आज की गलाकाट प्रतिस्पर्धा में success केवल उनको ही मिलती है जो बगैर रूके अपनी preparation लगातार करते रहते है। बहुत बार आप ने ias topper के Interview में इस बात को जरूर पढ़ा होगा कि सफलता के लिये बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। हम प्राय बहुत मेहनत से तैयारी करते है। तरह तरह के plan बनाते है। सोचते है कि अब बहुत हुआ मैने बहुत वक्त बर्बाद किया । अब मैं बहुत गम्भीर तैयारी करूगा। आप ऐसे करते भी है। पर कुछ दिन बाद आप पाते है कि बदलाव तो कुछ हुआ नही । कहने का तात्पर्य यह कि आपको बोरियत होने लगती है। चाह कर भी जोश बरकार नही रहता है। इस वर्ष सिविल सेवा की नोटिस की देरी ने कितने ही साथी मित्रों की तैयारी ठप कर दी । हर कोई सोच रहा है कि नोटिस आ जाये तो तैयारी शुरू की जाय। मै यहाॅ पर कुछ बिन्दु दे रहा हूॅ सम्भव है कि कुछ आपको मदद मिल जाये।
- मित्रों सबसे पहली बात की बदलाव मुख्य परीक्षा में होने जा रहा न कि प्रारम्भिक परीक्षा में । बेहतर होगा कि किसी बात का इंतजार न करके प्रारम्भिक परीक्षा की जमकर तैयारी शुरू कर दी जाय।
- पिछले दो वर्ष के अनुभव बताते हैं कि प्रारम्भिक परीक्षा में दुसरे प्रश्नपत्र का महत्व ज्यादा दिया जाना चहिये। काफी हद तक आप चयन द्वितीय प्रश्न पत्र के प्रर्दशन पर निर्भर करता है।
- हाल में BUDGET और ECONOMIC SURVEY सरकार ने प्रस्तुत किये है। इन तथ्यात्मक प्रश्न तो नही आते है पर इनको आप निबंध और मुख्य परीक्षा में निश्चित ही उपयोगी पायेगें।
- क्यो न इनका बिदुवार नोट्स बना डाला जाये।
- हिन्दी भाषी दोस्तों के लिये द्वितीय पेपर में अनिवार्य अग्रंजी के प्रश्न बहुत समस्या बन रहै है। प्रायः 9 , 10 प्रश्नों में हिन्दी माध्यम की प्रतिभागी 5 या 6 प्रश्न कर पातें है। नतीजा 8 से 10 अंको का सीधा नुकसान। मुझे लगता है कि इस समस्या से निपटने के लिये अच्छी तैयारी की जाय ।
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