FRONTLINE
frontline को पहली बार इलहाबाद में एक दोस्त के पास देखा था . उस समय मुझे इंग्लिश पढने काफी मुश्किल होती थी . पर दोस्त प्रतिभाशाली था इसलिए मैंने भी बगैर कुछ ज्यादा सोचे विचारे FRONTLINE खरीदने लगा .
जब मै लखनऊ में आर्मी में जॉब करता था तब इसका चस्का बहुत ज्यादा लग गया . हर १५ में इसको खत्म करके , अगले अंक का इंतजार करता था . धीरे धीरे इसको पढ़ते पढ़ते मै इंग्लिश में सहज होने लगा . मैंने इसे तब लेना शुरु किया था जब इसका दाम २० रूपये हुआ करता है . अब तो इसकी कीमत ६० रूपये हो गयी है . अब भी कभी कभार इसे ले लेता हूँ पर नियमित नही . इसके लेखो से मुझे इतना लगाव है कि मेरे पास ३५ से ४० पुराने अंक होंगे . बहुत बार रूम पार्टनर ने कहा बेच दो अब कभी इनको पढ़ पाने का वक्त नही मिलेगा मुझे भी पता है कि उन्हें शायद ही कभी पढ़ सकू .
FRONTLINE की खास बात यह है कि बहुत बार आईएएस की मुख्य परीक्षा में इससे सीधे सीधे सवाल आ चुके है . इंग्लिश मध्यम के बहुतायत छात्र इसको पढना पसंद करते है .
THE INDIAN EXPRESS
जब मेरी नौकरी अहमदाबाद में शुरु हुई तब मुझे हिंदी पेपर की बहुत दिक्कत हुई . कुछ दिन राजस्थान पत्रिका से काम चलाया पर उसमे विज्ञापन बहुत ही ज्यादा आते है और मतलब की खबर बहुत ही कम . इसी दौरान THE INDIAN EXPRESS से परिचय हुआ . पहले तो पेपर पढ़ पाना , उसे खत्म कर पाना बहुत कठिन लगता था पर अब हालत यह है कि इसके बगैर सुबह कुछ अच्छा नही लगता है . एक बार इंग्लिश पेपर पढना शुरु कर देते है तो आपको पता चलता है कि हिंदी के न्यूज़ पेपर का स्तर कितना न्यून है ..जनसत्ता को छोड़ दे तो किसी पेपर में सम्पादकीय भी काम चलाऊ होता है . आप यह तो पता ही होगा कि जनसत्ता और THE INIDAN EXPRESS एक ही ग्रुप से पेपर है .
ECONOMIC & POLITICAL WEEKLY
अब बात इस magzine की जाय . इसके बारे में सुना तो बहुत पहले से रखा था पर कभी खरीदा या पढ़ा नही . पिछले २ या ३ माह से इसे पढना शुरु किया और अब जा कर पता चला यह magzine सबकी बाप जैसी है . क्या जबरदस्त लेख आते है .. बहुत सरल इग्लिश जो आसानी से सबके समझ में आ जाये . मै तो इसके एक लेख को पढने में बहुत समय लगता हूँ वजह हर लेख इतना सटीक विश्लेष्ण करता है , शोधपरक , गुणवत्तापूर्ण आलेखों में इसका कोई जबाब नही . वैसे यह पत्रिका वैश्विक स्तर पर पढ़ी जाती है और एशिया में टॉप लेवल की रैंकिंग में है . इसमें सब कुछ अच्छा है बस एक ही चीज नकरात्मक है .इसका दाम , हर सप्ताह आती है और एक अंक की कीमत है ८० रूपये . अब एक स्टूडेंट के लिए हर महीने ३२० रूपये खत्म कर पाना बहुत कठिन है . यह अलग बात है कि अपने दिमाग को बेहतरीन बनाने के लिए आपको magzine और न्यूज़ पेपर में बहुत ज्यादा इन्वेस्ट करना चाहिए .
आप अपने अनुभव शेयर करना मत भूलना और कोई अच्छी , स्तरीय magzine आपकी नजर में हो तो मेरे ध्यान में लायिएगा .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें