गुरुवार, 16 अप्रैल 2015
बुधवार, 15 अप्रैल 2015
मनरेगा की सफलता का आलोचनात्मक मूल्याकन
मनरेगा की सफलता का आलोचनात्मक मूल्याकन
१.मनरेगा को ग्रामीण इलाके में रोजगार स्रजन , गरीबो को आर्थिक सहायता , ग्रामीण मजदूरों को शहरी क्षेत्रो में पलायन रोकने की टूल के तौर पर जाना जाता रहा है .
२. अपने पहले ही साल से यह योजना , गावो में अपने उद्देशो की पूर्ति में सफल रही
३. समय बीतने के साथ ही यह योजना कई खामियों यथा फर्जी जॉब कार्ड , गैर लाभदायक कार्य ( तालाब खुदवाने के नाम पर मिट्टी इधर उधर मात्र करना ) के चलते अलोकप्रिय होने लगी .
४. आशय यह कि भले ही इससे बहुत से लोगो को रोजगार मिल रहा था पर इस योजना में खर्च किया जा रहा धन , किसी भी तरह से देश को आर्थिक लाभ न दे रहा था .
५. सरकार ने इसमें धन आवंटन कम किया , प्रशासन ने भी रूचि कम कर दी . लोगो को कम रोजगार , धन भुगतान होने लगा . इस तरह से योजना अपने उद्देश से भटक गयी .
२. अपने पहले ही साल से यह योजना , गावो में अपने उद्देशो की पूर्ति में सफल रही
३. समय बीतने के साथ ही यह योजना कई खामियों यथा फर्जी जॉब कार्ड , गैर लाभदायक कार्य ( तालाब खुदवाने के नाम पर मिट्टी इधर उधर मात्र करना ) के चलते अलोकप्रिय होने लगी .
४. आशय यह कि भले ही इससे बहुत से लोगो को रोजगार मिल रहा था पर इस योजना में खर्च किया जा रहा धन , किसी भी तरह से देश को आर्थिक लाभ न दे रहा था .
५. सरकार ने इसमें धन आवंटन कम किया , प्रशासन ने भी रूचि कम कर दी . लोगो को कम रोजगार , धन भुगतान होने लगा . इस तरह से योजना अपने उद्देश से भटक गयी .
मनरेगा योजना के लिए कई तरह के सुझाव दिए गये है जिससे इस योजना में खर्च किया जा रहा धन , ग्रामीण भारत की तस्वीर बदल सकता है . इस लिए जरूरी होगा कि इस खत्म करने के बजाय इसको संसोधन कर जारी रखा जाय .
मंगलवार, 14 अप्रैल 2015
एक अच्छा टाइम टेबल कैसे बनाये
टॉपिक :67 एक अच्छा टाइम टेबल कैसे बनाये ?
किसी भी चीज में सफलता मिले इसके लिए सबसे जरूरी होता है आप चीजो को प्लान बना कर करे। पढ़ाई अच्छे से हो इसके लिए जरूरी है आप सही से टाइम टेबल बना ले।
किसी भी चीज में सफलता मिले इसके लिए सबसे जरूरी होता है आप चीजो को प्लान बना कर करे। पढ़ाई अच्छे से हो इसके लिए जरूरी है आप सही से टाइम टेबल बना ले।
- सबसे पहले ईमानदारी से अपने पास उपलब्ध समय को नोट करे।
- जरूरी नही है कि आप १६ घंटे का टाइम टेबल बनाये।
- ४ घंटे का बनाये पर उसे किसी भी हालत में पूरा करने की कोशिस करें।
- मनोरंजन भी बहुत जरूरी चीज है , इसलिए उसके लिए भी टाइम निकले।
- पहले छोटा टाइम टेबल , फिर ज्यादा बड़ा।
- अक्सर लोग एक दिन के लिए टाइम टेबल बनाते है पर विजेता अपने वाले वीक , महीने और साल का भी प्लान बना लेते है।
- इसलिए आप भी इस तरह के स्टेप अपनाये , सोचे कि ५ साल बाद अपने आप को कहाँ पाना चाहते है।
- अगर आप अपने टाइम टेबल को अपना नही पा रहे है तो उसका रिव्यु करे और देखे किन वजहों से आप उससे दूर भाग रहे है।
- अक्सर लोग जोश में बहुत कठिन टाइम टेबल बना लेते है फिर दूसरे दिन ही उसको भूल जाते है।
- अगर आप को लीक से हटकर , अपने आप को दुनिया के सामने साबित करना है तो इसकी शुरुआत आप के टाइम टेबल से होती है।
शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015
भाई कुछ लगा लो ?
New car लेकर kanpur जाना हुआ। एक शॉप पर रुक कर कुछ खरीद रहा था। एक आदमी पास आया और बोला " आपकी कार बहुत चमक रही है। " मै मुस्कराया और बोला "अभी जल्दी ही निकली है तो चमकेगी ही"। वो कुछ बेचैन लग रहा था। वो बोला "भाई साहब , कार में कुछ लगा लीजिये , बहुत चमक रही है कही नजर न लग जाये। कुछ कालिख पोत लीजिये। मै हँसने लगा और बोला कालिख तो मिल नही रही है आप कहो तो एक black पालीथीन पीछे एंटीना में लटका लूँ । हँसी मजाक करने की मेरी भी बहुत आदत है।
खैर वहां से मै निकल कर बेनाझाबर रोड तरफ आ गया। कार में कुछ सजवाना चाहता था। नयी कार थी। Road पर डर लग रहा था कही कोई खरोच न मार दे। अचानक मेरी नजर अपने कार में अगले दरवाजे पर गयी मेरा दिल धक से रह गया। वाइट कलर पर निशान तुरंत पता चल जाते है। मैंने दुखी मन से दरवाजे पर हाथ फिरा कर देखा तो मुस्कुरा उठा। निशान न थे। वो काली ग्रीस थी जो किसी न जाने कब पोत थी।
रविवार, 5 अप्रैल 2015
BE FOCUSED AND GET SUCCESS
TOPIC: 66 बेहतर और प्रभावी पढ़ाई कैसे करे ?
पढ़ना एक कला है , जो इसे समझ गया उसे सफलता मिलते देर नही लगती। आपके लिए कुछ बहुत ही खास टिप्स
- प्लान बना कर ही स्टडी करे।
- अपने टाइम टेबल में सभी विषयों को महत्व दे।
- किताबो का भंडार न लगाये।
- जब तक एक बुक अच्छे से पढ़ न ले तब तक दूसरी को हाथ न लगाये।
- अच्छे से पढ़ने का मतलब कम से कम ३ बार पढ़ी गयी हो।
- जो भी पढ़े उसे नियमित तौर पर रिवाइज करते रहे।
- जब भी पढ़ने बैठे , अपने आप को बुक में डुबो दे।
- मेरा मतलब है कि अगर आपको कोई आवाज भी दे तो भी आपको वो सुनाई न पड़े।
- अगर मन न लग रहा हो तो बेवजह किताब ले कर बैठने का कोई मतलब नही।
- कहना न होगा कि आप अपने फ़ोन को ऑफ ही रख दे।
गुरुवार, 26 मार्च 2015
ANSWER WRITING PRACTICE
प्रश्न : क्या भारत में VIP कल्चर को नैतिक माना जा सकता है ?
उत्तर : नैतिक नही माना जा सकता है .
भारत में अति महत्वपूर्ण व्यक्ति के लिए
१. प्रोटोकाल के नाम में कई गाडी , गार्ड , के सेवा उपलब्ध करायी जाती है
२. सर्किट हाउस होने के बावजूद ५ सितारा होटल में रहने के लिए प्रबंध किया जाता है
३. प्लेन में मुफ्त सफर करने में ( आम जन पर हिकारत भरी टिप्पड़ी " कैटल क्लास " भी करना उनके स्वभाव में होता है . )
१. प्रोटोकाल के नाम में कई गाडी , गार्ड , के सेवा उपलब्ध करायी जाती है
२. सर्किट हाउस होने के बावजूद ५ सितारा होटल में रहने के लिए प्रबंध किया जाता है
३. प्लेन में मुफ्त सफर करने में ( आम जन पर हिकारत भरी टिप्पड़ी " कैटल क्लास " भी करना उनके स्वभाव में होता है . )
समाज पर प्रभाव
१. आम जन की नजर में लोक सेवक का महत्व कम होता है .
२. समाज पर आर्थिक बोझ
३. लोक सेवा के कर्तव्य और उत्तरदायित्व से विमुख होने से , सामाजिक समरसता पर प्रभाव
४. आम जन में भी अनैतिक धन , पॉवर , vip बनने की आकाक्षा का जन्म
१. आम जन की नजर में लोक सेवक का महत्व कम होता है .
२. समाज पर आर्थिक बोझ
३. लोक सेवा के कर्तव्य और उत्तरदायित्व से विमुख होने से , सामाजिक समरसता पर प्रभाव
४. आम जन में भी अनैतिक धन , पॉवर , vip बनने की आकाक्षा का जन्म
vip को ख्याल रखना होगा कि उन्हें जो अधिकार और शक्ति दी गयी , वह उनके समाज के प्रति जबाबदेही के लिए है न कि उसका व्यक्तिगत लाभ लेने हेतु
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प्रश्न २ कृषि-पारिस्थितिकी से आप क्या समझते है ?
उत्तर
कृषि-पारिस्थितिकी का आशय , क्रषि के प्रबंधन में पर्यावरण का हित सर्व प्रमुख रखने से है .
वकालत क्यू :
१. मिट्टी का उपजाऊपन दिनों दिन कम होना
२. फ़ूड प्रोडक्ट्स में रासायनिक उर्वरको , कीटनाशको का बढ़ता दुष्प्रभाव
३. ग्रीन इकोनोमी हेतु
४. सतत विकास के मद्देनजर
५. आने वाली पीढ़ी को भी शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके .
६. " खाद उपजाऊ मिट्टी की जगह नही ले सकते " डोनाल्ड वोस्टर
१. मिट्टी का उपजाऊपन दिनों दिन कम होना
२. फ़ूड प्रोडक्ट्स में रासायनिक उर्वरको , कीटनाशको का बढ़ता दुष्प्रभाव
३. ग्रीन इकोनोमी हेतु
४. सतत विकास के मद्देनजर
५. आने वाली पीढ़ी को भी शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके .
६. " खाद उपजाऊ मिट्टी की जगह नही ले सकते " डोनाल्ड वोस्टर
सार रूप में - इंडस्ट्री के हित को , आम जन के हित के उपर महत्व देना उचित नही है .
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------प्रश्न : भ्रष्ट अधिकारी को कठोर सजा देने के गुण तथा अवगुणों पर प्रकाश डाले ?
गुण :
१. भ्रष्टाचार पर रोक
२. नीतियों का प्रभावी तरीके से लागू होना
३. जनता में विश्वास
५. लोकत्रंत की मजबूती
६. समाजिक उन्नयन
१. भ्रष्टाचार पर रोक
२. नीतियों का प्रभावी तरीके से लागू होना
३. जनता में विश्वास
५. लोकत्रंत की मजबूती
६. समाजिक उन्नयन
अवगुण :
१. अच्छे ईमानदार अधिकारी , किसी भी तरह की पहल से उदासीन हो सकते है .
२. कठोर और तेज सजा में कई बार झूठे आरोप के आधार पर किसी ईमानदार अधिकारी दण्डित किया जा सकता है .
३. जनता के लिए भले अच्छा हो पर उचित जाँच के बगैर सजा देने से शासन में , अधिकारी वर्ग में असंतोष जन्म सकता है , जिसके चलते नीतिगत ठहराव आ सकता है .
१. अच्छे ईमानदार अधिकारी , किसी भी तरह की पहल से उदासीन हो सकते है .
२. कठोर और तेज सजा में कई बार झूठे आरोप के आधार पर किसी ईमानदार अधिकारी दण्डित किया जा सकता है .
३. जनता के लिए भले अच्छा हो पर उचित जाँच के बगैर सजा देने से शासन में , अधिकारी वर्ग में असंतोष जन्म सकता है , जिसके चलते नीतिगत ठहराव आ सकता है .
बुधवार, 25 मार्च 2015
What to do , when you fail
टॉपिक:65 जब चारो तरह अधेरा ही अँधेरा नजर आये
- कुछ पलों या दिनों के लिए जो कुछ भी आप कर रहे थे , बंद कर दीजिये।
- अपने कर्मो का विश्लेषण करे ,
- असफलता के कारणों को तलाश कर लिखे।
- जो कुछ भी आप कर रहे थे कहि ऐसा तो नही कि वह सिर्फ परेंट्स/ पारिवारिक दबाव मात्र तो नही था।
- एक बार नए सिरे से अपनी पसंद के लक्ष्य को निर्धारित करे।
- हर किसी की लाइफ में कोई न कोई बहुत ही खास , विस्वसनीय होता है उससे अपनी बात शेयर करे।
- लोग, परिवार , रिश्तेदार क्या कहते है , क्या ताने मरते है उसकी जरा भी परवाह न करे , बस ख़ामोशी से अपना काम करते रहिये।
- आप जहां भी है वहां से कुछ नीचे , अपने से कमजोर म संगर्षशील को देखे , उसके बारे में सोचे , निश्चित ही प्रेरणा मिलेगी, आप की हताशा जरूर कम होगी।
क्या आप के अन्दर है आईएएस बनने के जरूरी गुण , नीचे वाली पोस्ट पढ़ कर जाने .
how to improve higher education Quality in India
उच्च शिक्षा में सुधार हेतु कुछ सुझाव
१. जरूरी नही है कि नियमित शिक्षक ही रखे जाये . कुछ नामचीन विद्वानों की सेवा , अंशकालिक आधार पर ले कर , उनसे उच्च स्तर की , गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलवाई जा सकती है .
२. आवश्यक संसाधन , जैसे लैब , उपकरणों के लिए csr की मदद ली जा सकती है .
३. किसी भी देश के लिए मानवीय पूंजी का स्तर जितना उच्च होगा , उस देश का भविष्य उतना ही अच्छा होगा . इसलिए भारतीय स्टूडेंट्स को समय की मांग के अनुरूप शिक्षा दिलवाई जाये .
४. नये नये विषयों के प्रोजेक्ट देकर , स्टूडेंट्स को बेहतर और उपयोगी शिक्षा दी जा सकती है .
१. जरूरी नही है कि नियमित शिक्षक ही रखे जाये . कुछ नामचीन विद्वानों की सेवा , अंशकालिक आधार पर ले कर , उनसे उच्च स्तर की , गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलवाई जा सकती है .
२. आवश्यक संसाधन , जैसे लैब , उपकरणों के लिए csr की मदद ली जा सकती है .
३. किसी भी देश के लिए मानवीय पूंजी का स्तर जितना उच्च होगा , उस देश का भविष्य उतना ही अच्छा होगा . इसलिए भारतीय स्टूडेंट्स को समय की मांग के अनुरूप शिक्षा दिलवाई जाये .
४. नये नये विषयों के प्रोजेक्ट देकर , स्टूडेंट्स को बेहतर और उपयोगी शिक्षा दी जा सकती है .
AEROPONICS एरोपोनिक्स : मिट्टी के बजाय हवा में पौधों को उगाना
एरोपोनिक्स : मिट्टी के बजाय हवा में पौधों को उगाना
तकनीक : जल के माध्यम से पौधों को आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध करना
तकनीक : जल के माध्यम से पौधों को आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध करना
भारत के संदर्भ में :
१. विविध प्रकार के स्वस्थ, बीज तैयार करने हेतु उपयोगी ( आलू )
२. कही भी उगाया जा सकता है
३. जिस तरह से उपजाऊ मिट्टी की कमी होती जा रही है . यह तकनीक आने वाले कल के लिए एक उम्मीद जगाती है .
४. भारत जैसे विशाल देश की आबादी को भोजन उपलब्ध कराने के लिए , इस तरह की तकनीक अहम भूमिका निभा सकती है .
५. चुकि तकनीक महगी और आधुनिक है इसलिए आम जन की पहुच से दूर
६. इस तकनीक में दक्ष लोग की कमी है .
१. विविध प्रकार के स्वस्थ, बीज तैयार करने हेतु उपयोगी ( आलू )
२. कही भी उगाया जा सकता है
३. जिस तरह से उपजाऊ मिट्टी की कमी होती जा रही है . यह तकनीक आने वाले कल के लिए एक उम्मीद जगाती है .
४. भारत जैसे विशाल देश की आबादी को भोजन उपलब्ध कराने के लिए , इस तरह की तकनीक अहम भूमिका निभा सकती है .
