कोरोना के समय प्रेम
प्रिय मैंने कभी न सोचा था
कि मुझे करनी पड़ेगी
इतनी लंबी प्रतीक्षा
गिनना पढ़ेगा क्षणों को
याद करता हूँ
जब जब पुरानी मुलाकातों को
बहुत याद आती है
तुम्हारी हर पल चेहरे पर
खिलने वाली मुस्कान
याद आता है
उन पलों का सबसे खास हिस्सा
जब हम डूबे रहते थे एक दूजे मे
तब न जाना था कि
हमें यूँ भी बिछड़ना पड़ेगा
इतने लंबे वक्त के लिए
© आशीष कुमार, उन्नाव
26 जून 2020।
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