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बुधवार, 4 जून 2014

हर एक की यही कहानी है


         जिंदगी में और कुछ हो या न पर उसे व्यवस्थित होना बहुत जरूरी लगता है। हम में बहुत से लोग सब कुछ होने के बाद भी पूरी तरीके से अपनी मानसिक शक्तियों का प्रयोग नही कर पाते है उसकी वजह यही अव्यवस्था होती है। सबसे रोचक बात यह कि इसका आपकी आर्थिक स्थिति से कोई लेना देना नही होता है। बहुत बार या कहु ज्यादातर दोस्त जो अच्छी जॉब में है (मै भी इसमें शामिल हूँ ) का जीवन बहुत अस्त व्यस्त होता है। इससे कही बेहतर और व्यवस्थित जीवन जॉब को तलाश कर रहे मित्र जीते है। आप किसी भी जॉब कर रहे साथी से , जो कि अभी अपनी पढ़ाई जारी रखे है से इस बारे में बात कर के देखे फिर आप मेरी बात से शत प्रतिशत सहमत होगे। मुझे अपने एक साथी की बात याद आती है वो कहते है कि हम अपने आप को नष्ट कर रहे है। 8 घंटे की जॉब फिर घर आकर एक स्टूडेंट की तरह पढ़ाई करना , खाना बनाना और सारे काम करना। पढ़ाई अच्छे हो इसके लिए इस बात के बहुत मायने होते है कि आप किन परिस्थितियों में पढ़ रहे है। पोस्ट लिखते समय मेरे दिमाग में सबसे हाशिये में खड़े , संसाधनहीन दोस्त का ख़्याल रहता है। मै अच्छे से जानता हूँ कि आप को अपनी पढ़ाई के साथ साथ और भी बहुत सी चीजो से जूझना पड़ता है। बहुत बार आपका टैलेंट आपके आस पास के माहौल के चलते धीरे धीरे मंद पड़ने लगता है। इसलिए जरूरी है कि कैसे भी हो अपने उत्साह को बनाये रखे। बहुत बार आपको लगेगा की अब ये संघर्ष आप से झेला न जायेगा पर अपने आप को टूटने न दे। कोशिस जारी रखे।

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