अपने व्यक्तित्व को प्रभावी कैसे बनाये ?
कभी कभी आप ने कुछ ऐसे लोगो से मुलाकात की होगी जिनके व्यक्तित्व से आप बहुत ही ज्यादा प्रभावित किया होगा। ऐसे व्यक्तित्व को मैगनेट पर्सनलिटी कहते है। लोग उस व्यक्ति की और खुद ही जुड़ने की कोशिस करते है। ऐसे व्यक्ति के लिए जरूरी नही है कि वह बहुत खूबसूरत , धनी हो। कोई भी अपने आचरण में कुछ बदलाव लाकर ऐसे व्यक्तित्व का मालिक बन सकता है। इस तरह के व्यक्ति खुद तो खुश रहते ही है और उनके साथ उनसे मिलने वाले व्यक्ति भी काफी प्रेरणा पाते है। चलिए आज कुछ ऐसे ही गुणों के बारे में बात करते है।
- सबसे पहले आप को अपने स्वभाव में बदलाव लाना होगा।
- अपने चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखें।
- जब भी किसी से मिले , गर्मजोशी से मिले।
- हमेशा दूसरों की हेल्प करने के लिए तैयार रहे।
- भले ही आप को बहुत अच्छी शक्ल और सूरत न मिली हो आप अपने दिमाग और ज्ञान से लोगों को अपना मुरीद बना सकते है।
- आप को हर विषय में अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
- इसके लिए अपने आप को हमेशा अच्छी किताबों और लोगो से जुड़े रहना होगा।
- लोगों से अच्छे गुण सीखने की आदत डालना।
- चिंतन करें
- हमेशा मृदु बोले।
- एकांतवास का महत्व
- किसी को भी चीट मत करे। एक न एक रोज आप को इसके लिए खेद होगा इसलिए हमेशा ईमानदार रहे।
- जब भी कभी अवसर मिले किसी की भी निःस्वार्थ भाव से हेल्प करें।
- जरूरतमंद की हेल्प करके आपको बेहद सकून और खुशी मिलेगी।
- किसी भी परीस्थिति में क्रोध न करें।
- उन सभी , जिनसे अपने कुछ सीखा , लिया हो उनके प्रति हमेशा आभारी रहे।
अगर आप बहुत मेहनत करने के बाद भी असफल हो रहे है तो नीचे लिखी पोस्ट आपके लिए है . कृपया पढना और अपनी राय देना मत भूले .
अंग्रेजी के खण्ड की तैयारी के लिये कुछ टिप्स।
अंग्रेजी के खण्ड की तैयारी के लिये कुछ टिप्स।
गुरुवार, 12 मार्च 2015
A sad story of a poor man in Hindi
वो चाट बेचने वाला आदमी
पिछली बार जब भाई के पास उसके कमरे पहुंचा तो पता चला पड़ोस में एक नए किरायेदार आये है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के दौरान पहले मै वहां रहता था फिर मेरे बाद मेरे भाई रहने लगे। लगभग हमारे पास वो कमरा ७ सालो से है। कितने ही किरायेदार आये और गए।
इस बार पता चला कोई नया परिवार आया है। पति , पत्नी और दो बेटे थे। एक तो बस १० या १५ दिन का ही था। दूसरा ३ साल का। उनका बड़ा बेटा बहुत जल्द ही सारे महल्ले का प्रिय बन गया। बहुत शरारती था। आम तौर पर अपनेकमरे पर किसी को अंदर आने की इजाजत नही देता हूँ , वजह पढ़ाई में व्यवधान होता है पर ये लड़का डरता ही नही था। अक्सर कमरे में आ जाता।