५. चुकि तकनीक महगी और आधुनिक है इसलिए आम जन की पहुच से दूर
६. इस तकनीक में दक्ष लोग की कमी है .
मंगलवार, 24 मार्च 2015
DO YOUR WORK , DO NOT EXPECT ANYTHING ( GITA)
टॉपिक : 64 कर्म करे और फल की इच्छा मत करें।
लगभग सभी लोग गीता की इस उक्ति से परिचित ही होंगे। क्या आप ने इस बारे में मनन किया है। इसका वास्तव में मतलब क्या है ?
सच में इस पक्ति में जीवन का सार छुपा है। इस के मनन और चिंतन से आप अपने जीवन को नए नजरिये से देखना शुरू कर सकते है।
सभी लोग कम्पटीशन की तैयारी कर रहे है। आपका इस तरह कर्म कर रहे है और फल मतलब है परीक्षा में सफल हो जाना। आप में क्या कोई ऐसा भी है जो सच में फल की इच्छा नही कर रहा है। शायद हर कोई ही फल की इच्छा करके ही कर्म कर रहा है। मतलब यह कि आप नियम के विपरीत चल रहे है।
आइये देखे नियम के विपरीत चलने से क्या होता है। मान लीजिये आप पिछले २ साल आईएएस की तैयारी कर रहे थे। खूब जम कर , अपने जीवन को सन्यासी की तरह सीमित कर , लगातार पढ़ा। साथ ही आप ने चयन की इच्छा भी मन में पाल ली। जब रिजल्ट आया और किसी कारणवश आपका चयन न हुआ तो क्या होगा। आप बहुत दुःखी होंगे , रोयेंगे , मायूसी से घिर जायेगे।
दूसरी ओर अगर अपने किसी तरह की इच्छा ही नही रखी होगी तो आप के लिए परिणाम से कोई फर्क नही पड़ेगा। वास्तव में कर्म करने तक जोर होता है पर फल / परिणाम /चयन की इच्छा में हमारा कोई वश नही होता।
लगभग सभी लोग गीता की इस उक्ति से परिचित ही होंगे। क्या आप ने इस बारे में मनन किया है। इसका वास्तव में मतलब क्या है ?
सच में इस पक्ति में जीवन का सार छुपा है। इस के मनन और चिंतन से आप अपने जीवन को नए नजरिये से देखना शुरू कर सकते है।
सभी लोग कम्पटीशन की तैयारी कर रहे है। आपका इस तरह कर्म कर रहे है और फल मतलब है परीक्षा में सफल हो जाना। आप में क्या कोई ऐसा भी है जो सच में फल की इच्छा नही कर रहा है। शायद हर कोई ही फल की इच्छा करके ही कर्म कर रहा है। मतलब यह कि आप नियम के विपरीत चल रहे है।
आइये देखे नियम के विपरीत चलने से क्या होता है। मान लीजिये आप पिछले २ साल आईएएस की तैयारी कर रहे थे। खूब जम कर , अपने जीवन को सन्यासी की तरह सीमित कर , लगातार पढ़ा। साथ ही आप ने चयन की इच्छा भी मन में पाल ली। जब रिजल्ट आया और किसी कारणवश आपका चयन न हुआ तो क्या होगा। आप बहुत दुःखी होंगे , रोयेंगे , मायूसी से घिर जायेगे।
दूसरी ओर अगर अपने किसी तरह की इच्छा ही नही रखी होगी तो आप के लिए परिणाम से कोई फर्क नही पड़ेगा। वास्तव में कर्म करने तक जोर होता है पर फल / परिणाम /चयन की इच्छा में हमारा कोई वश नही होता।
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एक दुनिया समानांतर संपादक - राजेंद्र यादव एक दुनिया समानांतर , राजेद्र यादव द्वारा सम्पादित नयी कहनियों का ...
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निबंध में अच्छे अंक लाने के लिए जरूरी है कि उसमे रोचकता और सरसता का मिश्रण हो.........आज से कुछ लाइन्स या दोहे देने की कोशिश करता हूँ......
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नीला चाँद कल रात में अंततः इस उपन्यास का पठन पूरा हो गया। शिव प्रसाद सिंह द्वारा लिखे गए इस बहुचर्चित उपन्यास की विषय वस्तु 11 वी सदी के स...