बात उन दिनों की है जब मै इंटरर पास करके , B.SC. करने के लिए शहर आया। नया नया था , जानने की इच्छा बहुत थी। मेरे छोटे से शहर में काफी सांस्कृतिक गतिविधियाँ बहुत होती रहती थी. कवि सम्मेलन , पुस्तक मेला , राजू श्रीवास्तव के प्रोग्राम , अनूप जलोटा , गोपाल दास नीरज , साबरी बंधू जैसे सैकड़ो लोगो को रूबरू सुना या देखा था।
ऐसे ही किसी प्रोग्राम में गया था। मेरे पास ही वो बैठी थी अब ठीक से याद नही कैसे हुआ पर यह हो गया। उसने अपना हाथ बढ़ाते हुए कहा ' फ्रेंड्स ' . मैंने बहुत संकोच करते हुए उससे हाथ मिला लिया। शायद वो ११ या १२ में पढती थी उसकी संगीत और डांस में रूचि थी। उस दिन भी उसका डांस कर प्रोग्राम था। ज्यादा विस्तार में न जाते हुए पॉइंट पर आते है। उसके ही मुह से पहली बार सुना था " आप में attitude बहुत ज्यादा है " . सच कहू उस समय मुझे attitude का ठीक से मतलब भी नही पता था। मुझे उससे पूछना भी पड़ा क्या मतलब है आपका। आज वो काफी उपर जा चुकी है टीवी में भी कभी प्रोगाम आ जाते है।
तो भई उस दिन से आज तक मुझे यह बात दर्जनों लोगो (बहुतायत फीमेल ) से अलग अलग तरीके से सुननी पड़ी है " आप में attitude बहुत ज्यादा है। " आप मुझे attitude का ठीक से मतलब भी पता चला गया है और इस बारे में लिखने के बारे में बहुत दिनों से सोच भी रहा था। चलो आज बात करते है।
सबसे पहले मै यह बात भी बता दू अगर दर्जनों के विचार में मुझ में attitude बहुत है तो सैकड़ो या कहू हजारो दोस्तों , पाठकों की नजर में जमीन से जुड़ा , सिंपल , हेल्पफुल हूँ।
अब बात करते है यह विरोधाभास क्यों। दरअसल दोनों ही चीजों सत्य है। मै खुद स्वीकार करता हूँ कि मुझमे में बहुत attitude है और मेरा यह मानना है कि अगर आप में attitude ही नही है तो आप कुछ नही है।
पहले attitude का मतलब समझने की कोशिस करते है। attitude का मतलब सीधा सीधा यह है कि आप को अपनी किसी चीज को लेकर बहुत यकीन है। attitude का मतलब है कि आप अपने आप को बहुत गहराई से समझते है , अपनी क्षमताओ को लेकर बहुत संजीदा है। आपको पता है कि आप अपनी किस्मत खुद लिख सकते है। वैसे attitude के मायने सबके लिए अलग अलग हो सकते है मेरे लिए तो attitude यही है।
कैसे तलाशे अपने में attitude
सबसे पहले आप अपने बारे में सोचे कि आप में कोई ऐसी बात है जो बहुत हटकर है जो यूनिक है। यह कुछ भी हो सकता है जैसे आप गाते अच्छा है , नाचते अच्छा है , चेस में एक्सपर्ट है , खाना बनाने में एक्सपर्ट है , आप अच्छे रनर है , लिखते अच्छा है , पेंटिंग अच्छी बनाते है आदि । रूचि होना अलग बात है और एक्सपर्ट होना अलग बात है जब आप एक्सपर्ट होंगे तभी attitude आएगा। मेरे विचार में अपनी अच्छी चीजो के बारे में attitude होना अच्छा होता है। बस चीजे अच्छी होनी चाहिए।
इससे इतर अगर में आप नकारात्मक चीजो में attitude दिखाते है तो वो आपको गर्त में ले जायेगा। जिन्दगी में अच्छी चीजे सीखते रहिये। गलत चीजो , गलत इंसानों को कभी भी अपने पर हावी न होने दीजिये। अपने पर्सनालिटी को खुद के अनुसार बनाईये। भले लोग आपको ज्यादा attitude वाला कहे पर क्या फर्क पड़ता है अगर आप सही है।
क्यों होता है attitude का टकराव
attitude का टकराव आज के दौर में बहुत बढ़ गया है। दरअसल हर किसी का अपना attitude है पर टकराव क्यों करे। क्यों अपनी बाते , अपने विचार किसी पर थोपे या स्वीकारे । क्यों किसी से ज्यादा उलझे या उसे उलझाये । उसको उसके विचारो , उसकी मान्यताओ के साथ छोड़ दे, आगे बढ़े। इंसान के कर्म तो महत्पूर्ण होते ही है उसमे attitude कितना और किस तरीके का है यह भी बहुत मायने रखता है।
कभी कभार मुझे नकारात्मक टिप्पड़ी भी मिलती है मै उन पर कोई भी राय देने के बजाय उसे हटा देता हूँ ज्यादा हुआ तो ब्लाक। इसलिए नही कि मुझे आलोचना पसंद नही या वो पाठक गलत है बस इसलिए कि मै बहस करने को प्रमुख नही मानता मेरा वो काम ही नही है। मेरा काम है लिखना तो फिर बहस में क्यों उलझु। जो बहस करते है उनका काम ही है बहस करना न कि लिखना।
सीधा और सुलझा हुआ जीवन , मेरी मान्यताये मेरे विचार
प्रिय दोस्तों आशा है आप मेरी बात समझ रहे होंगे। IN CIVIL SERVICE MAINS PAPER 4TH THERE IS A TOPIC ABOUT ATTITUDE . HERE ,IN THIS ARTICLE THERE IS NOTHING DIRECTLY FOR MAINS BUT U CAN LEARN A LOT ABOUT WHAT ATTITUDE NEED CIVIL SERVANT.
फुटनोट :- हनी सिंह के गाने के हिट क्यों होते है क्यूकि उनके सारे गानों में बहुत attitude रहता है . उदाहरन के लिए
- मेरा १६ का डोला , ४६ की छाती ..........
- मुझको तू पहचाने न तेरे घर अख़बार न आता ---
- पास करा दू , फ़ोन घुमा दू , तेरी प्रिंसिपल भी बेबी यो यो कि फैन है --
- तुझे बिठा कर रखा था मैंने रानी पलको पे ,
तूने मारी ठोकर समझी आ जाऊंगा सडको पर ..( पूरी लाइन सुनकर किसी का भी दिमाग असमान पर जा सकता है . )