कुछ ही दिन रुकना था पर उस परिवार के बारे में बगैर बात किये ही काफी बाते पता चल गयी । पत्नी , सुंदर थी और काफी तेज,चकड़ भी। पति भी गोरा था , सीधा था और घुन्ना भी ( जो कम बातचीत करे ) . अक्सर उनके कमरे से जोर जोर आवाज आती जिनसे यही पता चलता कि वो अपने पति की कमाई से खुश नही है। शायद परिवारिक कलह इसे ही कहते है।
पति शहर किसी फैक्ट्री में काम करता था। शायद उसे २०० रूपये मिलते थे। जब उनके घर झग़डा बढ़ने लगा तो पति ने सोचा अब अपना धंधा करुगा। कुछ रोज बाद , भाई ने मुझे बताया कि ठेलिया आ गयी है। पड़ोसी अब आलू पापड़ी बेचेंगे। मै भी उत्सुकतावश उस ठेलिया को देखने गया।
अपनी मकान मालकिन (दीदी) से लगभग सारी बाते पता चलती रही। पता चला कि अब वो आदमी चाट बेचेगा। हमारे शहर में , एक नई तरह की सुबह सुबह चाट बिकती है , उबले चने , उबले आलू ,खट्टी चटनी और पापड़ी। अच्छा स्वाद होता है। कभी आना तो चखना जरूर।
जिस रोज वो आदमी अपनी ठेलिया लेकर चाट बेचने निकला। घर के सभी किरायेदारों ने उसके धंधे की शुरुआत करायी। १० रूपये में एक पत्ता बिक रहा था। वो आदमी अपनी ठेलिया रेलवे स्टेशन ले गया।
शाम को सब लोग खास तौर पर मकान मालकिन ने उससे जानना चाहा कि कितने का धंधा हुआ ? पता चला कि उसके ५०० रूपये बचे है। अब सब अच्छा था। अच्छी आमदनी होने लगी थी फिर भी उनके घर में चीजे बिगड़ रही थी।
अब उस आदमी को घर में सुबह जल्दी उठना पड़ता। उसके साथ उसकी बीवी को भी उठना पड़ता था। सुबह आलू, मटर और पापड़ी तैयार करनी पड़ती थी। अक्सर दिन में वो तेज महिला आँगन में कुकर और बर्तन धोती और भुनभुनाती रहती थी।
मेरा उनसे कभी भी INTERACTION नही हुआ पर उनका FUTURE मुझे दिखाई सा पड़ रहा था। एक रात , बहुत जोर से उस महिला की आवाज सुनाई पड़ी। धीरे धीरे कुछ और किरायेदार बाहर निकले। उपर दीदी के पास वो महिला अपने बड़े बेटे के साथ कुछ जोर जोर आवाज में कह रही थी। जब बर्दाश्त से बाहर शोरगुल होने लगा तो मुझे भी बाहर निकलना पड़ा। मुझे दूसरे दिन सुबह ५ बजे LUCKNOW पेपर देने जाना था।
उपर जाकर देखा तो पता चला उनके बड़े बेटे ने अपने नाक में मटर का दाना डाल लिया था। उस रात बहुत हंगामा हुआ। उसका पति , चुपचाप कमरे में सो रहा था। इधर पत्नी इसी बात का हंगामा कर रही थी कि बेटा चाहे मर जाये पर वो इंसान उठेगा नही।
कुछ रोज बाद मै वापस अपनी JOB में लौट आया। आते वक़्त पता नही क्यू पर भाई से बोल कर आया कि इसकी पत्नी बहुत तेज है कहीं ऐसा न हो कि उसका घुन्ना पति SUICIDE न कर ले। भाई ने समझा मजाक कर रहा हूँ पर मुझे कुछ चीजे कभी कभी आभास होने लगती है। अभी खुद UNMARRIED हूँ पर दुनियादारी की बहुत गहरी समझ है। मुझे दूर से उनके घर की हकीकत नजर आ रही थी।
एक रोज जब मै ऑफिस रात में लौट कर घर आया तो भाई का फ़ोन आया कि आप सही थे। उस चाट वाले ने POISON खा लिया। भाई भी गावं में था उसके पास मकान मालकिन का PHONE आया था। उस रोज घटना कुछ इस तरह घटित हुई।
सुबह वो आदमी अपनी ठेलिया ले कर निकला। आदमी थोड़ी देर बाद ही घर लौट आया। चाट तो बिकी नही थी तो उसे सारी गाय को खिला दी। घर आकर बीवी से न जाने के किस बात पर झग़डा शुरू हुआ। थोड़ी देर बाद वो आदमी बाहर निकल गया। पास की रेलवे लाइन की पटरी के साथ चलता शहर से बाहर निकल गया। वही बैठ कर उसने शराब पी साथ में कोई जहर भी खा लिया। उसने उधर से अपनी पत्नी को फोन किया। पहले तो उसकी बीवी को मजाक लगा पर कुछ देर बाद आस पास के लोग उसे लिवाने गए। अगले कुछ घंटो में वो चाट बेचने वाला आदमी , इस WORLD से हमेशा के लिए जा चुका था।
… गलती किसकी थी ? यह कह पाना मुश्किल है हम भी आप की तरह बाहर से चीजो को जाना और कानो सुनी चीजो के आधार पर कहानी विकसित की पर एक बार आप उस WIDDOW के आगे के जीवन पर नजर डाले , दो छोटे बच्चे---------. वैसे तो कभी CASTE का उल्लेख नही करता यहाँ भी नही कर रहा हूँ पर अगर आप को लगता है यह कोई ऐसे वैसे की कहानी है तो आप गलत है , वह उत्तर भारत की सबसे अच्छी मानी /समझी जाने वाली जाति /समुदाय से थी।
कुछ आप भी निष्कर्ष निकालिये। वो महिला सच में सुंदर थी और काफी तेज थी शायद उसके सपने कुछ ज्यादा ही बड़े थे। आदमी भी सुंदर था , गरीब था पर वो हाई फाई नही था। चीजे कैसे बिगड़ती है आप समझ सकते है।
© आशीष कुमार ,
बुधवार, 11 मार्च 2015
How to boost up your concentration for study
Topic: 63 स्टडी में अपना ध्यान कैसे केंद्रित करे ?
आज के समय सबसे main problem , स्टूडेंट यही करते है. जब वो पढ़ते है तो स्टडी पर पूरा फोकस नही कर पाते है. इसके चलते उन्हें positive result नही मिल पाता है . आज कुछ tips इस बारे .
पेरणादायक कहानी
आज के समय सबसे main problem , स्टूडेंट यही करते है. जब वो पढ़ते है तो स्टडी पर पूरा फोकस नही कर पाते है. इसके चलते उन्हें positive result नही मिल पाता है . आज कुछ tips इस बारे .
पेरणादायक कहानी
- जब आप पढने बैठे तब निश्चित करे आप थके या शिथिल न हो .
- सिर्फ किसी को दिखाने के लिए न पढ़े।
- असफलता के मायने
- अपने मन में किसी तरह के फालतू विचारों को जगह जगह मत दे।
- अगर पढ़ते समय कुछ सोचने लगते है तो जोर जोर से आवाज में पढ़े।
- subject अगर नीरस लग रहा हो तो उसे note करते हुए पढ़े।
- आप का शरीर ही सब कुछ है इसलिए इसे FIT रखे।
- DO YOGA
- walking
- ध्यान लगाये।
- चिंतन करे
- PERSONALITY DEVELOPMENT
- किसी तरह से TENSION को न पाले।
- हर PROBLEM का हल होता है बस उसे खोजने की जरूरत होती है।
- पढ़ते वक़्त दिमाग में आपका लक्ष्य जरूर होना चाहिए।
- अपने STUDY ROOM में अपने टारगेट को लिख कर चिपका ले।
- हर सुबह उठे और अपने लक्ष्य को जोर जोर दोहराये।
- रात में जब सोने जाये , तब भी वही क्रिया दोहराये।
क्या आप कोई जॉब करते हुए तैयारी कर रहे है तो आपको बहुत तरह की प्रॉब्लम आती होंगी . उन problem
के हल के लिए ये नीचे वाली पोस्ट पढना न भूले .
सोमवार, 9 मार्च 2015
HOW TO GET GOVERNMENT JOB
टॉपिक : 62 सरकारी नौकरी कैसे पाये ?
- किसी भी सरकारी नौकरी के लिए पूछे जाने वाले एग्जाम में ENGLISH , MATH , REASONING , G.K. होता है।
- इसलिए इन चार विषयों में आपको एक्सपर्ट होना पड़ेगा।
- पहले इनको सीखे
- स्पीड बहुत जरूरी है। आप जितना तेजी से हल करना सीखे उतना ही अच्छा।
- इन के लिए मार्केट में बहुत अच्छी अच्छी किताबे उपलब्ध है।
- एक एक कर इनका कलेक्शन करे
- हर माह कोई ऐसी मैगज़ीन पढ़े जिसमे हाल में हुए competition exam के पेपर मिल जाये
- आप ज्यादा से ज्यादा इन पेपर को हल करे।
- जो भी एग्जाम देने जा रहे हो उनके पुराने क्वेश्चन पेपर का सेट जरूर खरीद ले।
- छोटे छोटे एग्जाम के भी फॉर्म भरे।
- अगर आपके छोटे एग्जाम निकलने लगेगे तो आपका SELF CONFIDENCE बढ़ेगा।
- आज बहुत ज्यादा लोग है और पद कम।
- इसलिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करनी होगी
- इतनी जितना आपको लगे कि कोई नही करता।
- कोशिस करे कि आप इतने फॉर्म भरे कि आपको हर महीने एक या दो एग्जाम देने का मौका मिले।
- किसी एक ही चीज को पकड़ कर मत चले।
- थोड़ा बहुत अंतर ही होता है एक दूसरे एग्जाम में।
- आज कल जिस तरह से माहौल बदला है उसको देखते हुए यही सलाह है कि कई नावों में सवार होनाही अच्छा है
- बहुत से लोग सिर्फ ssc की ही तैयारी करते थे अब बहुत हताश है वजह आप जानते ही है।
- कितने ही लोग है जो सिर्फ ssc , uppcs , या ias के लिए ही तैयारी करते है और अंत में कुछ नही बन पाते
- इसलिए व्यहारिक बने।
- जीवन में हमेशा विकल्प रखे। हताश होने से बच जायेगे।
रविवार, 8 मार्च 2015
शनिवार, 7 मार्च 2015
Topics for upsc interview 2015 in hindi
जन धन योजना
कोल ब्लॉक आबंटन
14 वित्त आयोग की सिफारिशें
मेक इन इंडिया
डिजिटल इंडिया
स्मार्ट पोलिसिंग
सहकारी संघवाद
बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ
राष्टीय कृषि विकास योजना
डी बी टी एल ( डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर टू एलपीजी कस्टमर)
स्वच्छ भारत अभियान
बजट २०१४ -१५ की सिफारिशें
नीति आयोग
गुड्स एंड सर्विस टैक्स
आतंकवाद के नए रूप
गुरुवार, 5 मार्च 2015
HOW TO IMPROVE YOUR SELF CONFIDENCE
TOPIC:61 अपना आत्मविश्वास कैसे बढ़ाये ?
हिंदी में एक बहुत अच्छी कहावत है " मन के हारे हार है और मन के जीते जीत " इसका मतलब है कि अगर आपके मन में जीतने का ख्याल आता है और आप अपने डर को दूर करने में सक्षम होते है तो आप की जीत तय है।
हिंदी में एक बहुत अच्छी कहावत है " मन के हारे हार है और मन के जीते जीत " इसका मतलब है कि अगर आपके मन में जीतने का ख्याल आता है और आप अपने डर को दूर करने में सक्षम होते है तो आप की जीत तय है।
- आत्मविश्वास का मतलब है आप को खुद पर कितना यकीन है। जितना ज्यादा आप को खुद पर भरोसा होगा आपका मनोबल उतना ही प्रबल होगा। आज कुछ सीधी और सरल तरीके से आत्मविश्वास बढ़ाने की बात करते है।
- आपको यथार्थवादी बनना होगा। मतलब यह कि आपको सिर्फ कोरी कल्पना और आदर्शवादी बाते छोड़नी होगी।
- सपने देखना अच्छी बात है पर उनको एक हद तक ही देखे। अगर ज्यादा बड़े और कल्पना आधारित सपने होंगे और अगर वो पूरे न हो तो आप दुखी होंगे और आपका मनोबल भी टूटेगा।
- छोटी छोटी चीजो से शुरुआत करे।
- अगर आपके अंदर कोई बुरी आदत हो तो उसे खत्म करने से पहल करे।
- आपका दिमाग सबसे बड़ा हथियार है। इस कुंद होने से बचाये।
- दिमाग को फालतू चीजो से बचाये।
- अपने पर तनाव हावी मत होने मत दे।
- कभी कभी अपने लिए भी वक़्त निकाले।
- अच्छी किताबे पढ़े।
- सफल लोगो से मिले।
- हताश , परेशान , मायूस लोगों से बचे।
- हमेशा खुश रहे।
- अपने दिमाग में हमेशा यह ख्याल लाये कि आप सफल होने के लिए ही बने है।
बुधवार, 4 मार्च 2015
A letter from our reader
टॉपिक : 60 एक पाठक का आत्मीय पत्र
"सर प्रणाम। 'प्रणाम' इसलिए किआप ज्ञान अनुभव और उम्र तीनो में ही मुझसे बड़े व श्रेष्ठ हैं। मै आपके ब्लॉग का नियमित पाठक हूँ और बेसब्ररी से नई पोस्ट का इंतजार करता हूँ ताकि मुझे आत्मसात और स्वंय में ऊर्जा का संचार का मौका मिल सके। आपकी आज की टॉपिक न. 60 व 61 दोनोबहुत पसंद आई(वैसे तो आपकी सभी पोस्ट का कायल हूँ) और पुन: स्वंय के बारे में सोचने को मजबूर कर दिया। विशेष 61वी टॉपिक के लिए हर्दयके अन्त:स्थल से कोटिश धन्यवाद।
मै पिछले कई समय से तैयारी कर रहा हूँ, पर ना तो पूरी एकाग्रचित (focus) हो पा रहा हूँ जिसके कारण विगत कई महीनो से किसी विशेष परीक्षा में सफलता का स्वाद नहीं हुआ। और ऊपर से इस सरकारी नौकरी के माहोल ने बेहद निराशा ऊर्जा विहीन तथा लक्ष्य से भटका दिया। (शायद इसीलिए पोस्ट को सार्वजनिक करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हूँ।)
अत: आपसे विनम्र निवेदन हैं कि मेरा मार्गदर्शन करे तथा कैसे focus करे(उपरोत परिस्थिति को मध्य नजर रखते हुय) तथा साथ ही साथ टॉपिक न 61 की कमियों को दूर करने का मार्गदर्शन करे। आपके हमेशा की तरह सकारात्मक जवाब और सहयोग का इंतजार।"
आपका
बस यही चीजे है मुझे सकून देती है। यह एक पत्र है जो मुझे मेरे ब्लॉग के एक पाठक ने मुझे मेल किया था। कितना अच्छा लगता है कि लोग आप पर विश्वास करते है उन्हें पर भरोसा होता है। इस पत्र में जिस चीज का जिक्र है उससे लगभग हर प्रतियोगी जूझता है। काफी दिनों से इस बारे लिखने को सोच रहा था। शायद अब जल्द ही लिखना संभव हो। लिखने से पहले आप सभी से मै जानना चाहूंगा कि आप अगर इस तरह की चीजो से गुजरते तो कैसे निपटते और बेसिक प्रॉब्लम कौन कौन सी होती है ? आप की सहभागिता काफी महत्वपूर्ण रहेगी एक जीवंत लेख लिखने हेतु ?
