हालांकि इसके अलावा भी काफी कुछ पढ़ा पर, यह नोट करने लायक था।
गुलजार की दो कहानी
1. धुंआ
2. तकसीम
रेणु
1. ठेस सिरचन की कहानी
2 . रसप्रिया -मृदरंगी पँचकौड़ी
3. लाल पान की बेगम- बिरजू की माँ, नाच देखने का पकरण
धर्मवीर भारती
1. बन्द गली का आखिरी मकान
अमरकांत
1 एक थी गौरा
2 दोपहर का भोजन
3 डिप्टी कलेक्टरी (सिविल सेवा की तैयारी करने वालो को जरूर पढ़ना चाहिए )
4 पोखरा
5. लड़का लडक़ी ( बहुत ही अच्छी)
अगस्टस स्ट्रिंग्बर्ग
1. पुर्जा
2. धनिया की साड़ी
रमेश बक्षी
1 मुमताज महल का इयररिंग
2. जो सफल हैं
कई बार मैं जिक्र करता हूँ कि 500 से अधिक नावेल पढ़े होंगे और वो पुस्तकालय के रिकॉर्ड में होंगे भी पर मेरे पास अपनी पढ़ी पुस्तकों का लेखा जोखा नही है। यही सोच कर जो अब जो कहानी पढ़ता गया उसको नोट करता चला। नॉवेल या बड़ी बुक की संक्षिप्त समीक्षा लिखने का प्रयास करता रहता हूँ । उक्त कहानियां गद्य कोष पर ऑनलाइन उपलब्ध है और बहुत रोचक है। रेणु की कहानियाँ पर अलग से कुछ लिखने का विचार है। आंचलिक विषय वस्तु और भाषा मे वो बेजोड़ है।
©आशीष कुमार, उन्नाव, उत्तर प्रदेश।
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