"सर प्रणाम। 'प्रणाम' इसलिए किआप ज्ञान अनुभव और उम्र तीनो में ही मुझसे बड़े व श्रेष्ठ हैं। मै आपके ब्लॉग का नियमित पाठक हूँ और बेसब्ररी से नई पोस्ट का इंतजार करता हूँ ताकि मुझे आत्मसात और स्वंय में ऊर्जा का संचार का मौका मिल सके। आपकी आज की टॉपिक न. 60 व 61 दोनोबहुत पसंद आई(वैसे तो आपकी सभी पोस्ट का कायल हूँ) और पुन: स्वंय के बारे में सोचने को मजबूर कर दिया। विशेष 61वी टॉपिक के लिए हर्दयके अन्त:स्थल से कोटिश धन्यवाद।
मै पिछले कई समय से तैयारी कर रहा हूँ, पर ना तो पूरी एकाग्रचित (focus) हो पा रहा हूँ जिसके कारण विगत कई महीनो से किसी विशेष परीक्षा में सफलता का स्वाद नहीं हुआ। और ऊपर से इस सरकारी नौकरी के माहोल ने बेहद निराशा ऊर्जा विहीन तथा लक्ष्य से भटका दिया। (शायद इसीलिए पोस्ट को सार्वजनिक करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हूँ।)
अत: आपसे विनम्र निवेदन हैं कि मेरा मार्गदर्शन करे तथा कैसे focus करे(उपरोत परिस्थिति को मध्य नजर रखते हुय) तथा साथ ही साथ टॉपिक न 61 की कमियों को दूर करने का मार्गदर्शन करे। आपके हमेशा की तरह सकारात्मक जवाब और सहयोग का इंतजार।"
आपका
बस यही चीजे है मुझे सकून देती है। यह एक पत्र है जो मुझे मेरे ब्लॉग के एक पाठक ने मुझे मेल किया था। कितना अच्छा लगता है कि लोग आप पर विश्वास करते है उन्हें पर भरोसा होता है। इस पत्र में जिस चीज का जिक्र है उससे लगभग हर प्रतियोगी जूझता है। काफी दिनों से इस बारे लिखने को सोच रहा था। शायद अब जल्द ही लिखना संभव हो। लिखने से पहले आप सभी से मै जानना चाहूंगा कि आप अगर इस तरह की चीजो से गुजरते तो कैसे निपटते और बेसिक प्रॉब्लम कौन कौन सी होती है ? आप की सहभागिता काफी महत्वपूर्ण रहेगी एक जीवंत लेख लिखने हेतु ?
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SUCCESS TIPS BY NISHANT JAIN IAS 2015 ( RANK 13 )
मुझे किसी भी सफल व्यक्ति की सबसे महतवपूर्ण बात उसके STRUGGLE में दिखती है . इस साल के हिंदी माध्यम के टॉपर निशांत जैन की कहानी बहुत प्रेर...
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एक दुनिया समानांतर संपादक - राजेंद्र यादव एक दुनिया समानांतर , राजेद्र यादव द्वारा सम्पादित नयी कहनियों का ...
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निबंध में अच्छे अंक लाने के लिए जरूरी है कि उसमे रोचकता और सरसता का मिश्रण हो.........आज से कुछ लाइन्स या दोहे देने की कोशिश करता हूँ......
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नीला चाँद कल रात में अंततः इस उपन्यास का पठन पूरा हो गया। शिव प्रसाद सिंह द्वारा लिखे गए इस बहुचर्चित उपन्यास की विषय वस्तु 11 वी सदी के स...